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ब्रेन में कोलाइड सिस्ट होने पर नजर आते हैं तेज सिरदर्द और कमजोर याद्दाश्त जैसे लक्षण, जानें इसके कारण और इलाज

What is Colloid Cysts in Brain: ब्रेन में कोलाइड सिस्ट बनना एक दुर्लभ समस्या है। सिस्ट बनने पर सीएसएफ के सामान्य प्रवाह में रुकावट आ जाती है। जानें, इसके लक्षण, कारण और इलाज
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ब्रेन में कोलाइड सिस्ट होने पर नजर आते हैं तेज सिरदर्द और कमजोर याद्दाश्त जैसे लक्षण, जानें इसके कारण और इलाज


Colloid Cysts in Hindi: ब्रेन में कोलाइड सिस्ट होना एक दुलर्भ बीमारी है। आपको बता दें कि कोलाइड सिस्ट, मस्तिष्क के अंदर पाए जाने वाले एक तरह के ट्यूमर होते हैं। ये ट्यूमर सिस्टिक द्रव से भरे होते हैं। कोलाइड सिस्ट, ब्रेन में तीसरे वेंट्रिकल में पाए जाते हैं। ये सिस्ट मस्तिष्कमेरु द्रव (CSF) के सामान्य प्रवाह में बाधा डालते हैं। इसकी वजह से कई गंभीर लक्षण और जटिलताएं महसूस हो सकती हैं। यह समस्या जानलेवा हो सकती है। इसलिए ब्रेन में कोलाइड सिस्ट बनने पर तुरंत उपचार की जरूरत होती है। ये सिस्ट धीरे-धीरे बढ़ते हैं और किसी भी उम्र के लोगों में हो सकते हैं। आमतौर पर कोलाइड सिस्ट 30-40 साल के बीच के लोगों में देखने को मिलता है। मस्तिष्क में कोलाइड सिस्ट (Colloid Cysts in Brain) के बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने सीके बिड़ला हॉस्पिटल की कोलाइड सिस्ट विशेषज्ञ डॉ. राथिजीत मित्रा से बातचीत की-

ब्रेन में कोलाइड सिस्ट के लक्षण- Brain me Colloid Cysts ke Lakshan

  • तेज सिरदर्द- अचानक होने वाला सिरदर्द
  • बेहोशी
  • मतली और उल्टी
  • धुंधला दिखाई देना
  • याद्दाश्त कमजोर होना
  • दोहरी दृष्टि
colloid cysts

ब्रेन में कोलाइड सिस्ट के कारण- Brain me Colloid Cysts Banane ke Karan

ब्रेन में कोलाइड सिस्ट के कारणों के बारे में अभी तक कोई ज्ञात जानकारी उपलब्ध नहीं है। मस्तिष्क में कोलाइड सिस्ट क्यों बनता है, इसके बारे में शोध चल रहे हैं। हालांकि, कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि गर्भ में भ्रूण के बढ़ने के दौरान ही सेंट्रल नर्वस सिस्टम के विकसित होने की वजह से कोलाइड सिस्ट बन जाते हैं। 

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ब्रेन में कोलाइड सिस्ट का इलाज- Brain me Colloid Cysts ka ilaz

कोलाइड सिस्ट का इलाज, विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है। इसमें सिस्ट का आकार, लक्षण और गंभीरता शामिल हैं। इन्हीं कारकों के आधार पर कोलाइड सिस्ट का उपचार किया जाता है।

1. वेंट्रिकुलोपेरिटोनियल शंट

यह एक तरह की सर्जरी है। इसका इस्तेमाल तब किया जाता है, जब मस्तिष्क में ज्यादा सीएसएफ यानी मस्तिष्कमेरु द्रव जमा हो जाता है। सर्जरी के माध्यम से अतिरिक्त सीएसएफ को मस्तिष्क से निकालर, उदर गुहा में मोड़ा जाता है। इससे मस्तिष्क पर पड़ने वाला दबाव कम हो जाता है और व्यक्ति को आराम मिलता है।

2. एंडोस्कोपिक 

एंडोस्कोपिक में कोलाइड सिस्ट को हटाने के लिए छोटे चीरे के माध्यम लगाए जाते हैं। इसके लिए एंडोस्कोप का उपयोग किया जाता है।

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3.  क्रैनियोटॉमी

कोलाइड सिस्ट को हटाने के लिए क्रैनियोटॉमी सर्जरी का भी सहारा लिया जाता है। अधिकतर मामलों में सिस्ट को हटाने के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ती है। 

कोलाइड सिस्ट, ब्रेन में बनने वाला सिस्ट है, जो एक दुर्लभ स्थिति है। यह एक जानलेवा स्थिति हो सकती है। हालांकि, अगर इसके लक्षणों पर ध्यान देकर, समय पर इलाज लिया जाए, तो सर्जरी के माध्यम से इस सिस्ट को हटाया जा सकता है। इसलिए कोलाइड सिस्ट के लक्षणों को कभी नजरअंदाज न करें।

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