सांस फूलने की समस्या (Breathing problems) बहुत आम है और इसे लोग अक्सर अपने रोजमर्रा की जिंदगी में अनुभव करते हैं। जैसे कि कभी दौड़ के आने के बाद हमारी सांस फूलती है, तो कभी सीढ़ियां चढ़ने या किसी काम को करने में हमारी सांस फूलने लगती है। पर किसी को भी अगर ये परेशानी है, तो ये इस बात संकेत है कि आप एक खराब लाइफस्टाइल फॉलो कर रहे हैं। जीं हां, लखनऊ के उद्यान हेल्थ केयर में कार्यरत डॉ. राजीव सरदाना बताते हैं कि कोई भी व्यक्ति अगर एक खराब लाइफस्टाइल फॉलो कर रहा है, तो फिटनेस की कमी के कारण उसे सांस फूलने की परेशानी हो सकती है। इसी तरह अगर महिलाओं को सांस फूलने की परेशानी है, तो वो शरीर में खून की कमी यानी कि एनिया के कारण हो सकता है। इसके अलावा सांस फूलने का सबसे आम कारण है मोटापा। पर अगर किसी को इन आम कारणों के अलावा, किसी और कारण से सांस फूलने की परेशानी है, तो वो स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर परेशानियों की ओर संकेत करता है।
सांस फूलने का कारण क्या है- Causes of difficulty in breathing?
1.फेफड़ों से जुड़ी परेशानी
डॉ. राजीव सरदाना बताते हैं कि सांस फूलने के कुछ गंभीर कारणों की बात करें, तो उसमें हमारे दिल और फेफड़ों से जुड़ी गड़बड़ियां शामिल हो सकती हैं। वो ऐसे कि जब हम सांस लेते हैं, तो वो हमारे फेफड़ों तक जाता है और फिर वहां से कार्बन डाइऑक्साइड लेकर बाहर कर देती है। तो अगर इस चैनल में कोई परेशानी है, तो लोगों को सांस फूलने की परेशानी हो सकती है। फेफड़ों की कई स्थितियां हैं जो आपको सांस लेने में कठिनाई का अनुभव करवा सकती हैं। इनमें से कई को तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है। जैसे कि
टॉप स्टोरीज़
- -दमा या अस्थमा एक सूजन और वायुमार्ग की संकीर्णता है जो पैदा कर सकता है, जिसके चलते सांस लेने में कठिनाई होती है।
- -निमोनिया एक फेफड़ों का संक्रमण है जो सूजन और फेफड़ों में तरल पदार्थ और मवाद का निर्माण कर सकता है। ये काफी संक्रामक होता है, जिसके चलते लोगों को सांस लेने में परेशानी होने लगती है।
- -इसके अलावा सीओपीडी यानी कि क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पलमोनरी रोग के कारण भी लोगों को सांस फूलने की परेशानी होती है।
- - फेफड़ों से जुड़ी किसी भी इंफेक्शन के कारण भी सांस फूल सकता है, अगर वो सांस लेने वाले श्वसन मार्ग को अवरूद्ध कर रहा है तो।
- -ब्रोंकाइटिस
- -टीबी
2.दिल से जुड़ी परेशानी
डॉ. सरदाना कहते हैं कि अगर किसी को दिल से जुड़ी कोई बीमरी है, तो उसे भी सांस फूलने की परेशानी हो सकती है। या फिर अगर किसी का दिल कमजोर है और उसे इस बारे में पता नहीं है, तब भी उसे दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। जैसे कि
- -एंजाइना पेक्टोरिस में छाती में दर्द होता है, ऐसे में इन मरीजों को चलने-फिरने से ही सांस फूलने की परेशानी हो जाती है।
- - अगर किसी को हार्ट में ब्लॉकेज रहता है, तो भी उसे काम करने या चलते वक्त सांस फूल सकता है।
- -हार्ट का वाल्व खराब होने पर भी लोगों को सांस फूलने की परेशानी हो जाती है।
- -हार्ट की पंपिंग सिस्टम खराब हो, तो भी लोगों को सांस फूलने की परेशानी होती है।
- -इसके अलावा किसी को हार्ट फेल्योर, हार्ट अटैक या दिल में सूजन से जुड़ी परेशानी रहती है, तब भी लोगों का सांस फूलने लगता है।
