महिलाएं इन कारणों से अधिक होती हैं माइग्रेन की शिकार, जानिए इसके लक्षण और बचाव

पुरुषों की तुलना में महिलाएं माइग्रेन की समस्या से अधिक ग्रसित होती हैं। आइए जानते हैं इसके क्या कारण हैं?
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महिलाएं इन कारणों से अधिक होती हैं माइग्रेन की शिकार, जानिए इसके लक्षण और बचाव


माइग्रेन एक ऐसी समस्या है, जिसमें सिर का एक हिस्सा काफी ज्यादा दर्द होता है। इन दिनों यह समस्या काफी ज्यादा आम हो चुकी है। माइग्रेन की समस्या होने पर सिर का प्रभावित हिस्सा दिल की तरह धड़कता है। यह दर्द 2 से 72 घंटे तक हो सकता है। आमबोल चाल की भाषा में माइग्रेम को अर्धकपाली भी कहते हैं। माइग्रेन की समस्या होने पर व्यक्ति को कुछ भी अच्छा नहीं लगता है। माइग्रेन की समस्या होने पर व्यक्ति आंख बंद करके अंधेरे में बैठना चाहता है। इस दौरान लाइट्स या फिर रोशनी बिल्कुल भी पसंद नहीं होती है। माइग्रेन की परेशानी होने पर शारीरिक एक्टिविटी करने से समस्या काफी ज्यादा बढ़ सकती है। तेज सिर दर्द के साथ-साथ उल्टी आना, आवाज सहन ना करना जैसे लक्षण दिखते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाएं माइग्रेन की समस्या से अधिक ग्रसित होती हैं। 

अमेरिका के हार्वर्ड टी.एच. चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में हुए अध्ययन के मुताबिक, माइग्रेन से पीड़ित महिलाओं में हृदय संबंधी समस्याएं बढ़ने का खतरा ज्यादा रहता है। इस अध्ययन के अनुसार जिन महिलाओं को माइग्रेन की शिकायत रहती है, उन्हें हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और छाती में दर्द का खतरा काफी ज्यादा रहता है। महिला स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉक्टर नीरा सिंह बताती हैं कि महिलाओं में माइग्रेन की समस्या काफी ज्यादा होती है। इसके कई वजह हो सकते हैं। 

माइग्रेन के कारण (Causes of Migraine)

माइग्रेन की समस्या कई कारणों से होती है। अनियमित दिनचर्या, गलत आदतें, तनावपूर्ण जीवन, खानपान की गलत आदतें, धूम्रपान, अधिक परफ्यूम यूज करना, बहुत ज्यादा या कम नींद लेना। माइग्रेन के सबसे प्रमुख कारण होते हैं। इसके अलावा सिर पर चोट लगना, हार्मोनल बदलाव, आंखों पर तेज रोशनी आना, एक्सरसाइज ना करना भी माइग्रेन होने के कारण हो सकते हैं। अगर आप अधिक ठंड और गर्म की चीजें एक साथ खाते हैं, तब भी आपको माइग्रेन की समस्या हो सकती है। सर्दियों में ज्यादा देर तक धूप में बैठने वालों को भी माइग्रेन हो सकता है। महिलाओं को माइग्रेन होने का सबसे बड़ा कारण शरीर में एस्ट्रोजन की कमी मानी गई है। आइए जानते हैं महिलाओं में माइग्रेन के क्या कारण हैं? 

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महिलाओं में माइग्रेन के कारण- ( Causes of Migrain in Women)

पीरियड्स के कारण बढ़ सकती है माइग्रेन की समस्या – डॉक्टर नीरा बताती हैं कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसकी वजह से माइग्रेन की शिकायत हो सकती है। सिर दर्द की समस्याएं महिलाओं को पीरियड्स शुरू होने से दो दिन पहले और तीन दिन बाद तक रह सकती है। इस दौरान महिलाओं को चिड़चिड़ापन, थकान, भूख ना लगना, पीठ और कमर में दर्द इत्यादि समस्याएं होती हैं। 

मोनोपॉज होने पर – आंकड़ों की मानें तो मोनोपॉज से पीड़ित लगभग 2/3 महिलाएं माइग्रेन जैसी समस्याओं से पीड़ित रहती हैं। मोनोपॉज के बाद अधिकतर महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोंन अनियंत्रित हो जाता है, जिसकी वजह से महिलाएं माइग्रेन की समस्या से ग्रसित हो सकती हैं। 

