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भारतीय घरों में मुनक्का का इस्तेमाल अक्सर ड्राई फ्रूट्स के रूप में किया जाता है। मुनक्के का सेवन बड़ों से लेकर बच्चे सभी के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। इसमें कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन बी और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। लोग अक्सर दूध में मुनक्का भिगोकर पीना पसंद करते हैं, जो स्वाद में हल्की, मीठा और पोषक तत्वों से भरपूर होता है, और सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है। ऐसे में कई लोगों के मन में अक्सर ये सवाल आता है कि क्या वे अपने छोटे बच्चों को दूध में मुनक्का दे सकते हैं या नहीं? आइए आज के इस लेख में हम हरियाणा के सिरसा में स्थित रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं कि क्या छोटे बच्चों को दूध में मुनक्का देना सही है?
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छोटे बच्चों को मुनक्के वाला दूध देना कितना सुरक्षित है?
आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा की माने तो सर्दियों में छोटे बच्चों को दूध में मुनक्का देना न सिर्फ सुरक्षित होता है, बल्कि ये सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। उन्होंने बताया कि सर्दियों में बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, जिस कारण पाचन से जुड़ी समस्या होना या कमजोरी काफी आम है। ऐसे में बच्चों को मुनक्के वाला दूध देने से उनको कई तरह के स्वास्थ्य फायदे मिल सकते हैं।
बच्चों को मुनक्के वाला दूध देने के फायदे
आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार छोटे बच्चों को दूध में मुनक्का देने से उन्हें कई तरह के फायदे मिल सकते हैं, जिसमें-
1. कब्ज में राहत
ज्यादातर बच्चों में कब्ज की समस्या सामान्य है, खासकर जब वे ठोस आहार लेना शुरू करते हैं। मुनक्का घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर से भरपूर होती है, जो आंतों को चिकना बनाकर मल त्याग को आसान करता है। ऐसे में जब आप अपने बच्चे को दूध में मुनक्का उबालकर या भिगोकर देते हैं तो उसमें मौजूद फाइबर और नेचुरल मिठास आंतो पर हल्का असर डालती है।
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2. कमजोरी दूर करने में फायदेमंद
कई छोटे बच्चे पर्याप्त मात्रा में खुराक नहीं ले पाते हैं, जिस कारण बार-बार इंफेक्शन होने या भूख कम लगने के कारण बच्चे को कमजोरी महसूस होती है। मुनक्के में मौजूद नेचुरल शुगर शरीर को आसानी से एनर्जी देती है। साथ ही, इसमें पाए जाने वाले आयरन और मिनरल्स धीरे-धीरे शरीर की ताकत बढ़ाने में मदद करते हैं। दूध के साथ मुनक्का देने से बच्चों के पाचन को बेहतर बनाने में मदद मिलती है और बच्चे के शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है।
3. भूख बढ़ाने में लाभकारी
कुछ बच्चों का पेट ठीक तरह से साफ न होने या एसिडिटी रहने के कारण भूख कम होती है। मुनक्के में मौजूद नेचुरल एंजाइम पेट को शांत रखती है और आंतों के काम को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है। जब पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है तो बच्चों की भूख भी बेहतर तरीके से लगने लगी है। दूध में उबला हुआ मुनक्का बच्चों को मीठा स्वाद भी देता है, जिससे वे इसे आसानी से पी लेते हैं।
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4. ठंड में राहत
सर्दियों में शरीर की इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकती है। ऐसे में मुनक्के का सेवन उनके शरीर को गर्माहट देता है, शरीर को आराम मिलता है। मुनक्के का दूध न तो बहुत गर्म नेचर का होता है और न ही बहुत ठंडा, इसलिए छोटे बच्चों के लिए यह एक संतुलित ड्रिंक माना जाता है। इससे गला भी आमतौर पर मुलायम होता है।
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5. बेहतर पाचन
अधपका खाना, खाली पेट दूध, बाहर के तले-भुने पदार्थ या मौसमी बदलावों के कारण बच्चों का पाचन खराब हो सकता है। मुनक्का हल्का पाचक होता है और इसमें मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो आंतों के बैक्टीरिया को संतुलित रखने में मदद कर सकते हैं। दूध के साथ उबला हुआ मुनक्का देने से पेट में भारीपन नहीं लगता है और गैस बनने की संभावना भी कम हो जाती है। धीरे-धीरे यह पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
दूध में मुनक्का छोटे बच्चों को पिलाना काफी फायदेमंद होता है। खासकर सर्दियों के मौसम में इम्यूनिटी बढ़ाने, पाचन बेहतर बनाने, कमजोरी दूर करने और ठंड से राहत दिलाने में मदद करता है। इसलिए, आप अपने बच्चे को रोजाना दूध में मुनक्का भिगोकर पीने के लिए दे सकते हैं। ध्यान रहे ज्यादा मात्रा में इसे देने से बचें और एक बार डॉक्टर से भी कंसल्ट जरूर करें।
Image Credit: Freepik
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Dec 10, 2025 09:29 IST
Published By : Katyayani Tiwari