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क्या पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज पूरी तरह ठीक हो सकती है? एक्सपर्ट से जानें

रिप्रोडक्टिव सिस्टम में इंफेक्शन फैलने के कारण पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज होती हैं। लेकिन क्या ये डिजीज पूरी तरह ठीक हो सकती हैं?
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क्या पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज पूरी तरह ठीक हो सकती है? एक्सपर्ट से जानें


Pelvic inflammatory Diseases:पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज महिलाओं को होने वाली प्रजनन अंगों से जुड़े इंफेक्शन के कारण होती हैं। इन समस्याओं में सेक्सुअली ट्रांसमिटेड बैक्टीरिया वजाइना से होते हुए गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब और ओवरीज तक फैल जाते हैं। पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज में गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब और ओवरीज में कई इंफेक्शन एक साथ हो सकते हैं। समस्या गंभीर होने के साथ रिप्रोडक्टिव ट्रैक्ट में इंफेक्टेड फ्लूइड जमा हो सकता है। यह समस्या बढ़ने के साथ भविष्य में कंसीव करना मुश्किल हो सकता है। इस समस्या का इलाज लंबे समय तक चलता है। लेकिन क्या यह समस्या कभी पूरी तरह ठीक हो सकती है? इस बारे में हमें जानकारी दी फरीदाबाद स्थित अमृता हॉस्पिटल से ऑब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजी डिपार्टमेंट की सीनियर कंसल्टेंट डॉ मानसी कुमार ने।

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क्या पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज पूरी तरह ठीक हो सकती हैं?

एक्सपर्ट के मुताबिक अगर मेडिकल ट्रीटमेंट ठीक लिया जाए, तो पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज पूरी तरह ठीक हो सकती हैं। ऐसे में एंटीबायोटिक्स लेने भी जरूरी होते हैं। सही ट्रीटमेंट करवाने से इंफेक्शन को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। इससे भविष्य में कंसीव न होने के खतरे को भी रोका जा सकता है। अगर शुरुआत में इसके लक्षणों का पता लगा लिया जाए, तो इनफर्टिलिटी और क्रोनिक पेन से राहत पायी जा सकती है। अगर आप शुरुआत से साफ-सफाई का ध्यान रखते हैं, तो पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज का खतरा पूरी तरह खत्म कर सकते हैं।

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पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज के लक्षण क्या होते हैं? Symptoms of Pelvic inflammatory Diseases

  • पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज में वजाइनल डिस्चार्ज की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में डिस्चार्ज से बदबू ज्यादा आने लगती है।
  • पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज की शुरुआत में पेल्विक एरिया में दर्द होना शुरू हो जाता है। समस्या बढ़ने के लिए साथ दर्द भी बढ़ता जाता है।
  • कई बार कपकपाहट होने के बावजूद साथ बुखार भी हो जाता है।
  • ऐसे में बार-बार पेशाब आना और पेशाब के दौरान दर्द भी हो सकता है।
  • इंटरकोर्स के दौरान दर्द होना भी पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज का लक्षण है। इससे बचने के लिए इंटीमेट होने से पहले और बाद यूरिन पास करना जरूरी है

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पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज से कैसे बचाव किया जाए? How To Prevent From Pelvic Inflammatory Diseases

  • पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज के खतरे से बचने के लिए अपनी सेक्सुअल हेल्थ का ध्यान रखें।
  • पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज का खतरा इंफेक्शन के कारण होता है। इसलिए सेफ सेक्स पर ध्यान दें। सेक्स के बाद साफ-सफाई को अवॉइड न करें।
  • वजाइनल हाइजीन मेंटेन रखने पर ध्यान दें। यूरिनेट के बाद पानी से वजाइना को क्लीन करके टिशु से साफ करें। पीरियड्स के दौरान पैड समय पर बदलें और पीरियड्स हाइजीन पर ध्यान दें।
  • अगर आपको वजाइनल हेल्थ में कोई भी अंतर दिखता है, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। इससे आप समस्या को बढ़ने से रोक सकते हैं। इस लेख में आपको सामान्य जानकारी दी गई है। इस बारे में ज्यादा जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
  • प्राइवेट पार्ट को साफ करने के लिए किसी भी एंटीसेप्टिक लिक्विड इस्तेमाल न करें। कॉटर पैंटी पहनें और वजाइना को ड्राई रखें। वैक्सिंग और शेविंग भी अवॉइड करें। प्राइवेट पार्ट्स के हेयर रिमूव करने के लिए सिर्फ ट्रीमिंग करें।

अगर लक्षणों का शुरुआत में ही पता लगा लिया जाए, तो क्रोनिक पेल्विक पेन और फीमेल इनफर्टिलिटी का खतरा कम किया जा सकता है।

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