खाना बनाने के लिए सरसों का तेल और नारियल के तेल में से कौन-सा तेल अधिक फायदेमंद है? अधिकतर घरों में खाना पकाने के लिए रिफाइंड या घी का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ घरों में सरसों के तेल में भी खाना पकाया जाता है, लेकिन ऐसे बहुत कम घर है जहा नारियल के तेल में खाना पकाया जाता है। खाना पकाने के लिए तेल का पोषक तत्वों से भरपूर होना बहुत जरूरी है। सरसों का तेल और नारियल का तेल दोनों ही खाना पकाने के लिए काफी बेहतर होता है। लेकिन खाना पकाने के लिए इन दोनों में से कौन-सा तेल अधिक फायदेमंद है? इस बारे में जानें
सरसों के तेल में मौजूद पोषक तत्व
- मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड
- पोली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड
- ओमेगा-3 फैटी एसिड
- ओमेगा-6 फटी एसिड
सरसों के तेल में खाना बनाने के फायदे (health benefits of cooking in mustard oil)
सरसों के तेल में खाना बनाना काफी फायदेमंद होता है। यह एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जो हमें कई तरह की बीमारियों से बचाता है। सरसों का तेल हृदय स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा माना जाता है। यह मोनोअनसैचुरेटेड वसा और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा में समृद्ध है। ये दोनों फैट खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करते हैं।
1. वायरल से बचाव करे
सरसों के तेल में खाना बनाने से आप खुद को वायरस से बचा सकते हैं। इसमें कई ऐसे गुण होते हैं, जो वायरल बीमारियों से बचाव करते हैं। सरसों के तेल में खाना बनाने से सर्दी, खांसी, जुकाम और वायरल की समस्या से बार-बार परेशान नहीं होना पड़ता है। दरअसल, सरसों के तेल की तासीर गर्म होती है जिससे आप वायरल से बच सकते हैं।
2. श्वसन तंत्र को बनाए मजबूत
अगर सरसों के तेल में खाना बनाकर खाया जाए, तो श्वसन तंत्र मजबूत बनता है। सरसों के तेल में मौजूद एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल गुण श्वसन मार्ग को सुरक्षित रखते हैं। सरसों के तेल में मौजूद गुण बैक्टीरियल, वायरस को शरीर में प्रवेश करने से रोकते हैं। इसके सेवन से गले में खराश, कफ और सीने में दर्द जैसी बीमारियां दूर रहती है।
3. हृदय के लिए लाभदायक
सरसों के तेल में खाना पकाने से हृदय स्वस्थ रहता है। दरअसल, घी, रिफाइंड्स हमारे शरीर में एक्सट्रा फैट के रूप में जमा हो जाता है, जो आर्ट्रीज को ब्लॉक कर सकता है। ऐसे में सरसों का तेल फायदेमंद होता है, यह ऐसी समस्याओं से हमारा बचाव करता है। इतना ही नहीं सरसों के तेल में खाना पकाने से पाचन तंत्र भी मजबूत बनाता है। यह कब्ज की समस्या को दूर करने में सहायक होता है।
4. पाचन तंत्र को मजबूत बनाए
सरसों के तेल में पका भोजन खाने से पाचन तंत्र मजबूत बनता है। सरसों के तेल में पके खाने को पचाने में अधिक ऊर्जा खर्च नहीं करनी पड़ती है। यह तेल शरीर में मौजूद गट बैक्टीरिया को लाभ पहुंचाता है। इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है।
5. त्वचा के लिए भी फायदेमंद सरसों का तेल
सरसों के तेल की तासीर गर्म होती है, इसलिए पित्त प्रकृति के लोगों को यह नुकसान पहुंचा सकता है। इसमें विटामिन ई काफी अच्छी मात्रा में होता है, जिससे स्किन सॉफ्ट बनती है। इससे स्किन में नमी आती है, ड्राय स्किन से छुटकारा मिलता है।
नारियल के तेल में मौजूद पोषक तत्व
- ऊर्जा
- फैट
- कैल्शियम
- आयरन
- जिंक
- विटामिन-ई (अल्फा टोकोफेरोल)
- विटामिन-के (फिलोक्विनोन)
- सैचुरेटेड फैटी एसिड
- मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड
- पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड
नारियल के तेल में खाना बनाने के फायदे (health benefits of cooking in coconut oil )
आयुर्वेद के अनुसार पित्त प्रकृति के लोगों के लिए नारियल का तेल काफी फायदेमंद होता है। नारियल के तेल की तासीर ठंडी होता है, जो पित्त प्रकृति के लोगों के शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है। नारियल के तेल में खाना बनाने से शरीर को कई तरह से लाभ मिलते हैं। नारियल का तेल वजन घटाने, बालों को पोषण देने के लिए काफी अच्छा होता है। यह तेल त्वचा में नमी बनाए रखने में भी मददगार होता है। इसमें एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसके साथ ही नारियल तेल डाइजेशन सिस्टम को भी बेहतर बनाता है।
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1. वजन कम करने में फायदेमंद
अगर आपको अपना वजन कम करना है, तो नारियल के तेल में बना खाना खा सकते हैं। वजन कम करने में नारियल का तेल काफी फायदेमंद होता है। इसमें अन्य तेलों के मुकाबले कम फैट होता है। इसलिए इसमें पका खाना आपके वजन को नियंत्रित करने में मददगार होता है। यह वजन घटाने का कारगर तरीका है।
2. त्वचा को बनाए नरम-मुलायम
नारियल के तेल में पका खाना खाने से त्वचा काफी मुलायम बनी रहती है। नारियल का तेल स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह शरीर को अंदर से मॉयश्चराइज करता है, जिसका असर स्किन पर देखने को मिलता है।
3. पित्त प्रकृति के लोगों के लिए फायदेमंद
आयुर्वेद के अनुसार पित्त प्रकृति के लोगों के लिए नारियल के तेल में बना खाना बेहद फायदेमंद माना जाता है। इस तेल में बना खाना बेहद लाभदायक होता है। डायटीशियन डॉक्टर सुगीता मुटरेजा बताती हैं कि अगर आपकी प्रकृति पित्त है यानी आपके शरीर की तासीर गर्म है, तो आपको नारियल के तेल में बना खाना ही खाना चाहिए। नारियल तेल की तासीर ठंडी होती है, जिससे पेट को ठंडक मिलती है।
खाना पकाने के लिए कौन-सा तेल है अधिक फायदेमंद
आयुर्वेद के अनुसार सरसों के तेल की तासीर गर्म होती है, इसलिए यह कफ और वात प्रकृति के लोगों के लिए काफी फायदेमंद होती है। वही दूसरी तरफ नारियल के तेल की तासीर ठंडी होती है, जो पित्त प्रकृति के लोगों के लिए लाभदायक होती है। अगर अपने-अपने शरीर की प्रकृति को ध्यान में रखकर खाना पकाया जाए, तो दोनों से काफी लाभ मिलते हैं। सरसों और नारियल का तेल दोनों ही स्वास्थ्य, त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होते हैं, अगर इनका इस्तेमाल सही तरीके से जाए तो।
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दोनों को मिलाकर न बनाएं खाना
सरसों के तेल और नारियल के तेल को कभी भी मिलाकर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इन दोनों की तासीर अलग-अलग होती है, ऐसे में साथ में मिलाकर इस्तेमाल करने से रिएक्शन भी हो सकता है। इन दोनों तेलों को कभी मिलाकर नहीं खाना चाहिए।
आप भी अपनी प्रकृति को ध्यान में रखकर सरसों का तेल और नारियल के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। दोनों के अपने-अपने गुण होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं।