Expert

बरसात में एक्जिमा और सोरायसिस से पीड़ित लोग जरूर बरतें ये सावधानियां? खुद डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताया

Monsoon Skincare Tips: मानसून में अक्सर सोरायसिस और एग्जिमा की समस्या उभर जाती है। ऐसे में आपको बचाव के लिए इन टिप्स को आजमाना चाहिए जो कि इस समस्या से उभरने में मदद कर सकता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
बरसात में एक्जिमा और सोरायसिस से पीड़ित लोग जरूर बरतें ये सावधानियां? खुद डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताया


Monsoon Skincare Tips: सोरायसिस और एग्जिमा की समस्या, बरसात के दिनों में अक्सक अचानक से ट्रिगर कर जाती है। इसके लक्षण इस मौसम में भड़क जाते हैं और इससे तमाम प्रकार की दिक्कतें होनी लगती हैं। ऐसे में इस मौसम में अगर आप कुछ बातों का ख्याल रखें तो इन दोनों ही समस्याओं से बच सकते हैं। तो बरसात के मौसम में एक्जिमा और सोरायसिस से कैसे बचें, इसके लिए हमने Ms. Lalita Arya, CEO, Dermalogy Care से बात की जिन्होंने कुछ टिप्स बताए जिन्हें फॉलो करके आप इन तमाम प्रकार के ट्रिगर्स से बच सकते हैं।

बरसात में एक्जिमा या सोरायसिस की समस्या कैसे भड़क जाती है?

कई लोगों के लिए, मानसून का मौसम भीषण गर्मी से राहत लेकर आता है। लेकिन जो लोग एक्जिमा या सोरायसिस से पीड़ित हैं, उनके लिए यह बेचैनी, चकत्ते और अप्रत्याशित त्वचा प्रतिक्रियाओं की लहर पैदा कर सकता है। इस मौसम में बढ़ी हुई नमी, बार-बार नमी और तापमान में उतार-चढ़ाव त्वचा की संवेदनशीलता को और बिगाड़ने के लिए एकदम सही माहौल बनाते हैं।

एक्जिमा और सोरायसिस सिर्फ त्वचा की गहरी समस्याएं नहीं हैं, ये भावनात्मक स्वास्थ्य, रोज के आराम और आत्मविश्वास को भी प्रभावित करते हैं। बारिश के दौरान, यह बोझ अक्सर बढ़ जाता है। समझने वाली पहली बात यह है कि हवा में अत्यधिक नमी पसीने और बैक्टीरिया को त्वचा पर लंबे समय तक, खासकर त्वचा की सिलवटों में, रहने का कारण बन सकती है। एक्जिमा से पीड़ित लोगों में, इससे खुजली, चकत्ते और कुछ मामलों में संक्रमण बढ़ सकता है। दूसरी ओर, सोरायसिस से पीड़ित लोगों को शुष्क इनडोर हवा पंखे या एसी से और चिपचिपी बाहरी जलवायु के बीच लगातार उतार-चढ़ाव के कारण त्वचा पर पपड़ी और लालिमा का अनुभव हो सकता है।इस मौसम में कोमल और नियमित त्वचा देखभाल और भी जरूरी हो जाती है।

इसे भी पढ़ें: सोरायसिस और एक्जिमा के बीच में क्या अंतर होते हैं? डॉक्टर से जानें

बरसात में एक्जिमा या सोरायसिस से पीड़ित लोगों के लिए सावधानियां

कठोर साबुन से बचें

हल्के, सुगंध-रहित क्लींजर का इस्तेमाल करें जो त्वचा की प्राकृतिक परत को न हटाएं। बस कठोर साबुन के इस्तेमाल से बचें। नहाने के बाद, अपनी त्वचा को थपथपाकर सुखाएं, कभी रगड़ें नहीं और जब त्वचा अभी भी नम हो, तब एक गाढ़ा, सेरामाइड-आधारित मॉइस्चराइजर लगाएं ताकि नमी बरकरार रहे। यह छोटी सी आदत चकत्ते को रोकने में बहुत बड़ा बदलाव ला सकती है।

