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क्या आपका बच्चा भी नहीं मानता बातें? इन 3 तरीकों को अपनाने से होगा व्यवहार में बदलाव

How to Make Children Behaviour Healthy in Hindi: अगर आप उन पैरेंट्स में से हैं, जो बच्चों पर ज्यादा रोक-टोक करते हैं तो ऐसा न करें। बच्चे को हर छोटी-छोटी बात के लिए डांटे नहीं और न ही उसपर ज्यादा रोक-टोक करें। 
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क्या आपका बच्चा भी नहीं मानता बातें? इन 3 तरीकों को अपनाने से होगा व्यवहार में बदलाव


How to Make Children Behaviour Healthy in Hindi: बच्चे अक्सर जिद्द करते हैं और खाने-पीने में नखरे दिखाते हैं। हालांकि, यह उनका स्वभाव है। लेकिन, कई बार लंबे समय बाद तक भी उनकी यही आदत पड़ी रहती है। जिससे वे आगे चलकर भी माता-पिता की बात नहीं मानते हैं और शैतानी करते हैं। बच्चों को शुरूआत से ही थोड़ा कंट्रोल में रखना जरूरी होता है। अगर आपका बच्चा भी रूड यानि उखड़ा-उखड़ा सा व्यवहार करता है तो इस ओर ध्यान देना जरूरी हो जाता है। अगर वह आपकी बातें सुनकर भी नजरअंदाज करता है तो इस लेख को जरूर पढ़ें। इस लेख के माध्यम से हम आपको कुछ टिप्स बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप बच्चों के व्यवहार को बदल सकते हैं। आइये पेरेंट एजुकेटर अर्पिता एक्से पिथावे से जानते हैं इसके बारे में।

बच्चे पर ज्यादा रोक-टोक न करें

अगर आप उन पैरेंट्स में से हैं, जो बच्चों पर ज्यादा रोक-टोक करते हैं तो ऐसा न करें। बच्चे को हर छोटी-छोटी बात के लिए डांटे नहीं और न ही उसपर ज्यादा रोक-टोक करें। जहां, उसे बोलने, डांटने या समझाने की जरूरत है केवल वहीं, उसे समझाएं। बार-बार डांटने-फटकारने से बच्चे और भी ज्यादा चिड़चिड़े हो जाते हैं। 

खुद में अच्छी आदतें लाएं

अगर आप अपने बच्चे में बदलाव और सकारात्मकता देखना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि आपको अपनी आदतों में सुधार करें। एक बच्चा सबसे पहले अपने माता-पिता को ही अपना आइडल मानता है। इसलिए जैसा आप घर में व्यवहार करेंगे आपका बच्चा भी उसी तरह का व्यवहार आपसे करेगा। बच्चों के सामने आपको किसी तरह का गलत काम नहीं करना चाहिए। 

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बच्चों से प्यार से बात करें

आपने वह कहावत तो सुनी ही होगी कि बच्चे प्यार के भूखे होते हैं। इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा आपकी इज्जत करे और प्यार से बात करे तो इसके लिए आपको भी उन्हें प्यार और इज्जत देनी होगी। कोशिश करें कि जिस भाषा में या जिस तरह से वे आपकी बात सुनें आप भी वैसे ही रिएक्ट करें। बच्चों को कभी मारने या धमकाने की गलती न करें। यह आपके और बच्चे दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। 

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