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आयुर्वेद के अनुसार अलग-अलग खाना बनाने के लिए कैसे चुनें सही तेल? जानें एक्सपर्ट से

आयुर्वेद में खाना बनाने के लिए कई तरह के तेल फायदेमंद बताए गए हैं। जानें अलग-अलग चीजें तैयार करने के लिए कौन-सा कूकिंग ऑयल इस्तेमाल करने चाहिए।
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आयुर्वेद के अनुसार अलग-अलग खाना बनाने के लिए कैसे चुनें सही तेल? जानें एक्सपर्ट से

आयुर्वेद में खाने को ही औषधी माना गया है। इसलिए आयुर्वेदिक डाइट में खाने पर विशेष ध्यान दिया जाता है। आप क्या खा रहे हैं इससे भी ज्यादा जरूरी है कि आप खाना किस तरह खाना बना रहे हैं। इसका मतलब है कि आप खाना बनाने के लिए किन चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं। अक्सर सभी घरों में खाना बनाने के लिए सरसों का तेल और देसी घी ही इस्तेमाल होता है। वहीं, कुछ लोग ऑलिव ऑयल, सूरजमुखी का तेल और सोयाबीन ऑयल भी खाना बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कौन-सा व्यंजन बनाने के लिए कौन-सा तेल इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही, अलग-अलग तरीके से बनाने के लिए अलग तेल इस्तेमाल करना क्यों जरूरी है? इस बारे में जानकारी देते हुए आयुर्वेदिक डॉक्टर वरलक्ष्मी यनमंद्रा ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। आइए लेख के माध्यम से जानें इस बारे में विस्तार से।

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आयुर्वेद के अनुसार खाना बनाने के लिए सही तेल कैसे चुनें- Best Oils For Cooking As Per Ayurveda

देसी घी- Desi Ghee

देसी घी को आयुर्वेद में सबसे ज्यादा फायदेमंद माना गया है। इसका स्मोकिंग पॉइंट हाई होता है और इससे बॉडी को हेल्दी फैट्स मिलते हैं। इसे आप दाल, सब्जी या खिचड़ी पर डालकर खा सकते हैं। इसके अलावा, पकवान तलने या भूनने के लिए भी इसे इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण बॉडी में इंफेक्शन रोकने में मदद करते हैं।

नारियल का तेल- Coconut Oil

भारत के दक्षिणी भाग में ज्यादातर लोग खाना बनाने के लिए नारियल तेल ही इस्तेमाल करते हैं। इसमें भी हेल्दी फैट्स होने के साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इसे खाना बनाने और खाने को भूनने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन खाना बनाते वक्त इसे कम मात्रा में ही इस्तेमाल करें।

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तिल का तेल- Sesame Oil

तिल का तेल का इस्तेमाल पूजा-पाठ के अलावा खाना बनाने के लिए भी होता है। इसका स्मोकिंग पॉइंट भी हाई होता है। इसमें लिक्विड फैट्स होते हैं जो शरीर के साथ त्वचा के लिए भी जरूरी हैं। इसे खाना बनाने और पकवान भूनने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

सरसों का तेल- Mustard Oil

अधिकतर घरों में खाना बनाने के लिए सरसों का तेल इस्तेमाल किया जाता है। जबकि आयुर्वेद में इसे पाचन तंत्र के लिए भारी माना गया है। आयुर्वेद के अनुसार यह तेल तासीर में गर्म होता है। इसके ज्यादा इस्तेमाल से शरीर को नुकसान हो सकता है। इसलिए इसे खाना बनाने के लिए कभी-कभार इस्तेमाल करना चाहिए।

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मूंगफली का तेल- Peanut Oil

मूंगफली का तेल खाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह तेल महंगा होने के साथ शरीर के लिए फायदेमंद भी होता है। यह तेल भारी होने के साथ शरीर को हाइड्रेट रखने में भी मदद करता है। इसे आप पकवान तलने या भूनने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

ऑलिव ऑयल- Olive Oil

ऑलिव ऑयल में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो सेहत के लिए आवश्यक है। इसे पकवान भूनने या डेली कूकिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

इस तरह से आप अलग-अलग तरह के तेल को खाना बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें आप कोई भी तेल इस्तेमाल करें, उसे कम मात्रा में ही इस्तेमाल करें। अधिक मात्रा में कोई भी ऑयल इस्तेमाल करने से आपका वजन और कोलेस्ट्रॉल लेवल दोनों बढ़ सकता है।

 
 
 
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