Psoriasis

सूती जैसे हवादार कपड़े पहनें और गीले कपड़े तुरंत बदलें

कपड़ों का चुनाव भी हमारी समझ से कहीं ज्यादा मायने रखता है। सूती जैसे हवादार कपड़े पहनें, और गीले कपड़े तुरंत बदल दें। गीले कपड़ों को पहने रखना मानसून के दौरान त्वचा में जलन के प्रमुख कारणों में से एक है। इससे इंफेक्शन तेजी से फैलता है और लंबे समय तक बना रखता है।

हल्का सनस्क्रीन लगाएं

अगर आप बाहर जा रहे हैं, तो एक हल्का सनस्क्रीन लगाएं जो रोमछिद्रों को बंद न करे लेकिन फिर भी सुरक्षा प्रदान करे। सनस्क्रीन आप अपने डॉक्टर से पूछकर ले सकते हैं जो कि आपकी स्किन के लिए अच्छा हो। आप घर के बाहर जाएं या घर पर रहें सनस्क्रीन जरूर लगाएं।

इसे भी पढ़ें: त्वचा को गहराई से साफ करने के लिए करें डबल क्लींजिंग, जानें स्टेप्स

खाना भी एक खामोश समस्या पैदा कर सकता है। मानसून में तले हुए स्नैक्स खाने की इच्छा होना समझ में आता है। लेकिन संवेदनशील त्वचा के लिए, चिकना और मसालेदार खाना सूजन बढ़ा सकता है। इसके बजाय, पानी, नारियल पानी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फलों के माध्यम से हाइड्रेशन पर ध्यान दें जो त्वचा को अंदर से शांत करने में मदद करते हैं।

जो लोग तमाम सावधानियों का पालन करने के बावजूद अपने एक्जिमा या सोरायसिस को नियंत्रित करने में संघर्ष कर रहे हैं, उनके लिए यह जरूरी है कि वे स्वयं दवा न लें या इंटरनेट पर उपलब्ध नुस्खों पर निर्भर न रहें। हर त्वचा का प्रकार अलग होता है, और उपचार उचित होना चाहिए। इसीलिए डर्मोलॉजी केयर जैसे प्लेटफॉर्म बदलाव ला रहे हैं। त्वचा विशेषज्ञों द्वारा समर्थित दिनचर्या, चुनिंदा उत्पादों और निरंतर सहायता तक पहुंच प्रदान करके, खासकर पुरानी त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए। हमारा लक्ष्य लोगों को अपनी त्वचा का प्रबंधन करने के लिए सशक्त बनाना है, न कि केवल उस पर प्रतिक्रिया करना।

मानसून के दौरान एक्जिमा या सोरायसिस से पीड़ित होने का मतलब असुविधा या निराशा नहीं है। सही आदतों, थोड़ी अतिरिक्त देखभाल और विश्वसनीय विशेषज्ञ मार्गदर्शन के साथ, यह मौसम आपकी त्वचा के लिए बहुत बेहतर हो सकता है।

FAQ

  • एक्जिमा के लिए 3 मिनट का नियम क्या है?

    एक्जिमा, 3 मिनट का नियम यह है कि आपको नहाने के 3 मिनट के भीतर अपने शरीर को नमीयुक्त बनाना है, ताकि नमी शरीर में बनी रहे और एक्जिमा ट्रिगर न हो।
  • एक्जिमा में कौन सा साबुन लगाना चाहिए?

    एक्जिमा में साबुन लगाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे दिक्कत बढ़ सकती है और लक्षण भड़क सकते हैं। इसकी जगह आप नॉर्मल सॉफ्ट साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं।  
  • एक्जिमा में कौन सा तेल लगाना चाहिए?

    एक्जिमा में नारियल तेल लगाना बहुत फायदेमंद हो सकता है। ये एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर है जो कि एक्जिमा के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।

 

 

 

Read Next

चाहिए हेल्दी और ग्लोइंग स्किन! चेहरे पर लगाएं एवोकाडो के बीज का ये फेस मास्क

Disclaimer

TAGS