
Best Way to Bond With Newborn in Hindi: कहते हैं हर रिश्ते में बॉन्ड का मजबूत होना जरूरी होता है तभी रिश्ते की एहमियत को अच्छे से समझा जा सकता है। मां और बच्चे के बीच एक अच्छी और मजबूत बॉन्डिंग होना बेहद जरूरी होती है। यह बॉन्डिंग अगर शुरूआत से ही मजबूत हो तो आगे चलकर किसी प्रकार की समस्या नहीं आती है। लेकिन, कई बार कुछ मां की बॉन्डिंग उनके नवजात शिशु के साथ मजबूत नहीं बन पाती है। कई बार उन्हें एक दूसरे को समझने में ज्यादा समय लग जाता है। हालांकि, इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। क्या आपके शिशु के साथ आपकी बॉन्डिंग भी कुछ ऐसी ही है? अगर हां, तो आपके लिए यह लेख पढ़ना जरूरी है। आइये जानते हैं इसके पीछे के कारणों के बारे में। आइये बाल रोग विशेषज्ञ संतोष यादव से जानते हैं इसके बारे में।
अस्पताल में भर्ती होना
कुछ मामलों में मां क्रॉनिक बीमारियों से जूझ रही होती है, जिसके चलते वे डिलीवरी के बाद अस्पताल में भर्ती रहती हैं। ऐसे में कुछ दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने से मां शिशु के साथ शुरूआत में समय नहीं बिता पाती है। जिससे मां और नवजात शिशु के बीच आपस में एक मजबूत और अच्छी बॉन्डिंग नहीं बन पाती है।
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एंग्जाइटी और डिप्रेशन रहना
कुछ मामलों में मां को एंग्जाइटी और डिप्रेशन की समस्या रहती है, जिसके चलते वे साइकॉसिस में चली जाती हैं और शिशु के साथ बॉन्ड नहीं बना पाती हैं। ऐसी स्थिति में कई बार मां का ध्यान शिशु की तरफ थोड़ा कम जाता है।
शिशु के NICU में भर्ती रहना
कई बार शिशु को कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के चलते न्यूटनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (NICU) में रखा जाता है। कुछ बच्चों का वजन जन्म के समय पर काफी कम होता है और कुछ का जन्म समय से पहले हो जाता है, जिसके चलते उन्हें NICU में रखा जाता है। ऐसे में शिशु और मां के बीच आपस में एक अच्छी बॉन्डिंग नहीं बन पाती है।
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शिशु के साथ अच्छी बॉन्डिंग बनाने के लिए क्या करें?
- शिशु के साथ अच्छी बॉन्डिंग बनाने के लिए आपको शिशु को गोद में लेकर प्यार से देखना चाहिए।
- आपको शिशु को गोद में लेकर उन्हें देखकर मुस्कराना है।
- ऐसे में आपको शिशु के साथ खेलना चाहिए।
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