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म्यूकोसाइटिस होने पर नजर आ सकते हैं ये 10 लक्षण, जानें इसके कारण और इलाज

म्यूकोसाइटिस से पीड़ित लोगों को मुंह में लाल दाने और जख्म बन जाते हैं। यह कैंसर के इलाज का एक साइड इफेक्ट है। जानें, इसके लक्षण, कारण और इलाज
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म्यूकोसाइटिस होने पर नजर आ सकते हैं ये 10 लक्षण, जानें इसके कारण और इलाज


Mucositis in Hindi: म्यूकोसाइटिस कैंसर रोगियों को होने वाली एक आम समस्या है। हाल ही में एक्ट्रेस हिना खान ने भी अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर म्यूकोसाइटिस से पीड़ित होने की जानकारी दी थी। इसमें मुंह में छाले हो जाते हैं। म्यूकोसाइटिस से पीड़ित लोगों को मुंह में लाल दाने और जख्म बन जाते हैं। आपको बता दें कि मुंह के अंदर की लेयर म्यूकोसा में सूजन आने पर, म्यूकोसाइटिस की समस्या होती है। यानी तब म्यूकोसा में सूजन आती है, तो इसी स्थिति को म्यूकोसाइटिक कहा जाता है। यह कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी जैसे कुछ कैंसर उपचारों का एक सामान्य दुष्प्रभाव हो है। म्यूकोसाइटिस को ठीक होने में 2 से 4 सप्ताह का समय लग सकता है। हालांकि, गंभीर मामलों में म्यूकोसाइटिस, कैंसर का इलाज खत्म होने के बाद ही ठीक होता है। आइए, आर्टेमिस हॉस्पिटल के मेडिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. मुकेश पाटेकर से जानते हैं म्यूकोसाइटिस के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में- 

म्यूकोसाइटिस के लक्षण- Mucositis ke Lakshan

म्यूकोसाइटिस होने पर कुछ लक्षणों का अनुभव हो सकता है। इसमें शामिल हैं-

  • 1. मुंह में दर्द और छाले होना
  • 2. डायरिया या दस्त की समस्या
  • 3. मुंह का सूखना
  • 4. खाना निगलने में परेशानी
  • 5. बोलने में परेशानी
  • 6. मुंह में घाव होना
  • 7. मुंह में लाल दाने होना
  • 8. मसूड़ों में सूजन होना
  • 9. मुंह से ब्लीडिंग होना
  • 10. गले में सूजन
mucositis

म्यूकोसाइटिस के कारण- Mucositis ke Karan

1. कैंसर का इलाज

कैंसर का इलाज म्यूकोसाइटिस का एक मुख्य कारण होता है। कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी, म्यूकोसाइटिस का कारण हो सकते हैं। दरअसल, जब कैंसर रोगी को कीमोथेरेपी दी जाती है, तो इस स्थिति में म्यूकोसाइटिस इसका साइड इफेक्ट हो सकता है।

2. संक्रामक रोग

कुछ खास तरह के संक्रामक रोग भी म्यूकोसाइटिस का कारण बन सकते हैं। इस स्थिति में एंटीबायोटिक लेने से फायदा मिल सकता है। हालांकि, डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें।

3. कमजोर प्रतिरोधक क्षमता

जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, उनमें म्यूकोसाइटिस के लक्षण नजर आ सकते हैं।

4. खराब ओरल हेल्थ

खराब ओरल हेल्थ भी म्यूकोसाइटिस का कारण बन सकता है। इसलिए इससे बचाव के लिए आपको अपनी ओरल हेल्थ का खास ख्याल रखना चाहिए।

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म्यूकोसाइटिस का इलाज- Mucositis ka ilaj

म्यूकोसाइटिस का समय पर इलाज करना बहुत जरूरी है। वैसे तो इस समस्या को सही खान-पान से ठीक किया जा सकता है। लेकिन, कुछ मामलों में दवाइयों की जरूरत पड़ सकती है।

क्रायोथेरेपी

म्यूकोसाइटिस या मुंह में छाले होने पर आप क्रायोथेरेपी का सहारा ले सकते हैं। इसके लिए आप ठंडे तरल पदार्थ का सेवन करें। आप दूध, दही, गुलंकद का पानी, छाछ, नारियल पानी, गोंद का पानी आदि का सेवन कर सकते हैं। 

एंटीबायोटिक मेडिसिन

म्यूकोसाइटिस होने पर आप एंटीबायोटिक मेडिसिन ले सकते हैं। इन दवाइयों का सेवन करने से मुंह के बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद मिलती है। हालांकि, इन दवाइयों का सेवन सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।

मेडिकेटेड माउथवॉश

मुंह के छालों से राहत पाने के लिए आप मेडिकेटेड माउथवॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं। माउथवॉश से कुल्ला करने से आपको म्यूकोसाइटिस से आराम मिल सकता है। म्यूकोसाइटिस होने पर आप रोज सुबह-शाम माउथवॉश से कुल्ला जरूर करें। इससे बैक्टीरिया नष्ट होंगे और घाव में भी आराम मिलेगा।

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लेजर थेरेपी

म्यूकोसाइटिस होने पर आप लो-लेवल लेजर थेरेपी ले सकते हैं। इससे ऊतक तेजी से रिपेयर होते हैं। इससे आपको राहत मिल सकती है। लेकिन, लेजर थेरेपी डॉक्टर की सलाह पर ही लेनी चाहिए।

हाइजीन का ध्यान रखें

म्यूकोसाइटिस होने पर आपको ओरल हाइजीन का भी खास ख्याल रखना चाहिए। इसके लिए आप नियमित रूप से ब्रश जरूर करें। साथ ही, मुंह की सफाई रखें। 

म्यूकोसाइटिस, कैंसर रोगियों में होने वाला एक सामान्य साइड इफेक्ट है। हालांकि, म्यूकोसाइटिस किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। इसमें मुंह में छाले, लाल दाने या घाव जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। अगर आपको भी म्यूकोसाइटिस के लक्षणों का अनुभव हो, तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें। 

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