
आज के समय में लोग अपनी स्किन के लिए महंगे सीरम, क्रीम और ट्रीटमेंट्स पर हजारों रुपये खर्च कर देते हैं, लेकिन अक्सर ओमेगा-3 फैटी एसिड को नजरअंदाज कर देते हैं जो हमारी स्किन हेल्थ की जड़ से जुड़ी है। स्किन को ग्लोइंग, हाइड्रेटेड और यूथफुल बनाए रखने में जितनी भूमिका विटामिन और मिनरल्स की होती है, उतनी ही जरूरत हमारे शरीर को अच्छे फैट यानी ओमेगा-3 की भी होती है। डर्मेटोलॉजिस्ट पद्मजा के अनुसार, ओमेगा-3 सिर्फ हार्ट या ब्रेन के लिए ही नहीं, बल्कि स्किन बैरियर को मजबूत रखने, अंदरूनी सूजन को कम करने में अहम भूमिका निभाता है। इस लेख में हैदराबाद के यशोदा अस्पताल की सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. पद्मजा (Dr. Padmaja, Senior Consultant Dermatologist, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानिए, ओमेगा-3 की कमी का स्किन पर क्या असर होता है?
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ओमेगा-3 की कमी का स्किन पर असर - Omega 3 deficiency effects on skin
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. पद्मजा बताती हैं कि ओमेगा-3 स्किन की नमी, लोच और सूजन को कंट्रोल करने में बड़ी भूमिका निभाता है। इसकी कमी होने पर त्वचा में कई तरह की समस्याएं दिख सकती हैं, जिन पर अक्सर लोग ध्यान नहीं देते। डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. पद्मजा बताती हैं कि ओमेगा-3 की कमी धीरे-धीरे स्किन को डैमेज करने लगती है और कई बार लोग इसे साधारण ड्राईनेस समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।
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1. स्किन पर ज्यादा ड्राईनेस
ओमेगा-3 की कमी का सबसे पहला प्रभाव स्किन बैरियर पर पड़ता है। डॉ. पद्मजा बताती हैं कि जब यह फैटी एसिड कम हो जाता है, तो त्वचा की नमी को लॉक करने की क्षमता घट जाती है, जिससे त्वचा खुरदरी लगने लगती है, पाउडरी ड्राईनेस दिखाई देती है, इसके अलावा मॉइश्चराइजर लगाने के बाद भी स्किन सूखी महसूस होती है, यह लक्षण खासतौर पर सर्दियों में और ज्यादा दिखते हैं।
2. स्किन में जलन, रेडनेस और इरिटेशन
ओमेगा-3 शरीर में सूजन कम करने में मदद करता है। जब इसकी कमी होती है, तो स्किन बहुत जल्दी inflamed हो सकती है, जिससे हल्की सी गर्मी या धूप में लाल होना, चेहरा आसानी से लाल पड़ जाना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। डॉ. पद्मजा के अनुसार, ऐसे मरीजों में रोजेशिया जैसी स्किन कंडीशन भी बढ़ सकती है।
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3. एक्ने और ब्रेकआउट
ओमेगा-3 तेल प्रोडक्शन (sebum) को बैलेंस करता है। इसकी कमी होने पर त्वचा ज्यादा तेल बनाने लगती है, पोर्स जल्दी बंद होते हैं और पिंपल्स बार-बार निकलते हैं, डॉ. पद्मजा का मानना है कि जिन लोगों को एडल्ट एक्ने की समस्या है, उन्हें ओमेगा-3 की कमी पर जरूर ध्यान देना चाहिए।
4. स्किन एजिंग तेजी से बढ़ना
ओमेगा-3 के पास एंटी-एजिंग गुण होते हैं और इसकी कमी होने पर, त्वचा ढीली पड़ सकती है, महीन रेखाएं जल्दी दिखने लगती हैं और स्किन की firmness कम हो जाती है, यह इसलिए होता है क्योंकि ओमेगा-3 त्वचा के अंदर कोलेजन को स्थिर रखने में मदद करता है।
5. त्वचा में एलर्जी बढ़ना
कुछ लोगों में ओमेगा-3 की कमी से एग्जिमा और एलर्जी ज्यादा देखी जाता है। यह स्किन हाइपर-सेंसिटिव बना देता है, जिससे छोटे-मोटे इरिटेंट भी लालिमा पैदा कर सकते हैं।

डॉक्टर की सलाह
डॉ. पद्मजा सलाह देती हैं कि स्किन को हेल्दी रखने के लिए केवल बाहरी क्रीम काफी नहीं होती। ओमेगा-3 जैसे हेल्दी फैट्स स्किन को अंदर से पोषण देते हैं। जिन लोगों की स्किन लगातार ड्राई रहती है या जिनको अक्सर स्किन इन्फ्लेमेशन होता है, वे अपनी डाइट में ओमेगा-3 जरूर शामिल करें।
निष्कर्ष
ओमेगा-3 फैटी एसिड स्किन हेल्थ का एक अनदेखा लेकिन बेहद जरूरी हिस्सा है। इसकी कमी त्वचा को रूखा, संवेदनशील, इनफ्लेम्ड और समय से पहले बूढ़ा बना सकती है। सही डाइट और जरूरत पड़ने पर सप्लीमेंट की मदद से स्किन को फिर से हेल्दी, ग्लोइंग और मजबूत बनाया जा सकता है। यदि स्किन समस्याएं लगातार बनी रहें, तो डर्मेटोलॉजिस्ट से जांच कराना जरूरी है।
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FAQ
क्या ओमेगा-3 सप्लीमेंट लेना सुरक्षित है?
आमतौर पर सुरक्षित है, लेकिन किसी भी सप्लीमेंट का सेवन डॉक्टर की सलाह पर करें। ज्यादा मात्रा लेने से पेट में समस्या, ब्लीडिंग रिस्क या दवाओं के साथ इंटरैक्शन हो सकता है।ओमेगा-3 की कमी के लक्षण
ओमेगा-3 की कमी होने पर स्किन ड्राइनेस, हेयर फॉल, मानसिक थकान, मूड स्विंग, फोकस की कमी, जोड़ों में जकड़न और बार-बार सूजन की समस्या देखने को मिलती है।ओमेगा 3 कैप्सूल कितने दिन तक खाना चाहिए?
ओमेगा 3 कैप्सूल का सेवन बिना डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह के नहीं करना चाहिए।
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Dec 01, 2025 15:34 IST
Modified By : Akanksha TiwariDec 01, 2025 15:34 IST
Published By : Akanksha Tiwari