एसिडिटी होने पर हमें पाचन से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पर क्या आपको पता है कि पेट में एसिड के कम प्रोडक्शन (low stomach acid) से भी शरीर में कई समस्याएं हो सकती हैं? जी हां, ये हमारा नहीं बल्कि, वेलेनस कॉच ल्यूक कॉन्टिनहो (Luke Coutinho) का कहना है। ल्यूक कॉन्टिनहो (Luke Coutinho) कहते हैं कि पेट में एसिड के ज्यादा प्रोडक्शन, जितना ही पेट में एसिड का कम प्रोडक्शन भी (low stomach acid) नुकसानदेह है। दरअसल, पेट में एसिड की भूमिका कई है। ये खाना पचाने में मदद करता है और पेट के एंजाइम के काम काज को बेहतर बनाता है। जिन लोगों में इसकी कमी होती है उनमें ये दोनों ही काम धीमा पड़ जाते हैं और फिर ये जठरांत्र संबंधी विकारों (gastrointestinal disorders) का मूल कारण बनने लगते हैं। जिसमें कि आपको गैस्ट्रो-ओओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GORD) से लेकर इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) तक हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप पेट में एसिड की कमी के कारणों, लक्षणों और बचाव के उपायों के बारे में जानें। पर उससे पहले जानते हैं कि पेट में एसिड की संतुलित मात्रा क्यों जरूरी है?
पेट में एसिड की संतुलित मात्रा क्यों जरूरी है?
हमारे पेट में एसिड का ज्यादा होना या कम होना अक्सर पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं का कारण बनता है। अगर बात हम पेट में एसिड की कमी की करें, तो इसकी कमी पेट में कई न्यूट्रिशनल कमियों का कारण बन सकती है। इसलिए पेट में एसिड की मात्रा संतुलित होनी चाहिए। दरअसल, ये इसलिए जरूरी है क्योंकि
- -अगर आपके पेट में एसिड की कमी होगी, तो आपका पेट खाने को अच्छी से पचा नहीं पाएगा और आपके शरीर में कुछ खास विटामिन और मिनरल्स की कमी हो जाएगी।
- -पेट में एसिड का संतुलित होना प्रोटीन पचाने के लिए भी जरूरी है। दरअसल, अगर आपके पेट में एसिड की कमी होगी तो आपका पेट प्रोटीन को सही से नहीं तोड़ पाएगा जिससे आपकी मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं।
- -पेट में एसिड की कमी शरीर में सूजन का भी कारण बनती है।
- - पेट में एसिड की कमी से पेट का इंफेक्शन हो सकता है और आपको सलाद जैसी कच्ची सब्जियों और फलों से बनी चीजों को पचाने में परेशानी हो सकती है।
- - पेट में एसिड का असंतुलित होना गैस्ट्रिक अल्सर का कारण भी बन सकता है।
पेट में एसिड की कमी का कारण-Low stomach acid causes
ल्यूक कॉन्टिनहो (Luke Coutinho) बताते हैं कि पेट में एसिड की कमी के कई कारण हो सकते हैं। जिनमें से सबसे आम कारण है एसिडिटी की दवाइयों का ज्यादा सेवन। दरअसल, जो लोग एसिडिटी के लिए ज्यादा दवाइयों का सेवन करते हैं, उनमें ये दवाइयां एसिड के प्रोडक्शन को कम करने लगती हैं। इसी तरह कुछ और सप्लीमेंट्स के ज्यादा इस्तेमाल से भी पेट में एसिड की कमी होने लगती है। साथ ही आपकी लाइफस्टाइल और स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ आदते भी इसका कारण बनती हैं। जैसे कि
- -ज्यादा तनाव लेना पेट में एसिड के उत्पादन को कम करता है।
- -बुढ़ापा यानी कि जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं हमारे पेट में एसिड प्रोडक्शन कम हो जाता है जिससे हम हर प्रकार का खाना नहीं पचा पाते हैं।
- -पेट की सर्जरी के बाद आपका पेट कम एसिड का उत्पादन शुरू कर सकता है।
- -ज्यादा चीनी का सेवन भी आपके पेट में एसिड के स्तर को कम कर सकता है।
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पेट में एसिड की कमी के लक्षण-Low stomach acid symptoms in body
1. एसिड रिफलक्स
