
मौसम में बदलाव के साथ स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ने लगती है। सुबह-शाम होने वाली हल्की ठंड, सर्द हवाओं के शुरू होने के साथ बीमारियों का आगमन भी होने लगता है। सर्दी-जुकाम और खांसी बदलते मौसम में काफी आम हो जाती हैं। लेकिन, एक बार अगर आपको जुकाम हो जाए तो कई दिनों तक आपकी तबीयत पर इसका असर रहता है। इतना ही नहीं रोजमर्रा के कामकाज पर भी इसका असर पड़ने लगता है। जुकाम को ठीक करने के लिए लोग कई तरह के घरेलू उपाय आजमाते हैं। आयुर्वेद में भी कई ऐसी जड़ी-बूटियां हैं, जो सर्दी-जुकाम से राहत मिल सकती हैं। इन्हीं जड़ी-बूटियों में सौंठ और पिपली भी शामिल है। ये दोनों ही जड़ी बूटियां कई औषधीय गुणों से भरपूर होती है, जो जुकाम की समस्या से राहत (sardi jukam hone per kya karen) दिला सकती है। ऐसे में आइए हरियाणा के सिरसा में स्थित रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं कि जुकाम में सौंठ और पिपली के क्या फायदे हैं?
सर्दी-जुकाम में सौंठ और पिपली के फायदे
आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा का कहना है कि जुकाम की समस्या से बचाव के लिए या इसे ठीक करने के लिए इम्यून सिस्टम को मजबूत रखना जरूरी है। सौंठ और पिपली के मिश्रण में ऐसे गुण होते हैं, जो जुकाम की समस्या से राहत दिलाने में काफी फायदेमंद है, आइए जानते हैं कैसे-
1. श्वसन तंत्र को मजबूत बनाएं
सौंठ और पिपली दोनों ही श्वसन तंत्र के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। इन दोनों के मिश्रण का सेवन बलगम को पतला करके बाहर निकालने में मदद करते हैं, जिससे सांस लेने में आसानी होती है। इनका सेवन बंद नाक, गले में खराश और सीने में जकड़न जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है।
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2. बलगम और कफ को निकाले
सर्दी-जुकाम के दौरान शरीर में कफ जमने लगता है। सौंठ और पिपली की तासीर गर्म होती है और इनके कफ नाशक गुण बलगम को बाहर निकालने में मदद करते हैं, जो शरीर के को आराम देता है।
3. इम्यूनिटी बूस्ट करता है
सर्दी-जुकाम होने का बड़ा कारण इम्यून सिस्टम का कमजोर होना है। सौंठ और पिपली का मिश्रण इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता है और शरीर को इंफेक्शन से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है, जिससे बार-बार सर्दी-जुकाम की समस्या से राहत मिलती है।
4. गले की खराश से राहत
सौंठ में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की सूजन को कम करने और खराश से राहत दिलाते हैं। पिपली भी गले की खराश और जलन को कम करने में मदद करती है। इसलिए, अगर इन दोनों के मिश्रण को शहद के साथ मिलाकर खाया जाए तो जुकाम के कारण गले में होने वाली समस्या से आराम मिल सकता है।
सौंठ और पिपली का सेवन कैसे करें?
जुकाम से राहत पाने के लिए आप सौंठ और पिपली का सेवन कई तरीकों से कर सकते हैं, जैसे-
- चूर्ण: सौंठ और पिपली को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें। इसके बाद इस मिश्रण का आधा चम्मच सुबह और शाम शहद या गर्म पानी के साथ मिलाकर करें।
- काढ़ा: सौंठ और पिपली को बराबर मात्रा में लेकर पानी में उबाल लें और फिर दिन में एक या दो बार इसे पिएं।
- शहद के साथ: आप सौंठ और पिपली के मिश्रण के पाउडर को शहद में मिलाकर भी खा सकते हैं।
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इन बातों का रखें ध्यान-
सौंठ और पिपली जुकाम की समस्या से राहत दिलाने में फायदेमंद है, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को इन दोनों का सेवन करने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट कर लें। इतना ही नहीं, ज्यादा मात्रा में भी इनका सेवन करने से बचें, क्योंकि ये पेट में जलन या गर्मी का कारण बन सकते हैं और ज्यादा छोटे बच्चों को भी ये देने से बचें या डॉक्टर की सलाह पर सही मात्रा देने की कोशिश करें।
निष्कर्ष
आयुर्वेद के अनुसार सौंठ और पिपली का मिश्रण सर्दी-जुकाम और गले की खराश से राहत दिला सकते हैं। इसके सेवन से इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है, जो बार-बार जुकाम होने की समस्या को भी रोकता है। लेकिन, इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें, ताकि साइड इफेक्ट्स से बचाव हो सके।
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जुकाम जल्दी ठीक कैसे करें?
जुकाम जल्दी ठीक करने के लिए जरूरी है कि आप सही तरह से आराम करें, खूब पानी पिएं, हर्बल चाय पिएं और गुनगुने नमक वाले पानी से गरारे करें।
जुकाम होने का मुख्य कारण क्या है?
जुकाम होने का मुख्य कारण वायरल इंफेक्शन है, जिसमें राइनोवायरस सबसे आम है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के साथ सीधे संपर्क करने, खांसने या छींकने के कारण हो सकती है।
जुकाम होने से क्या दिक्कत होती है?
जुकाम होने पर नाक बहना, बंद नाक, छींक आना, गले में खराश, खांसी और थकान जैसे समस्याएं होती है, जो एक सामान्य वायरल इंफेक्शन के कारण होता है।
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Oct 17, 2025 12:55 IST
Published By : Katyayani Tiwari