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क्या इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) का कोई इलाज है? जानें डॉक्टर से

Is There Any Cure for Inflammatory Bowel Disease : क्या आईबीडी का पूरी तरह से इलाज किया जा सकता है? आइए डॉक्टर से इस सवाल का जवाब जानते हैं।  
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क्या इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) का कोई इलाज है? जानें डॉक्टर से


Is There Any Cure for Inflammatory Bowel Disease : इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (Inflammatory Bowel Disease) एक क्रोनिक बीमारी है, जो इंटेस्टाइन की सूजन का कारण बन सकती है। इस बीमारी के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल में सुधार करना जरूरी होता है। बता दें कि इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज 2 प्रकार के होते हैं। इसमें क्रोहन रोग और अल्सरेटिव कोलाइटिस शामिल हैं, जिनकी पहचान सूजन, दस्त और पेट दर्द से की जा सकती है। यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है। इसका मतलब है कि शरीर का अपना इम्यून सिस्टम इंटेस्टाइन पर हमला कर देता है। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल उठत है कि इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज की समस्या का पूरी तरह से इलाज किया जा सकता है या नहीं? आइए इस बारे में डॉ. हर्ष कपूर, अध्यक्ष - मेट्रो इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, हेपेटोलॉजी, मेट्रो हॉस्पिटल, नोएडा (Dr. Harsh Kapoor, Chairman - Metro Institute of Gastroenterology, Hepatology, Metro Hospital, Noida) से जानते हैं।

आईबीडी की समस्या कितने प्रकार की है?- Types of IBD

IBD treatment

जैसा हमने आपको बताया कि इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) एक क्रोनिक बीमारी है, जो इंटेस्टाइन की सूजन का कारण बनती है। बता दें कि आईबीडी की समस्या दो प्रकार की होती है:

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) के प्रकार

  • अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis): यह एक आंत की सूजन से जुड़ी बीमारी है। इससे बड़ी आंत (कोलन) और मलाशय (rectum) की अंदरूनी परत में सूजन और अल्सर (घाव) हो जाते हैं।
  • क्रोहन रोग (Crohn's Disease): क्रोहन रोग आईबीडी का एक प्रकार है। यह मुंह से लेकर गुदा (Anus) तक पाचन तंत्र के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है। यह आमतौर पर छोटी आंत के निचले हिस्से में होता है।

इसे भी पढ़ें- इरिटेबल बाउल सिंड्रोम और इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज में क्या अंतर है? डॉक्टर से जानें इसके बारे में

आईबीडी के लक्षण क्या हैं?- What are the Symptoms of IBD

आईबीडी के शरीर में कई लक्षण नजारा सकते हैं। आइए जानते हैं कि ये संकेत कौन-से हैं :  
- पेट में दर्द और ऐंठन
- दस्त
- मल में खून
- थकान
- भूख न लगना और वजन कम होना
- बुखार
IBD के अन्य लक्षणों में जोड़ों का दर्द, आंखों में सूजन, त्वचा पर चकत्ते और गुर्दे की पथरी शामिल हो सकती है।

क्या इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का पूरी तरह से इलाज किया जा सकता है?- Can Inflammatory Bowel Disease be Treated

डॉ. हर्ष कपूर के मुताबिक, इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज का पूरी तरह से कोई इलाज नहीं किया जा सकता है। आप इस बीमारी के लक्षणों को सिर्फ कंट्रोल कर सकते हैं। इससे बचाव के लिए डॉक्टर द्वारा बताई दवाइयों का सही तरह से सेवन करें, लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव करें और खानपान पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है।

आईबीडी को ट्रीट कैसे किया जा सकता है?- How can IBD be Treated

  • आईबीडी से बचाव के लिए एंटी-इंफ्लेमेटरी दवा का सेवन किया जा सकता है। इसमें स्टेरॉयड और एंटी-बायोटिक्स को आईबीडी ट्रीटमेंट का पहला कदम माना जाता है। ये दवाएं पाचन तंत्र की सूजन को कम करती हैं। अगर इन दवाओं का असर नहीं होता है, तो डॉक्टर मोनोक्लोनल एंटीबॉडी जैसे इंजेक्शन का इस्तेमाल कर सकते हैं।  
  • आईबीडी के लक्षणों से बचाव के लिए एंटीडायरियल दवाओं का उपयोग किया जा सकता है। इस समस्या से बचने के लिए आपको लाइफस्टाइल के हेल्दी विकल्पों को चुनना चाहिए।  
  • इसके अलावा, आईबीडी का सामना कर रहे व्यक्ति को फ्लूइड का सेवन करना चाहिए। इसे पीने से मल में खोए हुए फ्लूइड की भरपाई करने में मदद मिलती है।
  • आईबीडी से बचें के लिए आपको डेयरी प्रोडक्ट्स और तनावपूर्ण स्थितियों से बचने की कोशिश करनी चाहिए। इससे आईबीडी के कई लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है।  
  • आईबीडी से बचने के लिए व्यक्ति को एक्सरसाइज पर ध्यान देना चाहिए। ऐसे में रोजाना एक्सरसाइज या वॉक जरूर करें। इसके अलावा, आप धूम्रपान से दूरी बना सकते हैं।

इसे भी पढ़ें- इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और बचाव के टिप्स

अगर आप आईबीडी को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो अपनी डाइट में विटामिन और खनिज की मात्रा को बढ़ा सकते हैं। इससे शरीर में हो रही पोषक तत्वों की कमी को पूरा किया जा सकता है। कुल मिलाकर, आप आईबीडी का पूरी तरह इलाज नहीं कर सकते हैं। हालांकि, ऊपर बताई टिप्स और डॉक्टर की सलाह को सही तरह से मानते हुए, आप इस समस्या से छुटकारा जरूर पा सकते हैं।

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