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सी-सेक्शन के बाद ब्रेस्‍टफीड‍िंग की सही पोजीशन क्‍या है? जानें लैक्‍टेशन एक्‍सपर्ट की राय

सी-सेक्‍शन के बाद लेड बैक ब्रेस्‍टफीडिंग पोजीशन सबसे आरामदायक मानी जाती है, इससे मां के पेट पर दबाव नहीं पड़ता और श‍िशु भी सहज रहता है।
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सी-सेक्शन के बाद ब्रेस्‍टफीड‍िंग की सही पोजीशन क्‍या है? जानें लैक्‍टेशन एक्‍सपर्ट की राय


Breastfeeding Position After C-Section Delivery: सी-सेक्शन यानी सिजेरियन डिलीवरी के बाद मां के शरीर को सामान्य होने में समय लगता है। इस दौरान टांकों का दर्द, पीठ में भारीपन और कमजोरी जैसी परेशानियां बनी रहती हैं। ऐसे में शिशु को स्तनपान कराना नई मां के लिए चुनौती बन सकता है क्योंकि गलत पोजीशन से टांकों पर दबाव बढ़ सकता है और ज्‍यादा दर्द महसूस होता है। लेकिन याद रखें कि स्तनपान सिर्फ बच्चे के पोषण के लिए ही नहीं, बल्कि मां की तेजी से रिकवरी के लिए भी जरूरी होता है। सही पोजीशन चुनने से जहां मां को आराम मिलता है, वहीं बच्चे को भी सही तरीके से दूध पीने में मदद मिलती है। लखनऊ के मां-सी केयर क्‍लीन‍िक की लेक्टेशन एक्सपर्ट डॉ तन‍िमा स‍िंघल बताती हैं कि सी-सेक्शन के बाद स्तनपान की शुरुआत जितनी जल्दी होती है, उतना ही बेहतर बॉन्ड बनता है और यूट्रस की हीलिंग भी तेजी से होती है। हालांकि यह जरूरी है कि मां ऐसी ब्रेस्‍टफीड‍िंग पोजीशन (Breastfeeding Position) को चुनें जिसमें पेट के टांकों पर दबाव न पड़े और पीठ को पूरा सपोर्ट मिले। वर्ल्ड ब्रेस्‍टफीड‍िंग वीक (World Breastfeeding Week 2025) के मौके पर जानते हैं ऐसी सेफ पोजीशन जिसे अपनाकर सी-सेक्शन के बाद स्तनपान को आरामदायक बनाया जा सकता है।

सी-सेक्शन के बाद ब्रेस्‍टफीड‍िंग के ल‍िए लेड बैक पोजीशन अपनाएं- Laid-Back Breastfeeding Position After C-Section Delivery

इस पोजीशन में मां आधे लेटी अवस्था में होती है और बच्चा ऊपर से पेट की ओर आता है। शरीर का ज्यादातर भार पीठ पर रहता है जिससे पेट के सामने दबाव कम होता है। यह प्राकृतिक पोजीशन कही जाती है जिसमें बच्चा अपने आप ब्रेस्‍ट पर सही जगह को खोजकर फीड लेता है। लेड बैक ब्रेस्‍टफीड‍िंग पोजीशन (Laid-Back Breastfeeding Position) में मां की पीठ और सिर के नीचे तकियों से सपोर्ट होना चाहिए ताकि शरीर स्थिर रहे। मां के पैर भी मुड़े हुए हों या उनके नीचे छोटा स्टूल रखा जा सकता है ताकि कमर पर तनाव न हो। बच्चा मां के शरीर से चिपका हो और उसका पेट मां के पेट की ओर हो।

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लेड बैक ब्रेस्‍टफीड‍िंग पोजीशन के फायदे- Laid-Back Breastfeeding Position Benefits

  • पेट पर सर्जरी के टांकों पर दबाव नहीं पड़ता, इसलिए यह सी-सेक्शन ड‍िलीवरी (C-Section Delivery) के बाद बेहद आरामदायक होती है।
  • श‍िशु आसानी से लैच कर लेता है, जिससे लैच सही बनता है और ब्रेस्‍ट पेन या न‍िप्‍पल पेन (Nipple Pain) नहीं होता।
  • मां के हाथ फ्री रहते हैं, जिससे वह आराम से तकिए एडजस्ट कर सकती है या बच्चे को हल्का सपोर्ट दे सकती है।
  • श‍िशु के लिए यह नेचुरल सेल्‍फ-अटैचमेंट पोजीशन होती है, जिससे वह खुद दूध पीना सीखता है।

