Common Bladder Problems After Hysterectomy In Hindi: बच्चेदानी निकलवाना एक सर्जिकल प्रक्रिया है। बहुत ही गंभीर परिस्थितियों में बच्चेदानी निकलवाने की जरूरत पड़ती है। विशेषज्ञों की मानें, तो जब महिला को बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने लगती है, जिसे कंट्रोल नहीं किया जा सकता है। इस स्थिति में बच्चेदानी निकलवाई जा सकती है। वहीं, यूट्रस से जुड़ी बीमारी, क्रॉनिक पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज और यूट्रस कैंसर होने की स्थिति में भी बच्चेदानी निकलवाने की जरूरत पड़ सकती है। कई बार बच्चेदानी निकलवाने के बाद महिला को ब्लैडर यानी मूत्राशय से जुड़ी कुछ समस्याएं हो जाती हैं। यहां हम उन्हीं का जिक्र करेंगे। आइए, जानते हैं वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से।
बच्चेदानी निकलवाने के बाद मूत्राशय से जुड़ी किस तरह की समस्या हो सकती है?- What Are The Common Bladder Problems After Hysterectomy In Hindi
ओवरएक्टिव ब्लैडर
बच्चेदानी निकलवाने के बाद प्रभावित हिस्से के आसपास की नसों को क्षति पहुंच सकती है। इस स्थिति में ब्लैडर ओवरएक्टिव हो सकता है। इसका मतलब है कि बच्चेदानी निकलवाने के बाद महिला को बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है। यह इसलिए भी परेशानी का सबब है, क्योंकि पेशाब अचानक आता है, जिसे रोका जाना मुश्किल हो जाता है।
इसे भी पढ़ें: बच्चेदानी के ऑपरेशन के बाद बरतें ये 5 जरूरी सावधानियां, रिकवरी होगी तेज
मूत्राशय में ऐंठन
बच्चेदानी निकलवाने के बाद मूत्राशय में संकुचन आ सकता है। ऐसी स्थिति में मूत्राशय में ऐंठन का अहसास बना रहता है। ऐसे में महिला को पेट के निचले हिस्से में दर्द और अन्य समस्याएं होने लगती हैं। आपको बता दें कि कई बार बच्चेदानी निकलवाने के बाद यूटीआई का जोखिम भी बढ़ जाता है। यह स्थिति मूत्राशय में ऐंठन की समस्या को बढ़ा सकती है। अगर ऐसा हो, तो इसकी अनदेखी न करें। अपनी परेशानी के बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं।
पेशाब करने में दिक्कत
बच्चेदानी निकलवाने के बाद ब्लैडर प्रभावित होता है। यह ओवरएक्टिव या अंडरएक्टिव हो सकता है। इसका जिक्र हमने पहले भी किया है। आपको बता दें कि कई बार नर्व्स के डैमेज होने के कारण महिला को बच्चेदानी निकलवाने के बाद पेशाब करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में पेशाब करते हुए असहजता बढ़ने लगती है, जिससे यह प्रक्रिया काफी मुश्किल भरी हो जाती है। हालांकि, समय के साथ-साथ यह समस्या ठीक भी हो जाती है।
इसे भी पढ़ें: क्या बच्चेदानी निकलवाने के बाद महिलाओं का शरीर एस्ट्रोजन हार्मोन का उत्पादन कर सकता है? डॉक्टर से जानें
यूरिन लीकेज
बच्चेदानी निकलवाने के बाद महिला को यूरिन लीकेज की दिक्कत भी हो सकता है। ऐसा होने के पीछे कई कारण हैं। जैसे ब्लैडर का कमजोर होना और पेल्विक फ्लोर मसल्स का भी प्रभावित होना। असल में जब पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां ब्लैडर को पूरी तरह सपोर्ट नहीं कर पाती हैं, तो इस स्थिति में न चाहते हुए भी यूरिन लीकेज होने लगता है। यहां तक कि छींकने, खांसने, जोर से हंसने या एक्सरसाइज करने के दौरान भी यूरिन लीकेज हो सकती है।
बच्चेदानी निकलवाने के बाद मूत्राशय से जुड़ी समस्या को कम कैसे करें
- बच्चेदानी निकलवाने के शुरुआती कुछ दिनों में पूरी तरह से रिकवरी का इंतजार करें।
- पूरी तरह रिकवरी के बाद कीगल एक्सरसाइज करें। इससे ब्लैडर मसल्स मजबूत होती हैं, जिससे यूरिन लीकेज की दिक्कत दूर होती है।
- ऐसी चीजों का सेवन न करें, जिससे यूरिन लीकेज की समस्या न हो।
- बच्चेदानी निकलवाने के बाद हाइड्रेशन का ध्यान रखें। इससे यूरिन कंसिस्टेंसी में सुधार होता है।
- अपने पेशाब करने की कंसिस्टेंसी में ध्यान रखें। अगर पेशाब करने में दिक्कत हो, तो डॉक्टर से मिलें।
All Image Credit: Freepik