Expert

लंबे समय तक जुकाम रहने पर कैसे कारगर है पिपली? एक्सपर्ट से जानें

Pippali for cough: पिपली उन आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में से एक है जिसका सेवन फेफड़ों को साफ करने के साथ सांस से जुड़ी समस्याओं में कमी ला सकता है। आइए, जानते हैं जुकाम में ये कैसे फायदेमंद है।
  • SHARE
  • FOLLOW
लंबे समय तक जुकाम रहने पर कैसे कारगर है पिपली? एक्सपर्ट से जानें


Pippali for cough: आयुर्वेद में पिपली को कई गुणों की खान माना जाता है। पिपली उष्ण गुणों के कारण एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी माना जाता है। मौसम बदलने के साथ जब फेफड़ों की समस्या बढ़ने लगती है तो ये जड़ीबूटी इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ मौसमी सर्दी-जुकाम को कम करने में मददगार है। इसके अलावा भी कई ऐसे लाभ हैं जो कि पिपली के सेवन से आपको मिल सकते हैं। इस बारे में विस्तार से जानकारी के लिए हमने रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से बात की जिन्होंने बताया कि जुकाम में पिपली का सेवन कैसे फायदेमंद है और आप इसका सेवन कर सकते हैं।

जुकाम में कैसे कारगर है पिपली-How Pippali is beneficial in cough and cold

डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि पिप्पली वात और कफ नाशक है जो सांस से जुड़ी समस्याओं के साथ खांसी और जुकाम की समस्या से भी राहत दिलाती है। पिप्पली का सेवन ब्रोंकाइटिस और निमोनिया में भी फायदेमंद है। यह पुरानी खांसी और सर्दी-जुकाम में भी काफी प्रभावी है। इसके सेवन से पुरानी से पुरानी कफ और जकड़न में भी राहत मिलती है। माना जाता है कि इसमें कफ निस्सारक गुण होते हैं, जो बलगम को साफ करने में मदद करते हैं और फेफड़ों को मजबूती प्रदान करने में मददगार हैं। इसके अलावा पिपली काफी गर्म होती है जो कि फेफड़ों की सूजन को भी कम करने में मदद कर सकती है और श्वसन संबंधी परेशानियों को कम कर सकती है।

इसे भी पढ़ें: जरा सा चलने पर सांस क्यों फूलती है, जानें इसके कारण और बचाव के टिप्स

पिपली के उपयोग के तरीके-How to use Pippali in cough and cold

पिपली का उपयोग आप पाउडर के रूप में कर सकते हैं जिसका काढ़ा बनाकर पीना कफ तोड़ने और इसे निकालने में मददगार है। पिपली की खास बात ये है कि पिपली के पाउडर का उपयोग हर्बल योगों में किया जा सकता है या चाय में मिलाया जा सकता है। इतना ही नहीं पिपली को शहद के साथ मिलाना खांसी के लिए एक पारंपरिक उपाय की तरह काम करता है। जुकाम होने पर आप रात में सोते समय पिपली को पीसकर शहद में मिलाकर पी सकते हैं।

cold_cough

इसके अलावा आप इसका इस्तेमाल सूप और दाल में ऊपर से डालने के लिए भी कर सकते हैं। इस तरह से इसका सेवन शरीर में गर्मी बढ़ाने के साथ फेफड़ों की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा आप पिपली को पीसकर अदरक के रस में मिलाकर, अर्क के रूप में ले सकते हैं। ये फेफड़ों की घरघराहट और सांस फूलने की समस्या को भी कम करने में मददगार है।

इसे भी पढ़ें: थोड़ा काम करते ही हांफने लगते हैं या सांस फूलने लगती है? डॉक्टर से जानें ऐसे लक्षणों का मुख्य कारण और इलाज

जुकाम में आप दिनभर में दो बार पिपली का सेवन कर सकते हैं। आपको बस ध्यान रखना है कि ज्यादा मात्रा में इसका सेवन न करें क्योंकि इसका ज्यादा सेवन पेट की समस्या को बढ़ा सकता है। जब आप ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करते हैं तो ये शरीर की गर्मी बढ़ाने के साथ पित्त की समस्या को बढ़ा सकता है।

ध्यान देने वाली बात

अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या से गुजर रहे हैं या आप कोई दवा ले रहे हैं तो आपको पिपली के सेवन से बचना चाहिए। इसके अलावा गर्भावस्था और स्तनपान कराने वाली मां को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। पिपली या संबंधित पौधों से किसी भी प्रकार की एलर्जी की जांच करें और कुछ भी लक्षण महसूस हो तो इसके सेवन से बचें। इसके अलावा आजकल बाजार में मिलावटी मसाले बहुत मिल रहे हैं इसलिए औषधीय उपयोग के लिए पिपली की गुणवत्तापूर्ण जरूर सुनिश्चित करें और असली पिपली का ही इस्तेमाल करें।

FAQ

  • जुकाम में केला खाना चाहिए? 

    जुकाम में आपको केला खाने से बचना चाहिए जो कि बलगम बढ़ा सकता है। इसके अलावा कुछ लोगों में तो इससे कंजेशन की समस्या बढ़ सकती है और रिकवरी में देरी हो सकती है।
  • कौन सा फल शरीर से बलगम निकालता है?

    अनानास खाने से शरीर में बलगम की समस्या में कमी आ सकती है। अनानास में ब्रोमेलैन पाया जाता है जो कि एक ऐसा एंजाइम है जो बलगम को तोड़ने और कंजेशन को कम करने में मददगार है। आप जुकाम में इसका जूस भी पी सकते हैं।
  • कफ साफ करने के लिए क्या पी सकते हैं?

    कफ साफ करने के लिए आप लौंग, अदरक, हल्दी और तुलसी से बने काढ़े का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप मुलेठी और गिलोय का काढ़ा भी पी सकते हैं। ये एंटी इंफ्लेमेटरी है जो कि फेफड़ों की सूजन को कम करने के साथ बलगम को साफ करने में मददगार है।

 

 

 

Read Next

ताल सिंदूर है पुरानी बीमारियों की खास आयुर्वेदिक औषधि, जानें इसके फायदे

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version

  • Sep 25, 2025 18:45 IST

    Published By : Pallavi Kumari

TAGS