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आज के समय में लोग कई तरह की डाइट फॉलो करते हैं, ताकि अपने वजन को कम कर सके। वहीं, कुछ लोग वजन कम करने, अनहेल्दी डाइट से बचने और अपने शरीर को डिटॉक्स करने के लिए सिर्फ फलों पर रहने की कोशिश करते हैं। फलों में मौजूद विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। हालांकि, फलों में प्रोटीन, हेल्दी फैट और जरूरी कार्ब्स की की होती है, जो सेहत से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। ऐसे में लोग अक्सर इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि उन्हें कितने दिनों तक फलाहार पर रहना चाहिए या क्या सिर्फ फलों की डाइट पर रहना सेहत के लिए फायदेमंद है या नहीं? आइए इस बारे में दिल्ली की क्लिनिकल डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट रक्षिता मेहरा से जानते हैं।
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कितने समय तक फल आहार करना सुरक्षित है?
न्यूट्रिशनिस्ट रक्षिता मेहरा का कहना है कि, पूरे दिन सिर्फ फल पर रहना आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन ज्यादा दिन फलाहार पर रहना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है, जैसे-
- सामान्य हेल्दी व्यक्ति अपने शरीर को डिटॉक्स करने के लिए 1 से 3 दिन तक सिर्फ फलों पर रह सकता है।
- डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह पर आप 5 से 7 दिनों तक फलाहार पर रह सकते हैं।
- 2 हफ्ते या उससे ज्यादा दिन फलाहार पर रहना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि इससे आपके शरीर में जरूरी पोषण की कमी हो सकती है।
केवल फल खाने के क्या फायदे हैं?
न्यूट्रिशनिस्ट रक्षिता मेहरा के अनुसार, सिर्फ फल खाने के सेहत के लिए कई फायदे हैं-
- फल फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो शरीर से टॉक्सिन पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
- फल आसानी से पच जाते हैं, जिससे पेट हल्का रहता है और कब्ज की समस्या कम होती है।
- अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो फलों पर रहना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि ये वजन कम करने में मदद कर सकता है।
- फलों में विटामिन सी और पानी की मात्रा ज्यादा होती है, जो आपकी स्किन को हाइड्रेट रखती है।
- फलों में मौजूद नेचुरल शुगर आपके शरीर को तुरंत एनर्जी देता है।
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सिर्फ फलों पर रहने के नुकसान क्या हैं?
न्यूट्रिशनिस्ट रक्षिता मेहरा के मुताबिक, ज्यादा दिन सिर्फ फलों पर रहने से आपको स्वास्थ्य से जुड़ी ये समस्याएं हो सकती हैं-
- फल में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं होता है, जिससे मांसपेशियां कमजोर हो सकती है।
- आयरन और विटामिन बी12 की कमी हो सकती है, जिसके कारण शरीर में खून की कमी और थकान हो सकती है।
- कुछ फलों में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे डायबिटीज का जोखिम बढ़ सकता है।
- लंबे समय तक सिर्फ फल खाने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में फैट और एनर्जी नहीं मिलती है, जिससे कमजोरी और चक्कर आने की समस्या हो सकती है।
- सिर्फ फल खाने से आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे बार-बार बीमार होने की संभावना बढ़ सकती है।
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किन लोगों को फल आहार नहीं करना चाहिए?
न्यूट्रिशनिस्ट रक्षिता मेहरा का कहना है कि, फलाहार भले ही आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो, लेकिन कुछ लोगों को इसे करने से बचना चाहिए, जैसे-
- डायबिटीज के मरीज
- प्रेग्नेंट महिला और ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाएं
- एनीमिया के मरीज
- बच्चों और बुजुर्गों को
- ज्यादा कमजोर व्यक्ति को
- लो बीपी के मरीज
फलाहार पर रहने का सुरक्षित तरीके क्या है?
सही तरह से फलाहार पर रहने के लिए आप इन टिप्स को फॉलो करें-
- अपनी डाइट में सभी तरह के फलों जैसे सेब, पपीता, अमरूद, बेरी, अनार आदि को शामिल करें।
- फल खाने के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, ताकि आपका शरीर डिहाइड्रेट न हो।
- फलों का जूस पीने से बचें और उसके स्थान पर पूरा फल खाएं, ताकि फाइबर की कमी को पूरा किया जा सके।
- 3 दिन से ज्यादा फलाहार पर रहने से बचें।
- फलाहार पर रहने के बाद धीरे-धीरे अपनी नॉर्मल डाइट पर वापस आए, अचानक हैवी फूड खाना शुरू न करें।
निष्कर्ष
केवल फल खाने वाला डाइट थोड़े समय के लिए शरीर को हल्का और डिटॉक्स महसूस करा सकता है, लेकिन इसे लंबे समय तक करना सुरक्षित नहीं है। शरीर को प्रोटीन, फैट, आयरन और अन्य पोषक तत्वों की जरूरत होती है, जो केवल फलों से पूरी नहीं हो सकती। अगर आप फल आहार करना चाहते हैं, तो इसे 1–3 दिन से ज्यादा न करें और हमेशा अपने शरीर की स्थिति को ध्यान में रखें। स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार ही सबसे अच्छा विकल्प है।
Image Credit: Freepik
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Dec 15, 2025 16:35 IST
Published By : Katyayani Tiwari