समुद्री भोजन यानी सी-फूड को हेल्दी डाइट का हिस्सा माना जाता है क्योंकि इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन और जिंक जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि कुछ लोगों को सी-फूड खाने के बाद त्वचा पर अचानक रैशेज़, खुजली या पिंपल्स हो जाते हैं? दरअसल, कई बार शरीर में किसी विशेष फूड ग्रुप को लेकर सेंसिटिविटी होती है, जो धीरे-धीरे एलर्जी या त्वचा की अन्य समस्याओं का रूप ले सकती है। सी-फूड में हाई प्रोटीन और कुछ मामलों में भारी मात्रा में आयोडीन पाया जाता है, जो कुछ लोगों की त्वचा पर बुरा असर डाल सकता है। इस लेख में हम स्किन विशेषज्ञों की राय के आधार पर जानेंगे कि क्या वाकई सी-फूड त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है और किन लोगों को इससे परहेज करना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Dr. Atula Gupta, Chief Dermatologist and Medical Director, Skinaid Clinic, Gurgaon और लखनऊ के विकास नगर में स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
आयोडीन की ज्यादा मात्रा से एक्ने हो सकते हैं- Excess Iodine and Acne
झींगे (Shrimps), केकड़ा (Crab) और सीप (Oysters) जैसे सी-फूड्स में आयोडीन की मात्रा ज्यादा होती है। रिसर्च के अनुसार, आयोडीन ज्यादा मात्रा में लेने से शरीर में सूजन पैदा हो सकती है, जिससे एक्ने यानी पिंपल्स का खतरा बढ़ जाता है। जिन लोगों की त्वचा पहले से ही ऑयली होती है, उन्हें सी-फूड के कारण पसीने और ब्लॉकेज की समस्या हो सकती है।
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स्किन कैंसर का खतरा- Skin Cancer
स्प्रिंगर पर पब्लिश हुई एक स्टडी में बताया गया है कि मछली खाने से स्किन कैंसर 'मेलानोमा' हो जाता है। यह त्वचा का एक गंभीर कैंसर है, जो त्वचा की रंग बनाने वाली कोशिकाओं में होता है। यह जल्दी फैल सकता है, इसकी समय पर पहचान करना जरूरी है।
सी-फूड से स्किन एलर्जी हो सकती है- Skin Allergy
सी-फूड एलर्जी एक आम समस्या है जिससे त्वचा पर रैशेज, रेडनेस, सूजन या खुजली हो सकती है। यह स्किन एलर्जी, सी-फूड में मौजूद प्रोटीन जैसे ट्रोपोमायोसिन (Tropomyosin) से होती है। एलर्जी के लक्षण तुरंत नहीं, बल्कि कुछ घंटों या दिनों बाद भी दिख सकते हैं। अगर आपको सी-फूड खाने के बाद बार-बार स्किन इर्रिटेशन होता है, तो एलर्जी टेस्ट कराना जरूरी है।
पाचन समस्या से त्वचा पर असर होता है- Digestive Issues Affect Skin
अगर सी-फूड सही तरीके से न पचे, तो शरीर में टॉक्सिन्स इकट्ठे होने लगते हैं, जिससे स्किन ब्रेकआउट्स, डलनेस और एलर्जी जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। जिन लोगों की डाइजेशन वीक होती है, उन्हें सी-फूड का सीमित सेवन करना चाहिए।
किन लोगों को सी-फूड से परहेज करना चाहिए?- Who Should Avoid Seafood
जिन्हें पहले से एक्जिमा, सोरायसिस या रोजेसिया जैसी त्वचा संबंधी बीमारियां हैं, उन्हें सी-फूड का सेवन करते समय सतर्क रहना चाहिए। इसके अलावा, जिन्हें डाइजेशन या एलर्जी की हिस्ट्री है, उन्हें सी-फूड से परहेज़ करना चाहिए या डॉक्टर की निगरानी में ही खाना चाहिए।
अगर सी-फूड खाने के बाद आपकी त्वचा पर बार-बार रिएक्शन होता है, तो इसे नजरअंदाज न करें। एक बार त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लेकर एलर्जी टेस्ट कराएं और सही डाइट प्लान बनाएं।
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FAQ
किन फूड्स से त्वचा की समस्याएं होती हैं?
ज्यादा तला-भुना खाना, मीट, मछली, प्रोसेस्ड फूड, ज्यादा शक्कर, डेयरी और ज्यादा मसालेदार चीजें त्वचा पर मुंहासे, रैशेज और त्वचा में मौजूद ऑयल को बढ़ा सकती हैं।क्या सी-फूड त्वचा को प्रभावित करता है?
हां, कुछ लोगों को सी-फूड से एलर्जी हो सकती है जिससे स्किन रैशेज, सूजन या खुजली हो सकती है। हाई आयोडीन युक्त मछली को खाने से पिंपल्स भी हो सकते हैं।सी-फूड कब नहीं खाना चाहिए?
सी-फूड से एलर्जी हो, स्किन पर बार-बार रैशेज आ रहे हों, थायरॉइड हो या प्रेग्नेंसी में डॉक्टर ने मना किया हो, तो सी-फूड नहीं खाना चाहिए।
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