Negative Behaviour Issues- हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा खुश रहे और उसे किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। लेकिन बच्चों के बड़े होने के साथ-साथ उनके व्यवहार में बदलाव आने लगता है, जो बिल्कुल नॉर्मल है। अकसर देखा जाता है कि बच्चों को हर समय डांटते रहना बच्चों से चिल्लाकर बात करना या बच्चों से बात-बात पर टोका टाकी करने के कारण बच्चे जिद्दी हो जाते हैं और दूसरों के साथ खराब व्यवहार करने लगते हैं। उनमें बदतमीजी करने, चिल्ला कर बात करने, बातों को अनसुना करने, अपने पेरेंट्स की बात पर ध्यान ना देने जैसी आदतें आने लगती हैं। इस तरह का व्यवहार अक्सर सभी पेरेंट्स के लिए काफी मुश्किल का सबब होता है। जिससे पेरेंट्स इस बात को लेकर काफी परेशान रहते हैं कि आखिर कैसे वे अपने बच्चे के व्यवहार को बदल सकते हैं। अगर आपका बच्चा बदतमीजी करता है, तो उस पर चिल्लाना या कंट्रोल करना कोई खास उपाय नहीं है, बल्कि उसे शुरुआत से ही गलत आदतों को अपनाने से रोकना चाहिए। इसके लिए निम्न बातों को ध्यान में रखकर आप अपने बच्चे के नकारात्मक व्यवहार में बदलाव ला सकते हैं
बच्चे को समझाएं उसकी गलती
जब आपका बच्चा किसी के भी साथ बदतमीजी करता है, तो आप उसे उसी वक्त टोकें। उसे बताएं कि आखिर वह कहां गलत है। उसको असभ्य बनने से रोकने के लिए आपको उनकी बदतमीजी को बर्दाश्त नहीं करना, बल्कि प्यार से समझाना है। अपने बच्चों को अनुशासित करने के लिए उनके साथ मारपीट ना करें, बल्कि उनकी पसंदीदा चीजें, जैसे वीडियो गेम या फोन जैसी चीजों को उनसे दूर कर दें और जब तक उन्हें अपनी गलती का एहसास नहीं होता, तब तक उन्हें यह चीजें ना दें।
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बच्चे को बताएं सही गलत में फर्क-
जब भी आप देखें कि आपका बच्चा किसी दूसरे को नीचा दिखा रहा है, तो उसे तुरंत रोक दें। बच्चे को बताएं कि सभी का सामान रूप से सम्मान और सभी के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। बच्चों को बताएं कि समाज में रहने वाले हर व्यक्ति, चाहे वह कहीं से हो, किसी जाति धर्म से हो, सभी को सम्मान की दृष्टि से देखना चाहिए।
बच्चे के गुस्से को ना करें इग्नोर
पेरेंट्स को अपने बच्चों को धमकी देने या दूसरों को धमकाने की आदत को अनदेखा नहीं करना चाहिए। अगर आपका बच्चा अपने भाई बहन या पड़ोस या स्कूल में किसी को गाली देता है, तो उसे तुरंत रोक दें और समझाएं। एक बार सोचें कि अगर कोई दूसरा आपके बच्चे को धमकाएगा, तो क्या आप यह सहन कर पाएंगे।
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बच्चे की झूठ बोलने की आदत छुड़ाएं
बच्चे छोटी-छोटी बातों में झूठ बोलने लगते हैं। इसलिए पेरेंट्स को जब भी इस बात का पता चले तभी अपने बच्चों को रोकना चाहिए। उन्हें सच बोलना सिखाने के लिए महान लोगों की कहानियां सुनाएं। उन्हें उन महान हस्तियों की कहानियां उदाहरण देकर सुनाएं, जिन्होंने अच्छे मार्ग पर चलकर सफलता पाई हो और नाम कमाया हो।
जब बच्चा बड़ा हो जाता है तो वह दूसरों के साथ गलत व्यवहार करना, झूठ बोलना, बदमाशी करना शुरू कर सकता है। इसीलिए अपने बच्चे को शुरुआत से ही सभ्य बनाने की कोशिश करें। उन्हें बताएं कि कैसे गलत रास्ते पर चलने से उनका फ्यूचर खराब हो सकता है।
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