Antibiotic and Painkillers: आजकल लोगों को जरा सा दर्द होता है, तो वे तुरंत पैनकिलर ले लेते हैं और अगर साथ में कुछ इंफेक्शन हो जाए, तो एंटीबायोटिक का इस्तेमाल करने से नहीं चूकते। भारत के परिपेक्ष्य में देखा जाए, तो लोग बिना डॉक्टर से सलाह लिए एंटीबायोटिक और पेनकिलर ले लेते हैं। हालांकि कई बार इसके परिणाम भी मरीजों को भुगतने पड़ते है क्योंकि बिना डॉक्टरी देखरेख के दवाई लेने से मरीज की स्थिति गंभीर हो सकती है। कई लोगों का सवाल होता है कि क्या एंटीबायोटिक और पेनकिलर एक साथ लेना सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है? इस बारे में हमने नई दिल्ली के पीएसआरआई अस्पताल के कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजिस्ट और किडनी ट्रांसप्लांट फिजीशियन डॉ. सौबीर घोष (Dr. Soubeer Ghosh, Consultant - Nephrology and kidney transplant Medicine, PSRI Hospital, New Delhi) से बात की।
क्या एंटीबायोटिक के साथ पेनकिलर दवा लेना खतरनाक हो सकता है?
डॉ. सौबीर ने कहा, “सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि एंटीबायोटिक और पेनकिलर दोनों का काम अलग-अलग होता है। एंटीबायोटिक दवाइयां इंफेक्शन कम करने में मदद करती हैं, तो पेनकिलर शरीर की सूजन और दर्द में राहत देती हैं। वैसे तो अगर मरीज सामान्य स्थिति में है, तो दोनों को एक साथ लेना खतरनाक नहीं होता, लेकिन साथ ही यह भी जानना जरूरी है कि कौन सी दवाइयां मरीज ले रहा है और उसे कौन सी बीमारियां है। जब भी डॉक्टर किसी भी मरीज को दवाई देता है, तो वह पहले मरीज की पूरी मेडिकल हिस्ट्री समझता है, इसके बाद ही दवाइयां लिखी जाती हैं। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के इन दोनों दवाइयों को साथ लेने के गंभीर मेडिकल परिणाम भी हो सकते हैं। एंटीबायोटिक और पेनकिलर दवाइयों को हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही लेना चाहिए।”
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क्या एंटीबायोटिक और पेनकिलर के साथ लेने पर हो सककते हैं साइड इफेक्ट्स?
डॉ. सौबीर ने बताया कि अगर दवाइयों का गलत कॉबिनेशन हो जाए या फिर ज्यादा मात्रा में दोनों दवाइयों को लिया जाए, तो मरीज को कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
- पेट दर्द और एसिडिटी
- उल्टी
- दस्त
- चक्कर आना
- कमजोरी महसूस करना
- अगर दवाइयां लंबे समय तक ली जाए तो लिवर और किडनी को नुकसान हो सकता है
क्या एंटीबायोटिक और पेनकिलर का असर लिवर और किडनी पर पड़ता है?
डॉ. सौबीर कहते हैं, “बिल्कुल, अगर पेनकिलर में खासतौर पर नॉन-स्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs), जैसे कि इबुप्रोफेन या डाइक्लोफेनाक लेने पर लिवर और किडनी को नुकसान हो सकता है। इसके साथ जब एंटीबायोटिक दवाई ली जाती है, तो दोनों ही अंगों पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है। अगर कोई मरीज पहले से ही लिवर और किडनी की बीमारी से पीड़ित है, तो उसके लिवर और किडनी को ये ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं।”
- लिवर के एंजाइम बढ़ने से इसके फंक्शन पर असर पड़ता है।
- किडनी कमजोर होने पर बीमारी गंभीर हो सकती है।
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किन मेडिकल कंडीशन्स में डॉक्टर पेनकिलर और एंटीबायोटिक साथ देते हैं?
डॉ. सौबीर कहते हैं कि अगर मरीज को कुछ कॉमन इंफेक्शन्स जैसे कान, गले या दांत में दर्द के साथ सूजन होती है, तो एंटीबायोटिक इंफेक्शन खत्म करने के लिए और पेनकिलर दर्द कम करने के लिए दी जाती है। लेकिन डॉक्टर जब भी इन दोनों दवाइयों को एक साथ देते हैं, तो मरीज की स्थिति और हिस्ट्री देखकर देते हैं।
खुद से दवा लेने की आदत क्यों खतरनाक है?
डॉ. सौबीर कहते हैं,”मरीज को खुद से कभी भी दवाई नहीं लेनी चाहिए क्योंकि मरीज को न तो सही खुराक की जानकारी होती है और न ही कॉम्बिनेशन्स का पता होता है। ऐसे में कई बार मरीज गलत कॉम्बिनेशन की दवाइयां ले लेता है और इससे दवाई का असर उल्टा पड़ता है। मरीज को कई गंभीर साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।”
डॉक्टर की सलाह
डॉ. सौबीर जोर देते हुए कहते हैं कि एंटीबायोटिक और पेनकिलर एक साथ लेना तभी सेफ है, अगर डॉक्टर ने सलाह दी हो। बिना डॉक्टर की सलाह के इन्हें साथ लेना खतरनाक हो सकता है और यह लिवर, किडनी सहित शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। डॉक्टर मरीज को सही खुराक देकर यह सुनिश्चित करते हैं कि दवाइयों के कम से कम साइड इफेक्ट्स हो ताकि मरीज जल्द से जल्द ठीक हो जाए। अगर दवाइयां लेने के बाद किसी भी तरह की परेशानी हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और उन्हें अपनी परेशानी बताएं।