How To Relieve Bladder Pain In Hindi: मूत्राशय को अंग्रेजी में ब्लैडर के नाम से जाना जाता है। ब्लैडर, पेट के निचले हिस्से में होता है, जिसमें यूरिन जमा होता है। जैसे-जैसे इसमें यूरिन भरता रहता है, यह ऑर्गन एक्पैंड यानी फैलता रहता है। जैसे ही यूरिन पास कर दिया जाता है, यह पुरानी अवस्था में लौट आता है यानी सिकुड़ जाता है। बहरहाल, ब्लैडर का स्वस्थ रहना जरूरी है। ऐसा न हो, तो ओवर ऑल हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। ब्लैडर से जुड़ी समस्या होने पर आपको दर्द हो सकता है। विशेषज्ञों की मानें, तो ब्लैडर पेन होने के तीन कारण सबसे आम हैं, जैसे इंटरस्टिशियल सिस्टिटिस, ब्लैडर इंफेक्शन और यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन। ब्लैडर से जुड़ी परेशानी के बारे में जानने के लिए डॉक्टर आपसे यूरिन सैंपल ले सकते हैं और अल्ट्रासाउंड या सिटीस्कैन करने को कह सकते हैं। यूं, तो ब्लैडर पेन होने पर आपको डॉक्टर से संपर्क कर अपना इलाज करवाना चाहिए। हालांकि, कुछ उपयों की मदद से आप ब्लैडर पेन को काफी हद तक कम कर सकते हैं। यहां हम आपको ब्लैडर पेन कम करने के संबंध में कुछ जरूरी (Bladder Pain Se Chutkara Kaise Paye) सजेंशस दे रहे हैं। इस बारे में हमने शारदा अस्पताल में General Medicine के प्रोफेसर डॉ. अनुराग प्रसाद से बात की।
मूत्राशय के दर्द से राहत के लिए क्या करें- How To Relieve Bladder Pain In Hindi
हीटिंग पैड यूज करें
ज्यादातर लोग किसी भी तरह के दर्द से राहत के लिए हीटिंग पैड का यूज करते हैं। महिलाएं अक्सर पीरियड्स पेन को कम करने के लिए हीटिंग पैड लगाती हैं। इसी तरह, चोट लगने पर या पेट दर्द होने पर भी हीटिंग पैड यूज किया जाता है। इससे काफी हद तक दर्द को मैनेज करने में मदद मिलती है। दरअसल, हीटिंग पैड लगाने के कारण ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दर्द से राहत मिलने लगती है। ब्लैडर पेन की कंडीशन में आप पेट के निचले हिस्से में हीटिंग पैड यूज करें। इससे आपको काफी हद तक आराम मिलने लगेगा।
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फिजिकल थेरेपी करें
ब्लैडर पेन से राहत पाने के लिए फिजिकल थेरेपी भी बहुत ही कारगर तरीका है। फिजिकल थेरेपी हमेशा प्रोफेशनल थेरेपिस्ट की मदद से ली जाती है। इसमें आपको कुछ ऐसे एक्सरसाइज करने की सलाह दे सकते हैं, जिससे पेल्विक मसल्स मजबूत हों और ब्लैडर के लिए यूरिन को होल्ड करने में मदद मिले। कुछ थेरेपीज ऐसी होती हैं, जिससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और दर्द में कमी आती है। हालांकि, अगर ब्लैडर पेन बहुत ज्यादा है, तो थेरेपी लेने के बजाय डॉक्टर के पास जाकर ट्रीटमेंट करवाना बेहतर विकल्प रहेगा।
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डाइट पर ध्यान दें
कई बार खराब डाइट फॉलो करने के कारण ब्लैडर में दिक्कतें होने लगती है। खासकर, प्रोसेस्ड फूड जिसमें आर्टिफिशियल फ्लेवर और प्रिजर्वेटिव का यूज किया जाता है। इससे ब्लैडर में इंफेक्शन का खतरा बना रहता है। ऐसे में ब्लैडर में दर्द के साथ-साथ अन्य कई समस्याएं भी हो सकती हैं। अगर इंफेक्शन के कारण दर्द हो रहा है, तो ऐसे में आपको अपना इलाज करवाना चाहिए। इसके साथ ही डाइट से प्रिजर्वेटिव्स को निकाल बाहर करें। हेल्दी चीजें खाने से ब्लैडर को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है और दर्द से भी राहत मिलती है।
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स्ट्रेस कम लें
तमाम विशेषज्ञों को आपने यह कहते सुना होग कि स्ट्रेस का स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है। अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक स्ट्रेस में रहता है, तो उसकी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, लंबे समय तक बीमार रहता है और रिकवरी भी धीमी हो जाती है। ऐसा ही ब्लैडर पेन के मामले में भी है। अगर आप ब्लैडर पेन होने पर बहुत ज्यादा तनाव लेते हैं, तो इससे दर्द बढ़ सकता है। समस्या में कमी आए, इसके लिए जरूरी है कि स्ट्रेस कम लें।
ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं
वैसे तो ब्लैडर पेन क्यों हो रहा है, यह बात जानना बहुत जरूरी होता है। अगर आपको ब्लैडर इंफेक्शन के कारण दर्द हो रहा है, तो बेहतर रहेगा कि आप ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। आप जितना ज्यादा पानी पिएंगे, उतने ज्यादा टॉक्सिंस शरीर से बाहर निकलेंगे और रिकवरी तेजी से होगी। ऐसे में दर्द में राहत महसूस होगी।
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