E. Coli in Hindi: अमेरिका में ई.कोलाई (एस्चेरिचिया कोलाई) संक्रमण के मामले देखने को मिले हैं। बताया जा रहा है कि मैकडॉनल्ड बर्गर खाने के बाद से लोगों में इस संक्रमण के लक्षण महसूस हुए है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार ई.कोली वायरस अब तक अमेरिका के 10 पश्चिमी राज्यों में फैल चुका है। ई.कोलाई (E.Coli) बैक्टीरिया का एक समूह है, जो स्वस्थ आंतों और जानवरों की आंत में पाया जाता है। वैसे तो यह बैक्टीरिया नुकसानदायक नहीं होता है। यह भोजन को पचाने में मदद करता है। वहीं, कुछ मामलों में यह बैक्टीरिया बीमारियों का कारण बनता है। यह खूनी दस्त, उल्टी और पेट में दर्द जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। फैमिली फिजिशियन ऑफ इंडिया के जनरल फिजिशियन डॉ. रमन कुमार से जानते हैं ई.कोलाई के लक्षण, कारण और इलाज-
ई. कोलाई क्या है?- What is E. Coli in Hindi
ई.कोलाई बैक्टीरिया का एक समूह है, जो आमतौर पर स्वस्थ इंसानों और जानवरों की आंत में रहता है। आपको बता दें कि जठरांत्र पथ पर रहने वाला ई.कोलाई आमतौर पर नुकसान नहीं पहुंचाता है। यह आपके भोजन को पचाने में मदद करता है। लेकिन, कुछ मामलों में ई.कोलाई व्यक्ति को बीमार बना सकता है। ई.कोलाई के कई प्रकार व्यक्ति को बीमार कर सकते हैं। संक्रमण का कारण बनने वाला ई.कोलाई का प्रकार कोशिकाओं से चिपक सकता है और विषाक्त पदार्थों को छोड़ता है। इससे व्यक्ति में ई.कोलाई संक्रमण के लक्षण महसूस हो सकते हैं।
ई कोलाई के लक्षण- E. Coli Symptoms in Hindi
दस्त की समस्या होना ई.कोलाई संक्रमण का पहला लक्षण होता है। अगर आपको बार-बार दस्त लग रहे हैं, तो इस संकेत को बिलकुल नजरअंदाज न करें।
- पेट में दर्द
- पेट में ऐंठन
- भूख कम लगना
- दस्त
- मल में खून निकलना
- हल्का बुखार होना
- पेल्विक एरिया में दर्द होना
- पेशाब करते समय दर्द होना
- पेशाब में जलन महसूस होना
- पेशाब में छाग आना
ई. कोलाई के कारण- E. Coli Causes in Hindi
- ई. कोलाई बैक्टीरिया के कारण इंफेक्शन यानी संक्रमण हो सकता है।
- ई. कोलाई से संक्रमित लोगों के संपर्क में आना
- अधपका या कच्चे मांस का सेवन करना
- अधपके दाल, पालक या सलाद का सेवन करना
- संक्रमित जानवरों को छूने या उनके संपर्क में आने से भी ई. कोलाई संक्रमण हो सकता है।
- दूषित पानी पीने से ई.कोलाई होने का जोखिम बढ़ जाता है।
ई. कोलाई का इलाज- E. Coli Treatment in Hindi
ई.कोलाई पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बनता है। कुछ मामलों में ई.कोलाई संक्रमण होने पर इलाज की जरूरत नहीं पड़ती है। लेकिन, कुछ मामलों में ई.कोलाई के इलाज की जरूरत पड़ती है। इस स्थिति में डॉक्टर एंटीबायोटिक्स लिख सकते हैं। या फिर डायरिया रोधी दवाइयां लिखी जा सकती है। इसके अलावा, ई.कोलाई होने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ऐसे में ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है।
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