बच्चा पब्लिक में बदतमीजी न करे, इसके लिए अपनाएं ये 4 पैरेंटिंग टिप्स

How To Deal With A Child Who Is Misbehaving: बच्चे द्वारा पब्लिक में की जाने वाली बदतमीजी को स्वीकार करना सही नहीं है। अगर बच्चा ऐसा करता है, तो पैरेंट्स को चाहिए कि उन्हें डिसीप्लीन में रखें। ऐसा आप कैसे कर सकते हैं, आइए, जानते हैं इस लेख में।
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बच्चा पब्लिक में बदतमीजी न करे, इसके लिए अपनाएं ये 4 पैरेंटिंग टिप्स


How Do You Deal With A Misbehaving Child In Public: हाल ही में आपने देखा होगा कि केबीसी यानी कौन बनेगा करोड़पति में महज 10 साल की बच्चा अमिताभ बच्चन जैसे अनुभवी एक्टर के साथ बदतमीजी करते नजर आया। इसके बाद ही यह बच्चा काफी ट्रोल हो रहा है और कई लोग इसके लिए पैरेंट्स को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। लोगों का मानना है कि अगर पैरेंट्स ने सही तरह से बच्चे की परवरिश की होती है, तो ऐसा नहीं होता है। बच्चे को पता होना चाहिए कि उसे लोगां के सामने अपने से बड़ों से किस तरह बात करनी चाहिए। यहां एक सवाल है हर पैरेंट्स के मन में बार-बार उठता है कि क्या वाकई उनकी गलती है? आखिर उन्होंने ऐसा क्या किया जिसकी वजह से बच्चा पब्लिकी बदतमीजी करने लगता है और सही कैसे किया जा सकता है? इस लेख में हम आपको कुछ पैरेंटिंग टिप्स दे रहे हैं, जिन्हें आप फॉलो करके बच्चों को डिसीप्लीन में ला सकते हैं।

बच्चे की बदतमीजी रोकने के लिए पैरेंटिंग टिप्स- Parenting Tips So That Child Does Not Misbehave Publicly

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बाउंड्री सेट करें

जब भी बच्चे को लेकर बाहर जाएं, उसे बता दें कि उसकी बाउंड्री क्या है? उस दूसरों के साथ किस तरह की बात करनी है, कहां चुप होना होना है और अगर गुस्सा आ जाए, तो भी खुद को घर के बाहर कंट्रोल में रखना है। इसके अलावा, बच्चे को यह भी बताएं कि किसी भी चीज के लिए जिद नहीं करनी है।

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बच्चे के बिहेवियर को नोट करें

जब आपको लगे कि बच्चा घर से बाहर जाकर जिद नहीं करेगा, दूसरों के  सामने आपके साथ ऊंची आवाज में बात नहीं करेगा, तभी उन्हें लेकर कहीं घूमने जाएं। असल में, कई बार ऐसा होता है कि बच्चा घर से बाहर निकलने के बाद ही खिलौने खरीदने या कोई चीज खाने की जिद करने लगता है। अगर आप नहीं दिलवाना चाहते हैं, तो उन्हें घर में यह बता दें कि ऐसा कुछ खरीदा नहीं जाएगा। जब आपको लगे कि बच्चा रेडी है, तभी आप घर से बाहर जाएं।

बच्चे को टास्क दें

कई बार आपके कहने के बावजूद बच्चे आपकी बात नहीं मानते हैं। पैरेंट्स को ऐसे में हताश नहीं होना है और परेशान भी नहीं होना है। इसके बजाय, आप बच्चे को कोई टास्क दें। छोटे बच्चों को काम देने से अक्सर उन्हें जिम्मेदार होने का एहसास होता है। उन्हें अपना टास्क कंप्लीट करने में मजा भी आता है। आप भी अपने बच्चे को घर से बाहर निकलने पर छोटे-मोटे कामों में इंवॉल्व रखें। इस तरह बच्चा डिसीप्लीन में भी रहता है।

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बच्चे को गिफ्ट दें

बच्चे को कहें कि अगर वह बाहर दूसरों के सामने अच्छी तरह पेश आएगा, बदतमीजी नहीं करेगा, तो आप उसे घर लौटने के बाद तोहफा देंगे। हालांकि, कई लोगों को लगता है कि इस तरह की चीजें किया जाना सही नहीं है। मगर आप कभी-कभी ऐसा कर सकते हैं। इससे बच्चा मोटिवेटेड होता है, लेकिन इस तरह गिफ्ट देने को उसकी आदत न बनाएं।

निष्कर्ष

यह सच है कि कई बार बच्चे का बिहेवियर अनप्रेडिक्टेबल हो जाता है और वे जाने-अनजाने दूसरे लोगों के साथ बदतमीजी करते हैं। बच्चा जब भी ऐसा करता है, तो पैरेंट्स को चाहिए कि उन्हें स्ट्रिक्टली यानी सख्ताई से उसे मना करें कि इस तरह से बिहेव न करें। साथ ही, उन्हें जता दें कि बदतमीजी को कभी भी सहन नहीं किया जाएगा। अगर बच्चा ऐसा करे, तो उन्हें डिसीप्लीन में लाने के लिए पैरेंट्स अपने अनुसार सही तरीका अपना सकते हैं।


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  • Oct 22, 2025 15:00 IST

    Published By : Meera Tagore

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