बच्चों में किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) के हैं ये 8 लक्षण, डॉक्टर से जानें इसके कारण और इलाज

बच्चों में किडनी स्टोन की समस्या होने के पीछे कई कारण छिपे हो सकते हैं। ऐसे में जानते हैं लक्षण और दूर करने के घरेलू उपाय...
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बच्चों में किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) के हैं ये 8 लक्षण, डॉक्टर से जानें इसके कारण और इलाज


किडनी स्टोन की समस्या बेहद ही दर्दनाक हो सकती है। जब यह समस्या होती है तो व्यक्ति को काफी दर्द का सामना करना पड़ता है। वहीं अगर यह समस्या बच्चे में हो जाए तो उसके लिए इस कष्ट को सह पाना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में इसके पीछे के कारणों को जानना जरूरी है। आजकल के बच्चे गलत जीवनशैली और खानपान की गलत आदतों के कारण किडनी स्टोन का शिकार हो जाके हैं। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि बच्चे को गुर्दे की पथरी होने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं। साथ ही इसके लक्षण और उपचार के बारे में भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...

बच्चों में किडनी स्टोन होने के कारण

बच्चों में किडनी स्टोन होने के पीछे कई कारण से भी हो सकते हैं। यह कारण निम्न प्रकार हैं-

1 - बच्चे को डायबिटीज की समस्या होने पर।

2 - बच्चे का अधिक वजन बढ़ जाने पर।

3 - बच्चे के गुर्दे में संक्रमण हो जाने पर।

4 - बच्चे की दिनचर्या में शारीरिक गतिविधियों की कमी हो जाने के कारण।

5 - बच्चे की पेशाब में अधिक कैल्शियम का जमा हो जाना।

6 - बच्चे को मेटाबॉलिज्म से संबंधित समस्या हो जाने पर।

7 - बच्चे का अपने आहार में ज्यादा नमक जोड़ने के कारण।

8 - बच्चे के शरीर में पानी की कमी हो जाने के कारण

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बच्चे में गुर्दे की पथरी होने के लक्षण

बता दें कि पथरी के लक्षण तब तक नजर नहीं आएंगे जब तक वह एक जगह पर मौजूद हैं। लेकिन अगर उसकी जगह पर परिवर्तन आ जाए या वो हल्की सी भी हिल जाए तब व्यक्ति को पेट में दर्द का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा कुछ और भी लक्षण है जो नजर आ सकते हैं यह लक्षण इस प्रकार हैं-

1 - बच्चे के पेशाब में बदबू आना।

2 - बच्चे को तेज ठंड लगना।

3 - बच्चे को चिड़चिड़ाहट महसूस करना।

4 - बच्चे को बार बार ऐसा महसूस होना कि उसे पेशाब आ रहा है।

5 - पेशाब के रंग में परिवर्तन आना।

6 - बच्चे को बुखार महसूस करना।

7 - बच्चे का जी मिचलाना या उल्टी आना।

8 - बच्चे को पेशाब करते वक्त दर्द महसूस करना।

बच्चों में पथरी होने का पता डॉक्टर कैसे लगाते हैं?

बता दें कि जब ऊपर बताए गए लक्षण नजर आते हैं तो उसके आधार पर डॉक्टर सबसे पहले पथरी से जुड़ा पारिवारिक इतिहास पूछते हैं। उसके बाद बच्चे की खानपान और पेय पदार्थ से संबंधित जानकारी लेते हैं। उसके आधार पर यूरिन टेस्ट, रक्त परीक्षण करवाते हैं, जिससे पथरी के होने का पता चले। वहीं अल्ट्रासाउंड, पेट का एक्स-रे, सीटी स्कैन आदि से भी पथरी के साइज और स्थान का पता लगाया जाता है।

बच्चों में किडनी स्टोन दूर करने के उपाय

कुछ घरेलू उपाय बच्चों में किडनी स्टोन को दूर कर सकते हैं-

1 - बता दें कि अनार के जूस के अंदर एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। जो न केवल किडनी को डिटॉक्स कर सकते हैं बल्कि किडनी स्टोन से संबंधित समस्या को दूर भी कर सकते हैं।

2 - नींबू के साथ साथ कुछ अन्य खट्टे फल भी किडनी स्टोन की समस्या को दूर कर सकते हैं। ऐसे में नींबू व अन्य खट्टे फल को डाइट में जोड़ सकते हैं।

3 - अत्यधिक पानी की सेवन से भी किडनी स्टोन की समस्या से ना केवल बचाव किया जा सकता है बल्कि किडनी स्टोन होने पर इस समस्या को बढ़ने से रोका भी जा सकता है। ऐसे में बच्चों की डाइट में अधिक से अधिक मात्रा को पानी की मात्रा को जोड़ें।

4 - कलौंजी के अंदर एथेनॉलिक अर्क मौजूद होता है। ऐसे में इसके इस्तेमाल से किडनी स्टोन को रोका जा सकता है। ऐसे में डाइट में कलौंजी के बीज को जोड़कर इस समस्या को दूर किया जा सकता है।

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बच्चों में किडनी स्टोन होने से बचाव

1 - बच्चे भरपूर मात्रा में पानी का सेवन करें।

2 - डाइट में सीमित मात्रा में नमक और प्रोटीन को जोड़ें।

3 - संतुलित आहार का सेवन करें।

4 - दिनचर्या में शारीरिक गतिविधियों को जोड़ें।

5 - सोडा या सॉफ्ट ड्रिंक के सेवन करने से बचें

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि बच्चों में किडनी के स्टोन की समस्या के पीछे कई कारण हो सकते हैं। ऐसे में यदि ऊपर बताए गए लक्षण बच्चों में नजर आएं तो इन लक्षणों को दूर करने के लिए इस लेख में बताया गए घरेलू उपाय इस्तेमाल कर सकते हैं।

इस लेख में फोटोज़ Freepik से ली गई हैं।

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