गर्भधारण के दौरान हो सकती है माइग्रेन की परेशानी – गर्भधारण के दौरान ज्यादातर महिलाओं में माइग्रेन के लक्षणों में सुधार या कमी देखी जाती है। गर्भधारण के दौरान माइग्रेन में कमी आए तो माइग्रेन प्रसव के बाद की अवधि में फिर से होता है। 

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गर्भनिरोधक गोलियां – अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाने के लिए कुछ महिलाएं डॉक्टर के सलाह के बगैर गर्भनिरोधक गोलियां खाने लगती हैं। इस वजह से भी कुछ महिलाओं को माइग्रेन की शिकायत हो सकती है। अगर आप भी गर्भनिरोधक की गोलियां डॉक्टर के सलाह बगैर ले रही हैं, तो एक बार डॉक्टर्स से संपर्क करें। वरना यह आपकी मुश्किलें बढ़ा सकती है। ऐसा करने से माइग्रेन के अलावा आपको कई अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। 

सुबह का नाश्ता स्किप करना – अक्सर महिलाएं अपने घर के कामकाज की वजह से सुबह का नाश्ता स्किप कर देती हैं। ऐसी महिलाओं को माइग्रेन की शिकायत काफी ज्यादा होती है। कभी भी सुबह का नाश्ता स्किप ना करें। यह आपको शारीरिक रूप से कमजोर बना सकता है।  

महिलाओं में माइग्रेन के प्रमुख लक्षण (Symptoms of Migraine in Women)

  • आधे सिर में दर्द होना माइग्रेन का प्रमुख लक्षण है।
  • सिर में भयावह चुभन
  • 2 से 72 घंटे तक लगातार माइग्रेन की शिकायत होती है। 
  • रोशनी में परेशानी
  • आवाज सुनने से चिड़पन महसूस होना।
  • खाना पीना अच्छा ना लगना इत्यादि माइग्रेन के लक्षण हो सकते हैं। 

माइग्रेन से कैसे बचें (Prevention of Migraine) 

  • माइग्रेन की समस्याओं से दूर रहने के लिए लाइफस्टाइल सही करना बहुत ही जरूरी है। थोड़ी सी सावधानी आपको इस बड़ी परेशानी से बचा सकती है। अगर आप माइग्रेन की परेशानी से दूर रहना चाहते हैं, तो डिब्बाबंद, जंक फूड्स और तेल मसाले वाली चीजों से दूर रहें। 
  • हमेशा फ्रेश चीजों का सेवन करें। अधिक फाइबरयुक्त आहार का सेवन करें। अपने भोजन में पनी, दाल, दही और स्टार्चयुक्त चीजों को शामिल करें। सलाद का सेवन अधिक से अधिक करें। 
  • माइग्रेन की समस्या होने पर रोशनी में जाने से बचें।
  • ज्यादा से ज्यादा आराम करने की कोशिश करें।
  • नियमित रूप से योगासन करें। अगर आप योग नहीं करना चाहती हैं, तो 15-20 मिनट वॉक पर जाएं। भरपूर नींद लें।
  • डॉक्टर्स की सलाह के बिना किसी भी मेडिसिन का इस्तेमाल ना करें। यह आपकी परेशानी को बढ़ा सकती है।

 

माइग्रेन का घरेलू उपचार (Home Remedies of Migraine)

अदरक में छिपा है माइग्रेन का उपचार

सेहत के लिए अदरक काफी फायदेमंद होता है। इसके इस्तेमाल से आप माइग्रेन की समस्या से राहत पा सकते हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए 1 चम्मच अदरक का रस लें। इसमें 1 चम्मच शहद मिलाएं। अब इस मिश्रण को पी जाएं। इसके अलावा आप अदरक को अपने मुंह में रखें और धीरे-धीरे इसका रस चूसें। इससे माइग्रेन से राहत पा सकते हैं। 

लौंग से माइग्रेन का इलाज

सिर दर्द या  फिर माइग्रेन की परेशानी में लौंग आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसका सेवन करने के लिए 1 गिलास दूध लें। इसमें 1 चुटकी लौंग का पाउडर मिलाएं। इस दूध को पीने से सिर दर्द की समस्या से राहत मिलता है। 

देसी घी में है माइग्रेन का इलाज 

देसी घी से आप माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं। माइग्रेन की परेशानी होने पर नाक में 1-1 बूंद देसी घी डालें। इससे आपको दर्द से राहत मिलेगा। 

 

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