ओवर एक्टिव ब्लैडर एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें मरीज को बहुत जल्दी जल्दी वॉशरूम जाने और पेशाब करने की जरूरत महसूस होती है। आमतौर पर ओवरएक्टिव ब्लैडर की समस्या महिला हो या पुरुष किसी को भी हो सकती है। लेकिन यह समस्या महिलाओं में अधिक देखने को मिलती है। महिलाओं में डिलीवरी के बाद अक्सर यह परेशानी बढ़ जाती है। इससे सभी काम और यहां तक की नींद भी प्रभावित हो सकती है। इस स्थिति के कई कारण हो सकते हैं जैसे यूटीआई, डायबिटीज, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर, ऐसी शारीरिक स्थिति जिससे ब्लैडर प्रभावित हो रहा हो। इस स्थिति को घरेलू इलाजों के द्वारा काफी आसानी से ठीक किया जा सकता है। तो आइए जानते हैं कुछ ऐसी घरेलू उपचारों के बारे में जो ओवर एक्टिव ब्लैडर की स्थिति से दिला सकते हैं छुटकारा।
1. चाइनीज हर्ब्स
आपको कुछ चाइनीज हर्ब्स के सप्लीमेंट जैसे गोशा-जिनकी-जान और हाची-मि-जियो-गान की जरूरत होगी। इनमें से किसी भी एक सप्लीमेंट का रोजाना थोड़ी-थोड़ी मात्रा में सेवन करना शुरू कर दें। मात्रा के बारे में अपने डॉक्टर से राय जरूर लें। रोजाना एक बार ही इसका सेवन करें।
2. कद्दू के बीजों का तेल
आप कद्दू के बीजों के तेल का सप्लीमेंट ले सकते हैं और उसका सेवन रोजाना कर सकते हैं। केवल अपने डॉक्टर से सही मात्रा के बारे में जरूर पूछ लें। इससे बार-बार पेशाब करने की जरूरत महसूस नहीं होगी और ओवर एक्टिव ब्लैडर की समस्या से भी निजात पाई जा सकती है।
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3. विटामिन डी
इसके लिए आपको विटामिन डी के सप्लीमेंट की जरूरत होगी। अपने डॉक्टर से राय लेने के बाद इस सप्लीमेंट का रोज सेवन करना शुरू कर दें। कई बार ओवर एक्टिव ब्लैडर और पेल्विक फ्लोर डिसऑर्डर का कारण विटामिन डी की कमी भी होती है। सप्लीमेंट्स के द्वारा इस कमी को पूरा किया जा सकता है।
4. कैप्साइसिन
इसके लिए आपको कैप्साइसिन के इंजेक्शन की जरूरत होती है। इन्हें लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर बात करें और इंट्रा वेसिकल थेरेपी को लेकर भी सुझाव लें। इस थेरेपी में कैप्साइसिन के इंजेक्शन को डायरेक्ट ब्लैडर में लगाया जाता है। इससे ओवर एक्टिव ब्लैडर के लक्षणों में काफी जल्दी कमी देखने को मिलती है।
5. ग्रीन टी
एक कप पानी उबाल कर उसमें ग्रीन टी बैग डाल दें। थोड़ी देर के बाद टी बैग निकाल कर यह चाय पी लें। रोजाना दो बार दिन में ग्रीन टी जरूर पिएं। इससे काफी जल्दी लक्षणों में राहत देखने को मिल सकती है। इसके पीछे का कारण ग्रीन टी में मौजूद ईजीसीजी हो सकता है।
6. बेकिंग सोडा
इस रेमेडी के लिए आपको एक चम्मच बेकिंग सोडा और एक गिलास पानी की जरूरत होती है। पानी में अच्छे से बेकिंग सोडा को मिक्स कर लें। इसके बाद इस पानी को पी जाएं। आप ऐसा रोजाना दो बार कर सकते हैं। बेकिंग सोडा से युक्त पानी पीने से यूरिन का अल्कलाइजेशन हो जाता है। इससे यूरिनरी ट्रैक्ट के लक्षणों में कमी आती है।
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7. क्रैनबेरी जूस
इसके लिए आपको 400ml क्रैनबेरी जूस की जरूरत होगी। आप इसका रोजाना एक बार सेवन कर सकते हैं। ओवर एक्टिव ब्लैडर का सबसे मुख्य कारण यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होता है। नियमित रूप से क्रैनबेरी जूस का सेवन करने से इस प्रकार के इंफेक्शन से बचा जा सकता है।
8. कैमोमाइल टी
- एक कप पानी को उबाल लें और इसमें एक छोटी चम्मच कैमोमाइल टी मिला दें।
- 5 से 10 मिनट के बाद अब इस चाय को एक बर्तन में छान लें और इसे गर्म गर्म पी लें।
- आप इसे रोजाना दो बार पी सकते हैं।
- कैमोमाइल टी में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो ओवर एक्टिव ब्लैडर के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं।
यह इलाज ट्राई करने के साथ साथ अपनी डाइट का भी ख्याल रखें। विटामिन डी, फाइबर और पोटेशियम से भरपूर चीजें खाएं। प्रोटीन से बनी चीजें भी डाइट में शामिल करें।
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