Camphor In Mustard Oil For Joint Pain In Hindi: सरसों के तेल में खाना पकाने के अलावा, शरीर की मालिश करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। सरसों के तेल में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-फंगल और एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुण पाए जाते हैं। बता दें, आज के समय में ज्यादातर लोग जोड़ों के दर्द की समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में जोड़ों के दर्द के लिए राहत के लिए सरसों के तेल में कपूर को मिलाकर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। कपूर में एंटी-फंगल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल के गुण पाए जाते हैं, जो जोड़ों के दर्द के लिए फायदेमंद हैं। ऐसे में आइए मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता (Dr. Kiran Gupta, Yoga, Naturopathy, Nutrition and Ayurveda Specialist, Professor at Mewar University and Senior Physician at Naturopathy Hospital, Bapunagar, Jaipur) से जानें सरसों के तेल में कपूर को मिलाकर कैसे इस्तेमाल करें?
कैसे करें सरसों के तेल के साथ कपूर का इस्तेमाल? - How To Use Camphor With Mustard Oil?
इसके लिए 100 ग्राम सरसों के तेल में 20 ग्राम कपूर को मिलाकर 1 बॉटल में डालकर 2-3 दिन के लिए रख दें। अब इसको प्रभावित जगह पर लगाएं और मसाज करें। इससे कई परेशानियों से राहत मिलती है।
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कैसे करें सरसों के तेल और कपूर के तेल का प्रयोग? - How To Use Mustard Oil And Camphor Oil?
अब सरसों और कपूर के इस तेल से जोड़ों के दर्द (प्रभावित जगह पर) लगाकर हल्के हाथ से मसाज करें और हल्के कपड़े की मदद से ढक लें। इससे जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। ध्यान रहे, इस तेल से मसाज करने के दौरान पंखे के नीचे न बैठें।
जोड़ों में सरसों के तेल और कपूर से मसाज करने के फायदे - Benefits Of Massaging Joints With Mustard Oil And Camphor In Hindi
दर्द से दे राहत
सरसों के तेल और कपूर में एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुण पाए जाते हैं। ऐसे में इनके तेल से जोड़ों की मालिश करने से गठिया जैस समस्याओं के कारण जोड़ों में होने वाले दर्द को कम करने में मदद मिलती है। इससे दर्द से राहत देने में मदद मिल सकती है।
मांसपेशियों को रिलैक्स करे
सरसों के तेल और कपूर में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। इनको मिलाकर जोड़ों या पीठ जैसी जगाहों पर मालिश करने से मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने और मांसपेशियों को रिलैक्स करने में मदद मिलती है, जिससे सूजन को कम करने में मदद मिलती है।
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सूजन कम करे
सरसों के तेल और कपूर में अच्छी मात्रा में एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। ऐसे में सरसों के तेल में कपूर को मिलाकर इस तेल से मसाज करने से यह शरीर की सूजन को कम करने में सहायक है, जिससे जोड़ों के दर्द के साथ-साथ सूजन में भी आराम आता है।
ब्लड फ्लो को बेहतर करे
सरसों के तेल में कपूर को मिलाकर इससे जोड़ों में मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में मदद मिलती है। नसों में ब्लड फ्लो के बेहतर होने से जोड़ों में होने वाली दर्द और सूजन आने जैसी समस्या से राहत देने में मदद मिलती है। इसके अलावा, इस तेल से तलवों की मालिश करने से पैरों के दर्द को कम करने, सर्दी-जुकाम से बचाव करने, कंजेशन से राहत देने और आंखों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
सरसों के तेल और कपूर में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट्स के गुण पाए जाते हैं। ऐसे में सरसों के तेल में कपूर को मिलाकर, इस तेल से मालिश करने से जोड़ों के दर्द को कम करने, सूजन को कम करने, मांसपेशियों को रिलैक्स करने और ब्लो फ्लो को बेहतर करने में मदद मिलती है। ध्यान रहे, जोड़ों में अधिक दर्द, चलने-फिरने में परेशानी होने या अधिक परेशानी होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें और हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें।
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FAQ
जोड़ों में दर्द होने के क्या कारण हैं?
कई लोग जोड़ों के दर्द की समस्या से परेशान रहते हैं। यह समस्या लोगों को गठिया, चोट, इंफेक्शन, सूजन आने और ऑटोइम्यून बीमारियों के कारण हो सकती है। ऐसे में जोड़ों के दर्द की समस्या से राहत के लिए डॉक्टर से सलाह ली जा सकता है।मसाज के लिए सबसे अच्छा तेल कौन सा है?
मसाज करने से स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं से राहत देने में मदद मिलती है। वहीं, शरीर की मसाज करने के लिए सरसों के तेल, बादाम के तेल, ऑलिव ऑयल और नारियल के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे शरीर को पोषण देने में मदद मिलती है।क्या खाने से जोड़ों का दर्द कम होता है?
जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्वों से युक्त डाइट लें। इसके लिए अलसी के बीज, चिया सीड्स, अखरोट, ब्रोकोली, फूलगोभी और बैरीज को डाइट में शामिल किया जा सकता है।