पीलिया होने पर नहीं है घबराने की जरूरत, आयुर्वेदिक एक्स्पर्ट से जानिए क्या है उपचार

अगर आप भी पीलिया का शिकार हो गए हैं तो आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से जानिए क्या है पीलिया से बचाव और इलाज का सही तरीका।
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पीलिया होने पर नहीं है घबराने की जरूरत, आयुर्वेदिक एक्स्पर्ट से जानिए क्या है उपचार

पीलिया एक आम समस्या है जिसका शिकार बच्चे, बड़े यहां तक की बड़े भी हो सकते हैं। पीलिया होने पर मरीज की आंखें और शरीर पीला पड़ने लगता है। शरीर में पीलापन बिलीरुबिन के स्तर में बढ़त के कारण होता है, बिलीरुबिन आपके शरीर में तब बनना शुरू होता है जब आपके शरीर में मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने लगती है। लिवर में सूजन के कारण बिलीरुबिन को पैदा कर सकता है जिसके कारण पीलिया का खतरा बढ़ने लगता है। पीलिया होने पर अक्सर लोग डर जाते हैं लेकिन इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है। हमने पीलिया को लेकर आयुर्वेदिक इलाज की तलाश की और इस विषय पर बात की डॉ. अनार सिंह आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष , शल्य तंत्र की डॉक्टर राखी मेहरा से। जिन्होंने पीलिया को लेकर आयुर्वेद में मौजूद उपचार के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही डॉक्टर राखी मेहरा ने बताया कि कैसे पीलिया को पहचाना जा सकता है और इससे बचाव का सही तरीका क्या है। 

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पीलिया के लक्षण क्या हैं? (Symptoms Of Jaundice In Hindi)

डॉक्टर राखी मेहरा ने बताया कि कई लोगों के साथ पीलिया की समस्या के दौरान लक्षण देर में नजर आ सकते हैं तब तक उनकी हालत गंभीर होने लगती है। लेकिन ज्यादातर मामलों में इसके लक्षणों का पता लगाया जा सकता है साथ ही उन्हें समय पर उपचार दिया जा सकता हैं। पीलिया के लक्षण हैं:

  • तेज बुखार।
  • पेट में दर्द
  • शरीर का पीला पड़ जाना।
  • आंखों में पीलापन दिखाई देना। 
  • सामान्य मौसम में भी ठंड लगना। 
  • पेशाब और मल के रंग में बदलाव।

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पीलिया के लिए आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic treatment for jaundice)

डाइट में शामिल करें अदरक

अदरक स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद होता है ये तो आप सभी जानते हैं, ऐसे ही ये पीलिया के दौरान भी आपके लिए बहुत फायदेमंद होता है। जी हां, डॉक्टर राखी मेहरा के मुताबिक, जिन लोगों को पीलिया का शिकार होना पड़ता है उन्हें अपनी डाइट में अदरक को शामिल करना चाहिए और नियमित रूप से अदरक का सेवन करना चाहिए। इसकी मदद से उनके लिवर में हो रही सूजन को कम किया जा सकता है और संक्रमण को दूर रखा जा सकता है। अक्सर जो लोग अदरक को सब्जियों या सूप के साथ नहीं ले सकते उन लोगों को अदरक से बनी चाय का सेवन करना चाहिए। 

धूप के सामने बैठें

पीलिया के लिए सदियों से धूप को फायदेमंद माना जाता है, जिसकी मदद से पीलिया को ठीक करने में तेजी आ सकती है। एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि जिन लोगों को पीलिया का शिकार होना पड़ता है उन लोगों को रोजाना धूप में कुछ देर के लिए बैठना चाहिए इससे पीलिया को ठीक किया जा सकता है। 

विटामिन-सी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें

किसी भी बीमारी से लड़ने और उससे स्वस्थ होने के लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट में पोषक तत्वों को शामिल करें, ऐसे ही पीलिया के दौरान आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। जिससे बचाव और पूर्ति के लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट में भारी मात्रा में विटामिन-सी से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें। आप अपनी डाइट में आंवला, संतरे और नींबू के साथ खूब सारी सब्जियों को शामिल करें। डॉक्टर राखी मेहरा के मुताबिक, विटामिन सी की मदद से आपके लिवर को स्वस्थ कर उसमें मौजूद बैक्टीरिया और गंदगी को बाहर किया जा सकता है। 