ल्यूक कॉन्टिनहो (Luke Coutinho) की मानें, तो पेट में एसिड की कमी से आपके शरीर में बार-बार एसिड रिफलक्स हो सकता है। इससे खट्टी डकारें आती है और अपच की समस्या होती है। इसके अलावा ये लगातार होने वाली ज्यादा एसिडिटी का भी कारण बनता है।
2. पाचन तंत्र का खराब होना
जब आपके पेट में एसिड की कमी होती है तो आपकी पाचन क्रिया खराब हो जाती है। आपका पेट किसी भी खाने को सही से तोड़ नहीं पाता। इतना ही नहीं पेट में एंजाइम्स का प्रोडक्शन भी प्रभावित होने लगता है। इससे हार्ट बर्न की समस्या और बार-बार मतली और उल्टी मतली महसूस हो सकती है।
3. लगातार ब्लॉटिंग
जब आपका खाना सही से नहीं पचेगा तो इसका असर आपके पूरे शरीर में नजर आएगा। पेट में इसका असर ब्लॉटिंग के रूप में नजर आता है। दरअसल, अगर आपके पेट में लगातार सूजन रहती है या फिर ब्लॉटिंग की समस्या रहती है, तो इसका कारण पेट में एसिड की कमी हो सकती है।
4. वजन ना बढ़ना या वजन का तेजी से घटना
वजन ना बढ़ने के पीछे पेट में एसिड की कमी हो सकती है। दरअसल, इसकी वजह से आपके शरीर उन चीजों को सही से पचा नहीं पाता है जिन्हें आप खाते हैं। इससे शरीर में कई चीजों की कमी हो सकती है। जैसे कि आयरन की कमी, विटामिन बी-12 की कमी या अन्य मिनरल्य और विटामिन की कमी जिसके कारण आपका वजन नहीं बढ़ता या तेजी से घट जाता है।
5. पैरों का बार-बार सुन्न होना और धुंधला दिखना
जब शरीर एसिड की कमी से आपको पोषण नहीं पहुंचा पाता है तो आपके पैर बार-बार सुन्न पड़ सकते हैं। आपको धुंधला दिख सकता है। आपको बार-बार ऐसा लग सकता है कि आपको कमजोरी हो रही है या आप बहुत ज्यादा थके हुए हैं।
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6. स्किन और बालों से जुड़ी समस्याएं
शरीर में एसिड की कमी एक्ने, पिगमेंटेंशन, ड्राई स्किन, ल्यूपस और सोरायसिस का कारण बन सकता है। आपके शरीर में बदल-बदल के नई स्किन की समस्याएं नजर आ सकती हैं। आपकी स्किन बेजान और थकी हुई नजर आ सकती है। साथ ही ये बालों का झड़ना, कमजोर बाल और खराब बालों का कारण बन सकता है।
7. ऑस्टियोपोरोसिस
शरीर में एसिड की कमी कई बार कैल्शियम की कमी पैदा करता है जिससे बॉन डेंसिटी कम होने लगती है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा पैदा होता है। साथ ही शरीर दर्द और हड्डियों में दर्द जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
8. एलर्जी और फूड सेंसिटिव
जिन लोगों में एसिड की कमी होती है उन्हें रह-रह कर नए एलर्जी हो सकते हैं। साथ ही उनमें फूड सेंसिटिविटी की समस्या भी देखी जाती है। इसलिए अगर आपको लगता हो कि आप बार-बार बीमार पड़ रहे हैं तो आपको पेट में एसिड के लेवल का चेक करवाना चाहिए।
बचाव के उपाय-Prevention tips for low stomach acid
1. एंटाएसिड यानी कि एसिडिटी की दवाएं ज्यादा लेना बंद करें।
2. धीमे-धीमे खाएं और खाना चबा कर खाएं। इससे पेट एसिड प्रड्यूस करना शुरू करेगा और इसका लेवल बढ़ जाएगा।
3. शुगर कम करें। दरअसल, प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड औक ज्यादा मीठी चीजों का सेवन पेट में एसिड के लेवल को कम कर देता है।
4. शरीर में जिंक की कमी के कारण भी ये हो सकता है। इसलिए जिंक से भरपूर फूड्स का सेवन करें।
5. विटामिन बी से भरपूर फूड्सा सेवन करें।
6. बाहरी दवाइयां ना लें
7. फर्मेंटेंड फूड्स लें जैसे कि किमची और अचार आदि।
8. एप्पल साइडर विनेगर में सौंठ मिला कर इसका सेवन करें।
9. खाने से पहले अदरक खाएं। ये एसिड प्रोडक्शन को तेज कर देगा।
10. पानी पिएं और हाइड्रेडेट रहें।
इस तरह आप इन तमाम उपायों की मदद से अपने पेट में एसिड के प्रोडक्श को सही कर सकते हैं। साथ ही आपको ध्यान रखना चाहिए कि ज्यादा स्ट्रेस ना लें और अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करें और इसे बेहतर बनाएं।
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