शिशुओं के लिए टमी टाइम बहुत जरूरी होता है, इस दौरान शिशु को पेट के बल लिटाया जाता है ताकि उसकी गर्दन, पीठ और कंधों की मांसपेशियां मजबूत हो सकें और पेट में गैस की समस्या दूर हो सके। शिशुओं में टमी टाइम उनके शारीरिक और मानसिक विकास में भी मदद करता है। जब शिशु पेट के बल लेटता है, तो उसे अपने सिर को ऊपर उठाने और उसे सहारा देने की जरूरत होती है, जिससे उसकी गर्दन और कंधों की मांसपेशियों का विकास होता है। जन्म के कुछ महीनों के बाद टमी टाइम शुरुआत में कुछ ही मिनटों तक किया जाता है, और जैसे-जैसे शिशु बड़ा होता जाता है, इसका समय बढ़ाया जा सकता है। लेकिन सबसे जरूरी है कि टमी टाइम के दौरान शिशु की पोजीशन सही हो। इस लेख में किरण मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन और न्यूबोर्न स्पेशलिस्ट डॉ. पवन मंडाविया से जानें टमी टाइम के दौरान शिशु की पोजीशन कैसी होनी चाहिए?
बच्चे को टमी टाइम पोजीशन में कैसे लाएं?
डॉ. पवन मंडाविया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह शिशु को टमी टाइम कैसे दें, इसके बारे में बता रहे हैं। डॉक्टर पवन ने बताया कि शिशुओं के लिए टमी टाइम जरूरी है लेकिन इसे सही पोजीशन में करवाना चाहिए। उन्होंने बताया कि टमी टाइम के दौरान शिशु के शरीर का बल उसके पेट पर ज्यादा होना चाहिए, जिससे कि शिशु की गैस पास हो सके और वह रिलैक्स कर सके। डॉक्टर बताते हैं कि अक्सर लोग जब शिशु को टमी टाइम करवाते हैं तो शिशु के हाथों को सीने के बराबर कर देते हैं, ऐसे में शिशु के शरीर का वजन उसके हाथों पर हो जाता है, जो कि गलत पोजीशन है। असल में टमी टाइम के दौरान शिशु के हाथ कंधे से ऊपर की तरह सामने की ओर होने चाहिए। इस पोजीशन में शिशु के शरीर का वजन उसके पेट और नीचे के शरीर पर रहेगा।
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टमी टाइम कब शुरू करें?
शिशु के जन्म के कुछ दिनों बाद से ही टमी टाइम (tummy time for newborn) शुरू किया जा सकता है। शुरुआत में कुछ ही मिनट के लिए किया जाता है, और धीरे-धीरे इसे बढ़ाया जा सकता है। आमतौर पर, हर दिन कम से कम 3-5 बार टमी टाइम देना चाहिए। हालांकि, यह भी जरूरी है कि शिशु पूरी तरह से स्वस्थ हो और उसे कोई परेशानी न हो।
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टमी टाइम के दौरान ध्यान रखें ये बातें
- शिशु का मूड देखकर ही उसे टमी टाइम दें। यदि वह असहज महसूस कर रहा हो, तो टमी टाइम न दें।
- टमी टाइम के लिए मुलायम और साफ जगह चुनें, ताकि शिशु आरामदायक महसूस करे।
- शिशु का ध्यान आकर्षित करने के लिए उसके सामने कुछ रंग-बिरंगे खिलौने रखें। इससे वह खेलते हुए टमी टाइम का आनंद ले सकेगा।
- शुरुआत में केवल 1-2 मिनट तक ही टमी टाइम दें और धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं।
निष्कर्ष
शिशु के शारीरिक विकास के लिए टमी टाइम बेहद जरूरी है। टमी टाइम न केवल उसकी मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, बल्कि उसकी मानसिक और मोटर स्किल्स को भी विकसित करता है। सही पोजीशन और सावधानियों के साथ, आप शिशु को टमी टाइम दें।
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