लिथियम (lithium) का नाम सुनते ही दिमाग में साइंस की वो किताबें आती हैं, जिन्हें हम 10वीं या 12वीं में पढ़ा करते थे। लेकिन, इन दिनों इस एलिमेंट का नाम एक बीमारी से जोड़कर लिया जा रहा है। Nature.com में छपी इस रिपोर्ट की मानें, तो शरीर में लिथियम की कमी से अल्जाइमर जैसी दिमागी बीमारी हो सकती है। बता दें कि अल्जाइमर एक ऐसी बीमारी है जिसमें लोगों की याददाश्त चली जाती है और व्यक्ति अपने सोचने और तर्क करने की शक्ति को खो देता है। अब इस स्टडी की मानें तो लिथियम मस्तिष्क में सेल्स की एजिंग को कम कर सकता है और ब्रेन के कामकाज को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इससे अल्जाइमर की बीमारी का खतरा कम होता है। इसके अलावा लिथियम को लेकर इस रिसर्च में कई सारी बातें बताई गई हैं। जानते हैं लिथियम की कमी और अल्जाइमर की बीमारी के बीच क्या है कनेक्शन (lithium and mental health)
लिथियम की कमी से हो सकती है अल्जाइमर की बीमारी-lithium deficiency causes alzheimer's disease
Nature.com में बताया गया है कि मस्तिष्क में लिथियम एमिलॉइड प्लेक से बंध कर समाप्त हो जाता है जिससे अल्जाइमर की शुरुआत का एक नया तरीका सामने आया है। यह रिसर्च चूहों पर किए गए प्रयोग में पता चला है जिसमें 10 साल लगे हैं। इसमें ब्रेन के संज्ञानात्मक स्वास्थ्य के विभिन्न चरणों में ब्रेन सेल्स की स्टडी की गई है। पहली बार यह दर्शाया गया है कि लिथियम मस्तिष्क में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है, उसे तंत्रिका क्षति से बचाता है। यह ब्रेन सेल्स में एजिंग को कम कर सकता है और मस्तिष्क कोशिकाओं के सामान्य कार्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
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वैज्ञानिकों ने पाया कि मानव मस्तिष्क में लिथियम की कमी अल्जाइमर के शुरुआती कारणों में से एक है, जबकि चूहों में, लिथियम की इसी तरह की कमी से मस्तिष्क विकृति और स्मृति हानि में तेजी आई। टीम ने आगे पाया कि लिथियम के स्तर में कमी एमिलॉयड प्लेक से बंधने और मस्तिष्क में अवशोषण में कमी के कारण हुई।
लिथियम की कमी है ब्रेन एजिंग की वजह-lithium deficiency and brain aging
NIH के अनुसार लिथियम की कमी के कारण के कारण ब्रेन सेल्स की एजिंग तेज हो जाती है और ब्रेन तेजी से बुढ़ापे की ओर बढ़ने लगता है। इसके अलावा लिथियम की कमी ब्रेन सेल्स में सूजन, सिनैप्टिक क्षति और संज्ञानात्मक गिरावट का कारण बनती है जिससे सोचने, समझने और याद करने की क्षमता कम होने लगती है। इसके अलावा स्टडी में इस पर भी बात की गई है कि पीने के पानी सहित डाइट से जुड़ी कमियां भी लिथियम की कमी की वजह बन सकता है।
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लिथियम की कमी से कैसे बचें-How to prevent lithium deficiency
लिथियम पर्यावरण से प्राप्त होने वाले अन्य पोषक तत्वों, जैसे आयरन और विटामिन सी, की तरह ही है। आप अपनी डाइट में कुछ फूड्स को शामिल करके लिथियम की कमी से बच सकते हैं। जैसे कि आप अपनी डाइट में लिथियम से भरपूर इन फूड्स (lithium foods) को शामिल कर सकते हैं। जैसे कि कुछ सब्जियों और अनाज के सेवन से शरीर में इसकी कमी की पूर्ति की जा सकती है।
लिथियम से भरपूर फूड्स-lithium foods
लिथियम फूड्स के नाम | लिथियम सामग्री (mcg/100g या mcg/L) |
अनाज | 0.5-5 mcg/100g |
आलू | 0.1-1 mcg/100g |
टमाटर | 0.1-1 mcg/100g |
पत्तागोभी | 0.1-1 mcg/100g |
मिनरल वाटर | 0.1-10 mcg/L |
काली चाय | 0.1-1 mcg/100g |
ध्यान रखें, यह सब मिट्टी और भूगोल पर निर्भर करता है जहां जमीन में लिथियम हो तभी वो फल और सब्जियों में आ पाएगा। अनुमान है कि अनाज और सब्जियां लिथियम का 66 से 90% तक पूरा करती हैं। इसके अलावा आप डॉक्टर को दिखाएं ताकि वे इस कमी की पहचान करके आपको सही सप्लीमेंट्स और सुझाव दे सकें।