
घर में खाना बनकर टेबल पर आता है, सब्जी की खुशबू फैलती है, लेकिन बच्चे का पहला रिएक्शन अक्सर यही होता है कि खाना नहीं खाना है। चाहे पालक हो, लौकी हो, गाजर हो या बीन्स, बच्चे प्लेट में सब्जियों को देखकर ऐसे मुंह बनाते हैं जैसे कोई कड़वी दवा दिखा दी गई हो। कई माता-पिता इसे जिद समझते हैं, कुछ इसे बिगड़ापन कह देते हैं, जबकि कुछ चिंतित हो जाते हैं कि कहीं यह उनकी पैरेंटिंग की गलती तो नहीं। इस लेख में हैदराबाद के यशोदा अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ एवं नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. डी. श्रीकांत (Dr. D. Srikanth, Sr. Consultant Pediatrician & Neonatologist, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानिए, क्या बच्चों का सब्जियां न खाना सामान्य है?
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क्या बच्चों का सब्जियां न खाना सामान्य है? - Is it normal for kids not to eat vegetables
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. डी. श्रीकांत बताते हैं कि बच्चों में सब्जियां न खाने की यह आदत दुनिया भर में आम है और इसका संबंध सिर्फ स्वाद से नहीं, बल्कि उनके बढ़ते हुए शरीर, टेस्ट डेवलपमेंट और साइकोलॉजी से भी होता है। डॉ. डी. श्रीकांत के अनुसार यह बिल्कुल सामान्य है। 2-6 साल की उम्र में लगभग 60-70% बच्चे सब्जियों को खाने से बचते हैं। यह बच्चा सीखते-समझते हुए अपनी फूड प्रेफरेंस डेवलप करता है। समय के साथ, एक्सपोजर बढ़ने पर, बच्चे नई सब्जियां स्वीकार करना शुरू करते हैं।
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1. स्वाद और टेक्सचर पसंद न आना
बच्चों के टेस्ट बड्स बड़ों से ज्यादा संवेदनशील होते हैं। इसलिए कड़वी, पत्तेदार या हल्की कच्ची महक वाली सब्जियां उन्हें तुरंत नापसंद हो सकती हैं।
2. फूड नियोफोबिया (नए खाने से डर)
2 से 6 साल की उम्र में बच्चे नया खाना ट्राई करने से डरते हैं। यह एक सामान्य विकास चरण है।
3. सिर्फ मीठे और सॉफ्ट फूड पसंद
बच्चे स्वाभाविक रूप से मीठे और सॉफ्ट भोजन जैसे फल, मैश्ड फूड, दाल-चावल, खीर या पास्ता पसंद करते हैं। सब्जियों का स्वाद अक्सर इनसे कम आकर्षक लगता है।
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4. घर में खाने का माहौल
अगर पेरेंट्स खुद सब्जियां पसंद नहीं करते या उनका टमी टाइम तनावपूर्ण होता है, तो बच्चा भी सब्जियां खाने से बचता है।
5. पेरेंटल प्रेशर
सब्जी खाओ नहीं तो TV नहीं मिलेगा जैसे दबाव से बच्चे और जिद्दी हो जाते हैं, प्रेशर देने से बच्चे और कम सब्जियां खाते हैं।
डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?
- बच्चा कई फूड को पूरी तरह मना करता हो
- वजन कम हो रहा हो या ग्रोथ रुक रही हो
- चबाने या निगलने में दिक्कत हो
- एंग्जायटी या सेंसरी प्रोसेसिंग इश्यू हो
यह संकेत हो सकते हैं कि बच्चे को डॉक्टर की सलाह की जरूरत है।
निष्कर्ष
बच्चों का सब्जियां न खाना अक्सर विकास का सामान्य हिस्सा है, माता-पिता को धैर्य रखते हुए बच्चों को नियमित, पॉजिटिव और क्रिएटिव तरीके से सब्जियों से परिचित कराना चाहिए। सही तरीके अपनाकर धीरे-धीरे बच्चे हेल्दी खाने की ओर झुकने लगते हैं।
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FAQ
क्या बच्चे को जबरदस्ती सब्जियां खिलाना चाहिए?
जबरदस्ती कराने से बच्चे भोजन से डर या नफरत बनाने लगते हैं। बेहतर है कि भोजन रंगीन, मजेदार और छोटे हिस्सों में दिया जाए।क्या बच्चों को बार-बार स्नैक्स देना ठीक है?
बार-बार स्नैक्स देने से मुख्य भोजन की भूख कम हो जाती है। बच्चे को 2-3 घंटे के अंतराल पर हेल्दी स्नैक्स देना बेहतर है।बच्चा खाना नहीं खा रहा है तो क्या करें?
बच्चे पेरेंट्स की नकल करते हैं। माता-पिता सब्जियां पसंद से खाएंगे तो बच्चे भी प्रेरित होंगे। सूप, चिला, इडली, पास्ता या दाल में सब्जियां मिलाकर स्वादिष्ट रूप में दें।
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Dec 01, 2025 16:29 IST
Published By : Akanksha Tiwari