नवरात्रि के नौ दिनों के व्रत के बाद अक्सर शरीर का डाजेशन प्रभावित हो जाता है। दरअसल, पहले जिस तरह से आप खाना खा रहे होते हैं वो व्रत के शुरू होते ही ब्रेक हो जाता है जिसका डाइजेशन पर गहरा असर होता है। 9 दिनों में डाइजेशन का तरीका ही बदल जाता है और मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। मेटाबॉलिज्म स्लो होते ही खाना पचाने की गति प्रभावित हो जाती है। ऐसे में व्रत के दौरान हल्का खाना तो तेजी से पच जाता है लेकिन भारी खाना नहीं पचता। इस स्थिति में जब आप 9 दिनों के बाद खाना खाते हैं तो शरीर के लिए अनाज का सेवन भारी हो जाता है। इसके अलावा तेल मसालों को पचाना भी शरीर के लिए आसान नहीं होता। ऐसे में जानना जरूरी है कि नवरात्रि का व्रत कैसे खोलना चाहिए (How to break fast after 9 days)? जानते हैं इस बारे में डॉ. अंकित बंसल, कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट, दिल्ली।
नवरात्रि का व्रत कैसे खोलना चाहिए-How to break fast after 9 days in hindi
नवरात्रि का व्रत के बाद जब आप व्रत खोलते हैं तो अचानक से बीपी लो होने की समस्या होती है। ये लो बीपी की समस्या एसिडिटी की वजह से भी हो सकती है जो कि स्लो डाइजेशन की वजह से होता है। दरअसल, जब आप बहुत दिनों के बाद कुछ खाते हैं तो स्लो डाइजेशन की वजह से ये धीमे-धीमे पचता है और पेट अचानक से खाना पचाने के लिए एसिड प्रोडक्शन को बढ़ा देता है। ऐसे में कई बार एसिड रिफ्लक्स की समस्या होती है और ये भी एक कारण है जिसकी वजह से लोग व्रत खोलने के बाद एसिडिटी, पेट में भारीपन और लो बीपी के लक्षण महसूस करते हैं। ऐसे में इन टिप्स को अपनाना आपकी मदद कर सकता है। जैसे कि
1. व्रत खोलने के तुरंत बाद तेल मसाले वाली चीज न खाएं
व्रत खोलेने के तुरंत बाद तेल मसाले वाली चीजों को खाना तुरंत एसिड रिफ्लक्स का कारण बन सकता है। दरअसल, स्लो डाइजेशन के लिए तेल मसाले वाली चीजों को पचाना आसान नहीं होता। ऐसी स्थिति में आपको कोशिश करनी चाहिए पहले तो आप कुछ हल्का खाएं। आप सिंपल दाल-चावल खा सकते हैं या फिर रोटी सब्जी खा सकते हैं। इसमें भी लौकी की सब्जी खाएं जिसे पचाना आसान होता है।
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2. व्रत खोलने के बाद हल्का खाना खाएं
व्रत खोलने के बाद अक्सर लोग खूब चटपटा खाते हैं ताकि मुंह का स्वाद अच्छा हो लेकिन ये सेहत के लिए सही नहीं है। जबकि व्रत खोलने के बाद आपको ठंडा दूध और दलिया जैसा कुछ लेना चाहिए और उसके बाद अनाज का सेवन शुरू करना चाहिए। व्रत खोलने के बाद सीधे अनाज का सेवन बीपी असंतुलित कर सकता है जिससे आपको अचानक से तेज सिर दर्द, नींद और थका हुआ सा महसूस हो सकता है।
3. धीमे-धीमे अपने खाने का आकार बढ़ाएं
व्रत के बाद आपको अगले ही दिन बहुत ज्यादा भोजन करने से बचना चाहिए। ऐस में जरूरी है कि आप धीमे-धीमे अपने खाने की साइज बढ़ाएं यानी कि पहले दिन कुछ हल्का खाएं और दूसरे दिन आप कुछ भारी खाएं। ऐसा करते-करते आप अपने खाने को पहले जैसा बना लें जैसा कि व्रत से पहले था। इससे आपका मेटाबॉलिज्म भी प्रभावित नहीं होगा और डाइजेशन भी सही रहेगा।
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4. हाइड्रेशन का ख्याल रखें
व्रत खोलने के बाद खाना खाने के दौरान ध्यान रखें कि पाचन क्रिया स्लो है तो खाना पचाने के लिए शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत हो सकती है। इसलिए भरपूर पानी पिएं। इसके अलावा इस दौरान आप फाइबर और पानी से भरपूर हाइड्रेटिंग फूड्स का सेवन करें ताकि धीमे-धीमे मेटाबॉलिज्म तेज हो जाए और आपको पाचन क्रिया से जुड़ी समस्या न हो।
इस प्रकार से आप व्रत के बाद अपने डाइजेशन को बेहतर बना सकते हैं और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर सकते हैं। हालांकि, अगर आपको ज्यादा दिक्कत हो तो डॉक्टर से बात करें और फिर व्रत के बाद होने वाली समस्याओं से बचें।
FAQ
व्रत के नाश्ते में क्या खाना चाहिए?
व्रत के नाश्ते में आप साबूदाना वड़ा, आलू जीरा, राजगीरा पराठा और मखाना या बादम को भूनकर खा सकते हैं। ये शरीर को एनर्जी देने के साथ व्रत में पेट को लंबे समय भरा रखने में मददगार है।फलाहारी व्रत में क्या खाना चाहिए?
फलाहारी व्रत में आप सभी फलों को खा सकते हैं। ड्राई फ्रूट्स खाएं और दूध पिएं। इस प्रकार से आपको नौ दिन मीठा भोजन करना चाहिए।उपवास के दौरान कौन-कौन सी सब्जियां खाई जा सकती हैं?
उपवास के दौरान आप लौकी, आलू, कद्दू, टमाटर, हरी मिर्च और धनिया पत्ते का सेवन कर सकते हैं। आप इनसे अपना सात्विक भोजन तैयार कर सकते हैं। इसके अलावा ये सेहत और पेट के लिए भी फायदेमंद है।
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Sep 25, 2025 16:07 IST
Published By : Pallavi Kumari