किसी भी बीमारी के बारे में गलत जानकारी की वजह से मरीज को उसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। गलतफहमी या गलत जानकारी की वजह से न सिर्फ आप बीमारी के प्रति असंवेदनशील होते हैं बल्कि इसकी वजह से लोग उचित समय पर इलाज भी नहीं कराते हैं। पीलिया (Jaundice) भी एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे में तमाम भ्रामक बातें लोगों के मन में बैठ गई हैं। अक्सर लोग इन भ्रामक बातों में आकर इस समस्या में लापरवाही बरतते हैं जो कि जानलेवा हो सकती है। पीलिया की बीमारी खानपान और गलत जीवनशैली के कारण भी हो सकती है और यह बीमारी सभी तरह के लोगों में हो सकती है। गलतफहमियों का शिकार होने पर इस समस्या में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आइये जानते हैं इस बीमारी से जुड़ी कुछ भ्रामक बातों के बारे में।
पीलिया की बीमारी से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई (Jaundice Myths And Facts)
खून में बिलरूबीन नामक पदार्थ के निर्माण की वजह से लोगों में पीलिया की समस्या होती है। इस बीमारी में मरीज की स्किन और उसकी आंखें पीली हो जाती हैं। शराब का सेवन, खानपान में गड़बड़ी, वायरस और कई अन्य कारणों से यह समस्या हो सकती है। इस बीमारी में मरीज की स्किन और आंखों के पीले होने के अलावा शरीर में खुजली, पेशाब के रंग में बदलाव और पेट दर्द या बुखार की समस्या जैसे लक्षण देखे जाते हैं। आइये हैदराबाद स्थित यसोदा हॉस्पिटल के कंसल्टेंट गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, थेरेप्यूटिक एंडोस्कोपिस्ट और एंडोसोनोलॉजिस्ट डॉ. आदि राकेश कुमार से जानते हैं पीलिया से जुड़े कुछ मिथक और उनकी सच्चाई के बारे में।
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मिथक 1: खाने के साथ शराब पीने से पीलिया की समस्या नहीं होती है
सच्चाई: पीलिया की बीमारी से जुड़ा सबसे प्रचलित मिथक यह है कि यह बीमारी खाने के साथ शराब पीने से नहीं होती है। सच्चाई यह है कि अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने वाले लोगों को पीलिया की बीमारी का खतरा ज्यादा रहता है। इसकी वजह से लिवर पर पड़ने वाले प्रभाव पीलिया की समस्या का शिकार बना सकते हैं।
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मिथक 2: पीलिया की बीमारी में मरीज को उबला भोजन करना चाहिए
सच्चाई: यह बिलकुल भी सच नहीं है कि पीलिया होने पर उबला खाना फायदेमंद होता है। पीलिया होने पर डॉक्टर मरीज को पौष्टिक और कम तेल मसाले वाला भोजन करने की सलाह देते हैं। पौष्टिक और बिना तेल मसाले वाले भोजन का सेवन करने से आपके लिवर को फायदा होता है और इससे इस बीमारी में फायदा मिलता है।
मिथक 3: पीलिया जल जनित संक्रमण की वजह से होता है
सच्चाई: पीलिया की बीमारी का एक प्रमुख कारण जल जनित संक्रमण होता है लेकिन यह कहना कि सिर्फ इसी वजह से पीलिया की बीमारी होती है बिलकुल गलत होगा। खानपान में गड़बड़ी और अन्य वजहों से भी पीलिया की समस्या हो सकती है।
मिथक 4: पीलिया का कोई एलोपैथिक इलाज नहीं है
सच्चाई: लोगों का यह मानना है कि पीलिया सिर्फ आयुर्वेदिक या होमियोपैथिक दवाओं से ही ठीक हो सकता है। लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है पीलिया की समस्या का एलोपैथिक इलाज भी है और सही समय पर इलाज कराने से यह समस्या ठीक हो जाती है।
मिथक 5: पीलिया की समस्या में ज्यादा नींद आना नॉर्मल है
सच्चाई: पीलिया के मरीजों में ज्यादा नींद आना या हर समय नींद आना सामान्य नहीं होता है। यह एक चेतावनी हो सकती है कि आपके लिवर पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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मिथक 6: पीलिया में खुजली होने का मतलब बीमारी ठीक हो रही है
सच्चाई: पीलिया के बारे में प्रचलित आम मिथक में से यह एक है। इस समस्या में लोगों का मानना है कि खुजली होने इसके ठीक होने का लक्षण है जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है।
पीलिया की समस्या में ऊपर बताये गए मिथक या भ्रामक बातें बहुत ज्यादा प्रचलित हैं। जबकि इन बातों में कोई सच्चाई नहीं है। पीलिया के लक्षण दिखने पर जांच करवाकर चिकित्सक से इलाज कराना फायदेमंद होता है।
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