How Do I Keep My Hair Healthy With Psoriasis: सोरायसिस एक स्किन से जुड़ी समस्या है। इस परेशानी में स्किन पर लाल, खुजली वाले, पपड़ीदार पैच बन जाते हैं। यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से अपनी ही कोशिकाओं पर हमला कर देती है। यह समस्या शरीर के साथ बालों की स्कैल्प में भी हो सकती है। इसे मेडिकल भाषा में स्कैल्प सोरायसिस कहा जाता है, जो खोपड़ी की स्किन को प्रभावित करती है। यह सोरायसिस का एक रूप है, जो स्किन सेल्स के तेजी से बढ़ने के कारण होता है। ऐसे में स्कैल्प सोरायसिस का सामना कर रहे लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि वह आपने बालों का ध्यान किस तरह रख सकते हैं? अगर आपके मन में भी यह सवाल आता है, तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए है। यहां हम डॉ. शाजिया जैदी, सलाहकार - त्वचाविज्ञान, मेट्रो अस्पताल, नोएडा (Dr. Shazia Zaidi, Consultant - Dermatology , Metro Hospital, Noida) से जानेंगे कि सोरायसिस के साथ बालों का ख्याल कैसे रखा जा सकता है।
सोरायसिस क्या है?-What is Psoriasis
सोरायसिस एक क्रोनिक ऑटोइम्यून रोग है, जो स्किन पर मोटे, खुश्क और पपड़ीदार धब्बों का कारण बनती है। यह सिर की स्किन (स्कैल्प) को प्रभावित करता है, तो बालों की देखभाल एक चुनौती बन जाती है। इस स्थिति में खुजली, जलन, स्केलिंग और जलन के साथ-साथ बालों का झड़ना भी आम शिकायत बन जाती है। ऐसे में लोगों के लिए सही हेयर केयर रूटीन अपनाना बेहद जरूरी हो जाता है। आइए इस बारे में डॉक्टर से जानते हैं:
टॉप स्टोरीज़
1. चिकित्सकीय शैंपू का प्रयोग करें (Use Therapeutic Shampoo)
सोरायसिस में बालों की देखभाल करने के लिए ऐसे शैंपू का इस्तेमाल करें, जिनमें कोल टार, सैलिसिलिक एसिड, केटोकोनाजोल या हल्के स्टेरॉइड्स हों। ये स्केलिंग, सूजन और खुजली को कम करने में मदद करती है। हालांकि, आपको इन्हें रोजाना इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। आप हफ्ते में 2-3 बार हेयर वॉश कर सकते हैं। इसके अलावा, आप माइल्ड, बिना खुशबू वाले शैंपू का ही इस्तेमाल करें।
2. कठोर केमिकल्स से बचें (Avoid Harsh Chemicals)
सोरायसिस में बालों की देखभाल करते समय आपको ऐसे प्रोडक्ट्स से दूर रहना चाहिए, जिनमें अल्कोहल, सल्फेट्स, पैराबेन्स या आर्टिफिशियल खुशबू हो। ये प्रोडक्ट्स स्कैल्प को ज्यादा सूखा और सेंसिटिव बना सकते हैं। इससे बालों की समस्याएं बढ़ सकती हैं।
3. सिर धोते समय कोमलता बरतें (Be Gentle While Washing Your Hair)
बता दें कि सोरायसिस का सामना कर रहे लोगों को सिर धोते समय नाखूनों से तेज रगड़कर स्क्रबिंग नहीं करनी चाहिए। आप हल्के हाथों से उंगलियों के पोरों से स्कैल्प की मालिश कर सकते हैं। आप गर्म पानी की जगह गुनगुने पानी से बाल धो सकते हैं। इसके बाद बालों को रगड़ने की बजाय हल्के तौलिए से सुखा सकते हैं।
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4. स्कैल्प को मॉइस्चराइज करें (Moisturize the Scalp)
आप रोजाना या सप्ताह में 2-3 बार नारियल तेल, जैतून तेल या कोई चिकित्सक द्वारा सुझाया गया स्कैल्प ऑइल रातभर के लिए लगा सकते हैं। इससे खुजली और सूखापन कम होता है। सुबह हल्के शैंपू से बालों को धो लें। इससे बालों को फायदा हो सकता है।
5. हीट स्टाइलिंग से बचें (Avoid Heat Styling)
अगर आप सोरायसिस की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो हीट स्टाइलिंग से बचना चाहिए। ऐसे में आपको ब्लो ड्रायर, स्ट्रेटनर और कर्लिंग आयरन से बचना चाहिए। ऐसे में स्कैल्प और ज्यादा ड्राई हो सकती है। अगर आप हीट स्टाइलिंग कर रहे हैं, तो लो हीट पर और हीट प्रोटेक्टेंट लगाकर ही करें।
6. फ्लेयर-अप के दौरान बाल छोटे रखें (Keep Your Hair Short During Flare-Ups)
अगर स्कैल्प पर बहुत ज्यादा फ्लेयर-अप हो रहा है, तो बाल छोटे रखना बहुत जरूरी है। इससे दवाएं स्कैल्प तक आसानी से पहुंचती हैं और स्केल्स को हटाना भी आसान हो जाता है। ऐसे में बालों को छोटा रखना ही फायदेमंद है।
7. नियमित रूप से डॉक्टर से संपर्क करें (Visit Your Doctor Regularly)
सोरायसिस की देखभाल केवल हेयर प्रोडक्ट्स से नहीं होती है। इसमें टॉपिकल, ओरल या फोटोथेरेपी ट्रीटमेंट की आवश्यकता भी हो सकती है। ऐसे में आपको एक स्किन रोग विशेषज्ञ से नियमित सलाह लेना जरूरी है। आपको इस स्थिति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
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कुल मिलाकर, सोरायसिस में सही जानकारी और नियमित देखभाल से न केवल स्कैल्प की स्थिति बेहतर होती है, बल्कि बाल भी स्वस्थ बने रहते हैं। हमेशा कोमलता से बालों और स्कैल्प का ख्याल रखें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह लें। इससे बालों को फायदा हो सकता है।
FAQ
सोरायसिस से कौन-से अंगों पर असर होता है?
सोरायसिस स्किन के साथ-साथ आंखें, हृदय, फेफड़े, जठरांत्र (जीआई) पथ (पेट और आंत), लिवर और किडनी भी असर डाल सकती है। इस बीमारी के संकेत त्वचा पर 60% से 80% रोगियों में दिखते हैं।क्या सोरायसिस खतरनाक है?
सोरायसिस एक गंभीर बीमारी है, लेकिन यह आमतौर पर जानलेवा नहीं होती है। हालांकि, सोरायसिस की वजह से स्किन और अन्य अंगों को नुकसान हो सकता है। ऐसे में जीवन की क्वालिटी में गिरावट आ सकती है।सोरायसिस होने का मुख्य कारण क्या है?
सोरायसिस एक अतिसक्रिय प्रतिरक्षा प्रणाली (Overactive Immune System) के कारण होती है, जो सूजन और त्वचा कोशिका वृद्धि चक्र को छोटा करती है। प्लाक आमतौर पर कोहनी, घुटनों, पीठ, चेहरे, हथेलियों, पैरों और खोपड़ी पर होती है।