Normal Delivery Or C Section Which Birth Have More Immunity In Children In Hindi: प्रेग्नेसी के दौरान महिलाओं के शरीर में होने वाले बदलाव उन्हें प्रसव यानी डिलीवरी की ओर ले जाते हैं। हर महिला चाहती है कि उनका बच्चा स्वस्थ्य और मजबूत इम्यूनिटी वाला हो, ऐसे में वह अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान अपनी डाइट में कई तरह के बदलाव करती हैं। इसके अलावा, डॉक्टर के द्वारा सुझाई हर छोटी बड़ी बातों पर सावधानी बरतती हैं। लेकिन, ज्यादातर महिलाओं के मन में प्रश्न उठाता है कि आखिर नॉर्मल डिलीवरी और सिजेरियन किस प्रक्रिया में बच्चें की इम्यूनिटी अधिक होती है। ऐसे में डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स के अलग-अलग मत हैं। लेकिन, एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि नॉर्मल डिलीवरी से होने वाले बच्चों की इम्यूनिटी सिजेरियन से पैदा होने वाले बच्चों की तुलना में अधिक होती है। इस लेख में कोकून अस्पताल जयपुर की सीनियर कंसल्टेंट गाइनाक्लॉजी डॉक्टर प्रिया गुप्ता से जानते हैं कि बच्चों की इम्यूनिटी के लिए नॉर्मल या सिजेरियन डिलीवरी में क्या बेहतर हो सकती (What is more beneficial normal delivery or C-section for infant immunity?) है?
नॉर्मल डिलीवरी या सिजेरियन बच्चे की इम्यूनिटी के कौन सी प्रक्रिया बेहतर हो सकती है? - Normal Delivery Ke Fayde
हाल में मां बनने वाली महिलाओं और जिन महिलाओं का डिलीवरी समय नजदीक आ रहा होता है उनके मन में प्रेग्नेंसी और डिलीवरी को लेकर कई तरह के प्रश्न उठते हैं। ज्यादातर पहली बार प्रेग्नेंट होने वाली महिलाएं इस प्रक्रिया से घबराती हैं। वहीं उनके मन में यह भी प्रश्न भी उठता है कि क्या नॉर्मल डिलीवरी में बच्चे की इम्यूनिटी सिजेरियन डिलीवरी के मुकाबले अधिक होती है। इस पर डॉक्टर बताते हैं कि सामान्य डिलीवरी यानी नॉर्मल डिलीवरी में बच्चा मां के बर्थ कैनाल से होकर बाहर आता है। इस प्रक्रिया में बच्चा मां के माइक्रोबायोम (microbiome) यानी स्वस्थ बैक्टीरिया के संपर्क में आता है, जो उसकी आंतों में इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करते हैं।
स्टडी के अनुसार हेल्दी माइक्रोबायोम बच्चे को मां से मिलने वाले वे बैक्टीरिया होता है, जो पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं। वहीं, नॉर्मल डिलीवरी में बच्चे का शरीर नेचुरल रूप से इंफेक्शन से लड़ने के लिए इम्यूनिटी को डेवलप करता है।
जबकि, सी सेक्शन में बच्चा सर्जिकल प्रक्रिया के द्वारा बाहर निकाला जाता है। ऐसे में बच्चा बर्थ कैनाल के माइक्रोबायोम के संपर्क में नहीं आता है। इस प्रक्रिया में बच्चे को संक्रमण का जोखिम अधिक होता है। जो उनकी बाद की लाइफ को भी प्रभावित कर सकते हैं।
बच्चे की इम्यूनिटी कैसे बढ़ाएं? - How To Increase Infant Immunity In Hindi
- जन्म के बाद बच्चे की इम्यूनिटी को बनाने के लिए मां को 6 माह तक ब्रेस्ट फीडिंग करानी चाहिए।
- जन्म के तुरंत बाद बच्चे को संक्रमण से बचाने के लिए उनकी स्किन को किसी अन्य लोगों की स्किन के साथ संपर्क न करने दें। इससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है।
- घर का माहौल साफ-सुथरा रखें। साथ ही, बच्चे के बिस्तर और कपड़ों को नियमित रूप से साफ करें।
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What is more beneficial normal delivery or C-section?: नॉर्मल डिलीवरी और सी-सेक्शन दोनों के अपने फायदे और सीमाएं हैं। नॉर्मल डिलीवरी से बच्चों में बेहतर इम्यूनिटी विकसित होती है, लेकिन यदि सी-सेक्शन आवश्यक हो, तो सही देखभाल और पोषण से बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत किया जा सकता है। जन्म के तरीके से ज्यादा बच्चे और मां का स्वास्थ्य महत्वपूर्ण होता है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही आप डिलीवरी की प्रक्रिया का चुनाव करें।