3.सांस लेने में कठिनाई के अन्य कारण
दिल और फेफड़े के अलावा भी कई कारणों से लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। जैसे कि अगर कोई स्मोक करता है या उसमें हीमोग्लोबिन का स्तर कम है, तो भी उसे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। इसी तरह उन लोगों को भी सांस फूलने की दिक्कत हो सकती है,जिन्हें
- -धूल ये डस्ट एलर्जी हो या पराग से एलर्जी हो।
- -तनाव और चिंता में रहते हों और उन्हें गंभीर एंग्जायटी हो।
- - जुकाम या खांसी हो।
- -कफ के कारण बहुत ज्यादा कंजेशन हो।
- -ऊंचाई पर चढ़ने से ऑक्सीजन की कमी महसूस होती हो।

इसे भी पढ़ें : दौड़ते समय सांस लेने में हो रही है तकलीफ? इन टिप्स से अपनी श्वास समस्या को करें दूर
सांस लेने में तकलीफ होने के शुरुआती संकेत-Signs Of Difficulty In Breathing
अगर किसी को सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो ये एक दिन की बात नहीं है क्योंकि ये लंबे समय से हो रहा होगा और आपने इस पर ध्यान नहीं दिया होगा। ऐसे में आपको सांस लेने की समस्या के शुरुआती संकेतों पर ध्यान देना चाहिए। जैसे कि
- -अगर आप तेजी से सांस लेते हो या आपको बहुत ज्यादा सांस लेने की जरूरत पड़ रही हो।
- -घरघराहट
- - होंठों का नीला पड़ जाना
- -बहुत ज्यादा पसीना आना
- -किसी भी काम को करने में सांस फूलने लगना।
- - अगर किसी को सांस लेने में कठिनाई के साथ कुछ लक्षण जैसे कि छाती में दर्द या दबाव और गले में जकड़न महसूस हो रही है, तो उसे अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
सांस फूलने की समस्या का इलाज- Treatment for breathing problems
आपके डॉक्टर को आपकी सांस लेने की कठिनाइयों के अंतर्निहित कारण को जानकर आपका इलाज कर सकते हैं। इसके लिए डॉक्टर आपके वायुमार्ग मार्ग, फेफड़े और हृदय की जांच करेगें और कुछ टेस्ट करेंगे जैसे कि
- -ब्लड टेस्ट
- -छाती का एक्स - रे
- -सीटी स्कैन
- -इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी या ईकेजी)
- -इकोकार्डियोग्राम
इसे भी पढ़ें : प्रदूषित हवा में सांस लेने से हो सकता है टॉन्सिलाइटिस, जानें इसके लक्षण और बचाव
सांस फूलने से बचने का उपाय-Breathing Problems Prevention
सांस फूलने से बचने का सबसे आसान उपाय ये है कि आप अपने जीवनशैली को ठीक करें। सही डाइट लें और अपने वजन के बढ़ने का खास ख्याल रखें क्योंकि मोटापा के कारण आपकी सांस फूस सकती है। इसलिए
- -खूब फल और सब्जियां खाएं
- -ज्यादा चीनी और नमक खाने से बचें।
- -हर्बल टी लें जो कि माइंड और शरीर डिटॉक्स करे।
- -खूब पानी पिएं।
- -रोज एक्सरसाइज करें और योग करें।
सांस फूलना और थकान को कम करने के लिए के लिए जरूरी ये है कि आप खुश रहना सीखें। साथ ही तनाव के कारण अगर आपको सांस लेने में समस्या हो रही है, तो आप अपने एंगर कंट्रोल करना सीखना होगा। इसके लिए ध्यान और काउंसिलिंग की मदद लें। इसके अलावा आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप समय पर सोएं और समय पर जागें। अगर आपको सर्दी-जुकाम के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही है, तो भाप की गर्मी और नमी भी फेफड़ों में जमा म्यूकस को तोड़ सकती है जिससे सांस लेने में हो रही दिक्कत कम हो सकती है।
Read more articles on Other-Diseases in Hindi