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लेड बैक ब्रेस्‍टफीड‍िंग को करने का तरीका- Method of Laid-Back Breastfeeding Position

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  • बेड या सोफे पर आधी लेटी अवस्था में रहें और पीठ और सिर के नीचे तकिया लगाएं।
  • पैरों के नीचे छोटा तकिया या स्टूल रखें ताकि लोअर बैक को सपोर्ट म‍िल सके।
  • बच्चे को पेट के बल अपनी छाती पर रखें, उसका सिर आपके ब्रेस्‍ट के करीब रहना चाह‍िए।
  • ध्यान रखें कि बच्चा सीधा हो, उसका सिर, गर्दन और रीढ़ की हड्डी एक लाइन में हों।
  • आप अपनी बाहों से हल्का साइड से सपोर्ट दे सकती हैं, लेकिन ज्यादा पकड़ की रूरत नहीं होती।

तकिए का सहारा लें- Use of Pillows for Breastfeeding Support

सी-सेक्शन के बाद स्तनपान की किसी भी पोजीशन में तकिया, बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। कमर, हाथ और घुटनों के नीचे तकिए से सपोर्ट देने से दर्द कम महसूस होता है और लंबे समय तक स्तनपान (Breastfeeding) कराने में आराम म‍िलता है। हमेशा अपनी कमर को सीधा और आरामदायक रखें।

पोजीशन बदलते रहें- Keep Changing Positions

एक ही पोजीशन में लंबे समय तक फीड कराने से मां की मांसपेशियों में तनाव बढ़ सकता है। इसलिए हर 20-30 मिनट बाद पोजीशन चेंज करती रहें। इससे दूध की ग्रंथि में ब्लॉकेज नहीं होगा और मां को दर्द भी महसूस नहीं होगा।

सही तकनीक और लैचिंग प्रक्र‍िया को अपनाएं- Correct Latching Technique

किसी भी पोजीशन के साथ सबसे जरूरी है कि बच्चा ठीक से लैच कर सके। बच्चे का मुंह बड़ा खोलकर निप्पल के साथ एरिओला को भी लेना चाहिए। इससे मां को निप्पल क्रैकिंग या दर्द नहीं होगा और बच्चा पर्याप्त दूध पी सकेगा।

डॉक्टर या लेक्टेशन एक्सपर्ट की सलाह लें- Consult Lactation Expert

अगर स्तनपान में किसी प्रकार की दिक्कत हो रही हो, जैसे श‍िशु का ठीक से लैच न कर पाना, बहुत दर्द होना या दूध न उतरना, तो बिना देर किए लेक्टेशन एक्‍सपर्ट से संपर्क करें। वे मां और श‍िशु के अनुसार, सही पोजीशन और तकनीक सिखा सकते हैं।

यह पोजीशन मां को रिलैक्स रहने में मदद करती है और लंबे समय तक फीड कराने के लिए सबसे बेहतर मानी जाती है। खासकर शुरुआती दिनों में जब दर्द और थकान ज्यादा होती है, और सी-सेक्‍शन ड‍िलीवरी के बाद, लेड-बैक फीड‍िंग पोजीशन, मां और बच्चे दोनों के लिए सही है।

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FAQ

  • सी सेक्शन के बाद कौन सी पोजीशन में सोना चाहिए?

    सी-सेक्शन के बाद करवट लेकर सोना (साइड पोजीशन) सुरक्षित माना जाता है। इससे टांकों पर दबाव नहीं पड़ता और पेट में दर्द कम होता है। तकिए का सहारा लेने से पीठ और पेट को आराम मिलता है।
  • सी-सेक्शन के बाद किस पोजीशन से बचना चाहिए?

    पीठ के बल सीधे सोने या पेट के बल सोने से बचना चाहिए क्योंकि इससे कट के आसपास खिंचाव और सूजन बढ़ सकती है। बहुत झुककर या मुड़कर सोने से भी बचें क्योंकि इससे दर्द और दबाव बढ़ने की संभावना रहती है।
  • सी-सेक्शन के कितने समय बाद आप झुक सकती हैं?

    सामान्य रूप से डिलीवरी के लगभग 6-8 हफ्ते बाद हल्का झुकना सुरक्षित माना जाता है, जब शरीर की मांसपेशियां और टांके पूरी तरह से ठीक होने लगते हैं। हालांकि, किसी भी भारी चीज को उठाने या अचानक झुकने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।

 

 

 

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