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नियमित रूप से पिएं बकरी का दूध

बकरी का दूध स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा माना जाता है, जो आपको कई बीमारियों से बचाने के साथ स्वस्थ रखने का काम करता है। पीलिया के दौरान भी डॉक्टर बकरी का दूध पीने की सलाह देते हैं। डॉक्टर राखी मेहरा का कहना है कि गाय का दूध पचने में थोड़ी समस्या पैदा कर सकता है इसलिए बकरी का दूध ज्यादा फायदेमंद और असरदार होता है। बकरी का दूध आसानी से पचने जाता है और ये पीलिया जैसे रोग को दूर करने का काम करता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, बकरी के दूध में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो पीलिया की समस्या को दूर करने का काम करता है। 

रोजाना दही जरूर लें

दही स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है और ये कई संक्रमण और बीमारियों के खतरे से बचाने का काम करती है। दही में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ाने के साथ बिलीरुबिन के स्तर को कम करते हैं। इसके साथ जब आप इसका सेवन रोजाना की दिनचर्या में करते हैं तो इससे आप कई गंभीर संक्रमण बैक्टीरियाओं से दूर रहते हैं। अगर आप पीलिया का शिकार हैं तो डॉक्टर राखी मेहरा बताती हैं कि आपको रोजाना एक कटोरी दही का सेवन करना चाहिए। 

त्रिफला

आयुर्वेद के उपचार में त्रिफला को स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है जिसकी मदद से कई तरह के रोगों को दूर किया जा सकता है। डॉक्टर और एक्सपर्ट राखी मेहरा बताती हैं कि पीलिया के दौरान त्रिफला का इस्तेमाल करना असरदार हो सकता है, आप इसका सेवन एक चटनी के रूप में भी कर सकते हैं। आप पीलिया के लिए त्रिफला का पानी भी पी सकते हैं जो काफी असरदार और पोषण से भरपूर होता है। आप रात में इसे भिगो कर रख दें और फिर सुबह इसका पानी पी लें। 

गन्ने का रस

बच्चे हो या बड़े किसी को भी पीलिया होता है तो उस दौरान उन्हें गन्ने का रस अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए, आप रोजाना कम से कम 2 बार गन्ने का जूस जरूर पिएं। इससे आप पीलिया से जल्द ही स्वस्थ होकर बाहर आ सकते हैं। 

क्या है बचाव का तरीका

लिवर को स्वस्थ रखें

डॉक्टर राखी मेहरा का कहना है कि जब आपका लिवर अस्वस्थ होने लगता है तो उस दौरान वो कई तरह की बीमारियों और गंभीर स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। पीलिया से बचाव के लिए भी जरूरी है कि आप अपने लिवर को हमेशा स्वस्थ रखें। इसके लिए आप रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं जिससे आपका लिवर नियमित रूप से साफ होता रहे। 

विटामिन सी से भरपूर डाइट लें

विटामिन सी आपके लिवर को स्वस्थ रखने में काफी मददगार हो सकता है, अगर आप पीलिया से बचाव करना चाहते हैं तो जरूरी है कि रोजाना विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें। इसकी मदद से लिवर में होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है, साथ ही विटामिन सी आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाने का काम करता है। 

स्वच्छता का ख्याल रखें

किसी भी बीमारी से बचाव के लिए जरूरी है कि आप स्वच्छता का ख्याल रखें, अगर आप स्वच्छ नहीं रहते हैं तो इससे आपको कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। आप अपने बच्चों को खाना खाने से पहले हाथ धोने की सलाह दें, बाहर का खाना न खाने की सलाह दें और हमेशा पोषक तत्वों से भरपूर भोजन की कराएं। वहीं, आप किसी भी सब्जी को बनाने से पहले अच्छी तरह से धोकर उन्हें उबालकर ही बनाएं, इससे उसमें मौजूद कीटाणु और बैक्टीरिया को आसानी से मारा जा सकता है। इसके अलावा अगर आप फलों का सेवन करते हैं तो जरूरी है कि आप ताजा कटे हुए फल ही खाएं और कटे हुए फलों को बाहर रखने से बचें। क्योंकि कटे हुए फलों पर संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है जिसके जरिए आपके शरीर में कई वायरस पहुंच जाते हैं। 

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