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क्या ओवरएक्टिव ब्लैडर की वजह से भी कब्ज की समस्या हो सकती है? डॉक्टर से जानें

ओवर एक्टिव ब्लैडर की समस्या होने पर व्यक्ति को बार-बार यूरिन पास करना पड़ता है। आगे जानते ही क्या ओवर एक्टिव ब्लैडर कब्ज की समसया का कारण बन सकता है।
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क्या ओवरएक्टिव ब्लैडर की वजह से भी कब्ज की समस्या हो सकती है? डॉक्टर से जानें


Can Overactive Bladder Cause Constipation In Hindi: स्वस्थ समस्याओं से बचने के लिए आपको एक्सरसाइज करने और डाइट में बदलाव करने की सलाह दी जाती है। लेकिन आज के दौर में कंप्यूटर के सामने घंटों बैठे रहने की वजह से लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या छोटी उम्र के युवाओं में भी देखने को मिलती है। डॉक्टर की मानें तो ओवर एक्टिव ब्लैडर (Overactive Bladder या OAB) और कब्ज (Constipation) दोनों ही आमतौर पर अलग-अलग समस्याएं मानी जाती हैं। लेकिन, इनके बीच कुछ संबंध हो सकते हैं। दरअसल, इन दोनों स्थितियों के बीच संबंध को समझने के लिए पाचन और यूरिनरी ट्रैक्ट की कार्य प्रणाली को समझना आवश्यक है। इस लेख में मेन्स क्लीनिक के सीनियर यूरोलॉजिस्ट डॉ. अजीत सक्सेना से से जानते हैं कि ओवर एक्टिव ब्लेडर और कब्ज के बीच क्या संबंध हो सकता है।

ओवर एक्टिव ब्लैडर क्या है?- What is Overactive Bladder in Hindi

ओवर एक्टिव ब्लैडर एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को बार-बार पेशाब करने की जरूरत महसूस होती है। इस समस्या में ब्लैडर में संकुचन बढ़ जाते हैं जिससे बार-बार पेशाब जाने की इच्छा होती है, भले ही मूत्राशय (ब्लैडर) पूरी तरह भरा न हो। इसमें व्यक्ति को आगे बताए लक्षण महसूस हो सकते हैं।

  • बार-बार पेशाब की जरूरत महसूस होना
  • पेशाब करने पर जलन या असुविधा
  • रात के समय बार-बार जागकर पेशाब करना, आदि।

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ओवर एक्टिव ब्लैडर और कब्ज के बीच संबंध - Connection Between Overactive Bladder And Constipation In Hindi

हालांकि, मूत्राशय और आंत दो अलग-अलग अंग हैं, लेकिन इनके कार्यों में कुछ जुड़ाव हो सकता है। इसके पीछे कुछ कारण हो सकते हैं-

पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों का प्रभाव

पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियाँ मूत्राशय और आंतों दोनों को नियंत्रित करती हैं। जब इन मांसपेशियों में तनाव या कमजोरी होती है, तो यह कब्ज और अति सक्रिय मूत्राशय दोनों का कारण बन सकता है।

दवाओं का असर

कुछ ऐसी दवाएं भी होती हैं जो अति सक्रिय मूत्राशय के इलाज के लिए दी जाती हैं, लेकिन उनका प्रभाव पाचन तंत्र पर भी पड़ सकता है जिससे कब्ज की समस्या हो सकती है।

नर्वस सिस्टम प्रभावित होना

मूत्राशय और आंतों को नियंत्रित करने वाले तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) के बीच कुछ नजदीकी संबंध होता है। जब इन नर्व्स में कोई समस्या आती है, तो यह दोनों अंगों की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकता है, जिससे कब्ज और बार-बार पेशाब की समस्या हो सकती है।

ओवर एक्टिव ब्लैडर के साथ कब्ज होने पर क्या करें? - Prevention Tips To Reduce Constipation During Overactive Bladder In hindi

अगर आप ओवर एक्टिव ब्लैडर के साथ कब्ज की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो कुछ उपाय आपकी सहायता कर सकते हैं-

  • हाइड्रेशन बनाए रखें: पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से कब्ज की समस्या को (बुजुर्गों में कब्ज की समसया) कम किया जा सकता है।
  • फाइबर का सेवन बढ़ाएं: आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाने से पाचन बेहतर होता है और कब्ज की समस्या कम होती है।
  • पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज: पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करने वाले व्यायाम (जैसे किगल्स एक्सरसाइज) कब्ज और अति सक्रिय मूत्राशय दोनों में सुधार कर सकते हैं।
  • दवाओं का सेवन सावधानी से करें: अगर आप किसी दवा का सेवन कर रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें कि क्या यह आपकी समस्या को बढ़ा सकती है।

इसे भी पढ़ें: ओवर एक्टिव ब्लैडर की समस्या ज्यादातर पुरुषों को ही क्यों होती है? जानें इसके कारण

Can Overactive Bladder Cause Constipation In Hindi: ओवर एक्टिव ब्लैडर और कब्ज दो अलग-अलग समस्याएं हैं, लेकिन इनके बीच कुछ संबंध हो सकता है। मूत्राशय और पाचन तंत्र के सामान्य कार्यों में संतुलन बनाए रखने के लिए स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना लाभकारी हो सकता है। अगर समस्या गंभीर हो, तो डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए ताकि उचित इलाज और मार्गदर्शन प्राप्त हो सके।

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