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रोजाना भाप लेना कितना सुरक्षित है? डॉक्टर से जानें बंद नाक खोलने का सही तरीका

सर्दी-जुकाम, एलर्जी या साइनस की समस्या में जब नाक बंद हो जाती है तो अधिकतर लोग राहत पाने के लिए भाप लेने का सहारा लेते हैं। यहां जानिए, रोजाना भाप लेना कितना सुरक्षित है?
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रोजाना भाप लेना कितना सुरक्षित है? डॉक्टर से जानें बंद नाक खोलने का सही तरीका

सर्दी-जुकाम या एलर्जी के मौसम में जब नाक बंद हो जाती है तो सबसे पहले जो घरेलू उपाय याद आता है, वह है भाप लेना (Steam Inhalation)। गर्म पानी की भाप से नाक खुल जाती है, सांस लेने में राहत मिलती है और सर्दी-जुकाम से तुरंत आराम मिलता है। यही वजह है कि बहुत से लोग रोजाना भाप लेना अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लेते हैं, लेकिन क्या रोजाना भाप लेना सुरक्षित है? दरअसल, भाप लेने से नाक के अंदर जमा बलगम (Mucus) पिघलकर बाहर निकल जाता है और अस्थायी तौर पर बंद नाक खुल जाती है। यही वजह है कि इसे सर्दी, फ्लू और साइनस की समस्या में बेहद फायदेमंद माना जाता है। कई लोग इसमें यूकेलिप्टस ऑयल, अजवाइन या कपूर डालकर भी भाप लेते हैं ताकि और ज्यादा राहत मिले। इस लेख में हैदराबाद के यशोदा हॉस्पिटल्स के वरिष्ठ ईएनटी हेड और नेक कंसल्टेंट डॉ. अव्वारु सत्य किरण (Dr. Avvaru Satya kiran is a Senior ENT Head & Neck Consultant, Chief Cochlear Implant & Lateral Skull Base Surgeon at Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानिए, रोजाना भाप लेना कितना सुरक्षित है?


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रोजाना भाप लेना कितना सुरक्षित है? - Is it good to steam everyday

जब आप गर्म पानी की भाप लेते हैं, तो उसकी गर्म नमी (moist heat) नाक और गले की सूजन को कम करती है और जमाव को ढीला करती है। इससे सांस लेने में राहत मिलती है और गले में जमा बलगम भी साफ होता है। भाप लेने से साइनस कैविटी खुलती है और शरीर को अस्थायी तौर पर आराम महसूस होता है। यही कारण है कि सर्दी-जुकाम, फ्लू, या एलर्जी के लक्षणों में डॉक्टर भी कभी-कभी भाप लेने की सलाह देते हैं।

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डॉ. अव्वारु सत्य किरण बताते हैं, ''भाप लेना तब तक ठीक है जब तक यह सीमित मात्रा में हो। रोजाना दिन में दो या तीन बार भाप लेना जरूरी नहीं है। इसे जरूरत पड़ने पर ही करें, क्योंकि अत्यधिक गर्मी नाक की नमी को खत्म कर सकती है और म्यूकस मेम्ब्रेन को नुकसान पहुंचा सकती है।''

Is it safe to use steam inhalation daily

भाप लेने के फायदे - Benefits of taking steam

  • हल्की भाप लेने से नाक के अंदर की नमी बनी रहती है और धूल-मिट्टी या एलर्जन से होने वाली परेशानी कम होती है।
  • भाप लेने से कफ पतला होकर बाहर निकलता है जिससे बंद नाक खुलने लगती है।
  • नियमित भाप से साइनस के अंदर जमी गंदगी और सूजन कम होती है।
  • चेहरे पर भाप लेने से रोमछिद्र खुलते हैं और त्वचा से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं।

हालांकि भाप लेना अस्थायी राहत देता है, लेकिन इसे हर दिन करने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए इसे रोजाना बिलकुल न करें, सिर्फ जरूरत पड़ने या डॉक्टर की सलाह पर ही करें।

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सावधानियां

  • बहुत गर्म पानी का उपयोग न करें, अत्यधिक गर्म भाप से नाक और चेहरे की त्वचा झुलस सकती है।
  • एक बार में 5 से 10 मिनट तक ही भाप लें।
  • यूकेलिप्टस ऑयल या मेंथॉल का उपयोग सीमित मात्रा में करें, क्योंकि अधिक मात्रा में यह सांस की नली को इरिटेट कर सकता है।
  • भाप लेने के बाद ठंडी हवा से बचें, तुरंत पंखे या एसी के सामने न जाएं, वरना सर्दी बढ़ सकती है।

निष्कर्ष

भाप लेना निश्चित रूप से एक असरदार और आसान घरेलू उपाय है जो बंद नाक, सर्दी-जुकाम या साइनस में राहत देता है लेकिन इसे रोजाना करना जरूरी नहीं है। अगर आप इसे सीमा में रखें, सही तापमान पर लें और शरीर के रिएक्शन पर ध्यान दें, तो यह फायदेमंद रहेगा। ज्यादा भाप लेने से नाक की नमी खत्म हो सकती है, त्वचा ड्राई हो सकती है और जलन की समस्या भी हो सकती है।

All Images Credit- Freepik

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FAQ

  • बंद नाक होने के क्या कारण होते हैं?

    बंद नाक आमतौर पर सर्दी-जुकाम, एलर्जी, साइनस इंफेक्शन, धूल-मिट्टी या प्रदूषण के कारण होती है। 
  • नाक बंद होने पर कैसे सोना चाहिए?

    जब नाक बंद होती है तो ऑक्सीजन का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे नींद में बार-बार खलल पड़ता है। सिर को ऊंचा रखकर सोने से राहत मिल सकती है।
  • बच्चों की बंद नाक के लिए क्या करें?

    छोटे बच्चों के लिए हल्की भाप या सलाइन नेजल ड्रॉप्स सुरक्षित मानी जाती हैं। ध्यान रखें कि बच्चे को बहुत गर्म भाप के पास न बैठाएं, इससे जलने का खतरा होता है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Nov 10, 2025 18:16 IST

    Modified By : Akanksha Tiwari
  • Nov 10, 2025 18:16 IST

    Published By : Akanksha Tiwari

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