इन दिनों उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में तेज गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। ऐसे में लोग अपनी सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए तरह-तरह के आयुर्वेदिक उपायों को आजमाने लगे हैं। खासकर सोशल मीडिया पर हेल्थ इंफ्लुएंसर और फिटनेस एक्सपर्ट्स द्वारा शेयर किए गए वीडियो और रील्स में शिलाजीत के फायदों को काफी बताया जाता है। शिलाजीत को एक शक्तिवर्धक और एनर्जी बढ़ाने वाला आयुर्वेदिक रसायन माना जाता है, जो शरीर को ताकत प्रदान करता है। लोगों का मानना है कि शिलाजीत का सेवन करने से कमजोरी दूर होती है, थकान नहीं लगती और यौन स्वास्थ्य में भी सुधार होता है।
लेकिन कई बार लोग बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह लिए, सिर्फ सोशल मीडिया के प्रभाव में आकर शिलाजीत का सेवन शुरू कर देते हैं। खासकर गर्मियों के मौसम में शिलाजीत का सेवन शरीर में गर्मी को और अधिक बढ़ा सकता है, जिससे कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि शिलाजीत वास्तव में किसके लिए सुरक्षित है, किसे इसके सेवन से बचना चाहिए (Who is not allowed to take Shilajit) और इसे किस ऋतु में लेना चाहिए। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए, क्या शिलाजीत हर किसी के लिए सुरक्षित है? (Is shilajit safe for everyone)
क्या शिलाजीत हर किसी के लिए सुरक्षित है? - Is Shilajit Safe For Everyone
आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि शिलाजीत एक प्राकृतिक पदार्थ है आयुर्वेद में इसे 'रसायन माना गया है, जो शरीर को बल प्रदान करता है और स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा के अनुसार, शिलाजीत का सेवन लगभग सभी के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन इसका उपयोग ऋतु और शरीर की प्रकृति के अनुसार ही करना चाहिए। खासकर ग्रीष्म (गर्म) और वर्षा ऋतु (बारिश के मौसम) में शिलाजीत का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। यह शरीर के सप्तधातुओं को बढ़ावा देता है। आयुर्वेद में शिलाजीत को रसायन और बल्य कहा गया है, जिसका अर्थ है यह शरीर को ताकत, एनर्जी और दीर्घायु प्रदान करता है।
इसे भी पढ़ें: क्या शिलाजीत से किडनी की समस्या हो सकती है? एक्सपर्ट से जानें
- शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाना
- एनर्जी और सहनशक्ति बढ़ाना
- मानसिक शक्ति और स्मृति को सुधारना
- शरीर के विभिन्न अंगों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देना
- पुरानी बीमारियों में राहत देना
इसे भी पढ़ें: Shilajit Benefits For Women: महिलाओं के लिए वरदान है शिलाजीत, खाने से यौन क्षमता में होता है सुधार
शिलाजीत कब लेना चाहिए? - when should shilajit be taken
आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा बताते हैं कि शिलाजीत का सेवन मुख्य रूप से सर्दियों के मौसम (What time is best to take Shilajit) में करना चाहिए। सर्दी के मौसम में शरीर को एनर्जी और बल की जरूरत होती है और शिलाजीत इस जरूरत को पूरा करता है। यह शरीर के भीतर की ठंड को दूर करके गर्माहट प्रदान करता है, जिससे रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
- सर्दियों में, विशेषकर शरद और हेमंत ऋतु में
- जब शरीर में कमजोरी हो या थकान महसूस हो
शिलाजीत किसे नहीं खाना चाहिए? - Who should avoid shilajit
- जिनका शरीर गर्म है, उन्हें शिलाजीत से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि यह शरीर में और गर्मी बढ़ा सकता है। इससे पित्त बढ़ने, एसिडिटी और त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
- गर्भावस्था यानी प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर की संवेदनशीलता बढ़ जाती है, इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के शिलाजीत नहीं लेना चाहिए।
- छोटे बच्चों को शिलाजीत देने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
- जिनका पाचन तंत्र कमजोर है, उन्हें भी सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि शिलाजीत से अपच या गैस की समस्या हो सकती है।
- ब्लड प्रेशर या दिल की बीमारी वाले मरीजों को शिलाजीत लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर करनी चाहिए।
निष्कर्ष
आयुर्वेद के अनुसार शिलाजीत एक शक्तिशाली रसायन है जो शरीर को बल, एनर्जी और तंदुरुस्ती देता है। यह अधिकांश लोगों के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसका सेवन ऋतु के अनुसार और विशेषज्ञ की सलाह से ही करना चाहिए। खासकर ग्रीष्म और वर्षा ऋतु में शिलाजीत का सेवन बिना डॉक्टर की अनुमति के नहीं करना चाहिए।
All Images Credit- Freepik
FAQ
क्या शिलाजीत हर रोज लिया जा सकता है?
सर्दियों में सीमित अवधि के लिए शिलाजीत लिया जा सकता है, लेकिन लगातार लंबे समय तक लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।क्या शिलाजीत से वजन बढ़ता है?
शिलाजीत सीधे वजन नहीं बढ़ाता, लेकिन यह शरीर की ताकत बढ़ाकर भूख में सुधार कर सकता है।क्या बच्चों को शिलाजीत देना चाहिए?
बच्चों को शिलाजीत देने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।