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क्या दुबले लोग भी कर सकते हैं फास्टिंग? जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

बहुत से लोग वजन घटाने या शरीर को डिटॉक्स करने के लिए फास्टिंग का सहारा लेते हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग आजकल एक ट्रेंड बन चुकी है लेकिन क्या जिन लोगों का वजन पहले से ही कम है या जो बहुत दुबले हैं, उनके लिए भी फास्टिंग सुरक्षित है?
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क्या दुबले लोग भी कर सकते हैं फास्टिंग? जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

यह बात तो हम सबने सुनी है कि फास्टिंग वजन कम करने में मदद करती है, शरीर को डिटॉक्स करती है और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाती है लेकिन क्या होगा अगर आपका वजन पहले से ही कम है, आप दुबले-पतले हैं और फिर भी फास्टिंग करना चाहते हैं? क्या यह आपके शरीर के लिए हेल्दी हो सकता है या फिर यह आपकी सेहत को और ज्यादा कमजोर बना सकता है? आजकल सोशल मीडिया पर इंटरमिटेंट फास्टिंग से लेकर वॉटर फास्टिंग तक कई ट्रेंड वायरल हो रहे हैं और ऐसे में कई दुबले लोग भी बिना सोचे-समझे इन ट्रेंड्स को फॉलो करने लगते हैं। इस लेख में यशोदा अस्पताल, हैदराबाद के वरिष्ठ सलाहकार फिजीशियन और डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. जी. कृष्ण मोहन रेड्डी (Dr. G. Krishna Mohan Reddy, Senior Consultant Physician and Diabetologist, Yashoda Hospitals, Hyderabad) से जानिए, क्या दुबले लोगों के लिए फास्टिंग सुरक्षित है?


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क्या दुबले लोगों के लिए फास्टिंग सुरक्षित है? - Is fasting good for you if you are skinny

डॉ. जी. कृष्ण मोहन रेड्डी बताते हैं कि कम वजन या सामान्य से कम BMI वाले लोग आमतौर पर शरीर की जरूरत से कम कैलोरी लेते हैं। ऐसे में फास्टिंग करने से कैलोरी का अंतर (deficit) और बढ़ जाता है, जिससे शरीर एनर्जी के लिए मांसपेशियों को ब्रेकडाउन करना शुरू कर देता है। यही कारण है कि स्किनी लोगों में फास्टिंग मसल लॉस का कारण बन सकता है। डॉक्टर के अनुसार लंबे समय तक खाना न मिलने पर शरीर सर्वाइवल मोड में चला जाता है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है।

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  • स्किनी लोगों में पहले से ही मेटाबॉलिज्म कमजोर या अनियमित हो सकता है, ऐसे में फास्टिंग इसे और खराब कर देता है।
  • स्किनी लोग अक्सर एनर्जी रिजर्व यानी फैट स्टोर्स की कमी से जूझते हैं। फास्टिंग के दौरान ब्लड शुगर गिर सकती है, जिससे चक्कर, ठंड लगना, थकान, ध्यान केंद्रित न कर पाना, हाथ-पैर कांपना जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
  • कम वजन वाले लोगों में अक्सर इम्यूनिटी कमजोर होती है। अगर ऐसा व्यक्ति फास्टिंग शुरू कर दे, तो जरूरी पोषक तत्व न मिलने से इम्यून सिस्टम और कमजोर पड़ सकता है। इसका असर बार-बार बीमार पड़ने के रूप में सामने आता है।

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Is fasting good for you if you are skinny

अगर स्किनी व्यक्ति फास्टिंग करना चाहे तो किन बातों का ध्यान रखें?

कुछ मामलों में डॉक्टर सुपरविजन के बिना किसी भी तरह की फास्टिंग की अनुमति नहीं देते। फिर भी, यदि किसी स्वास्थ्य कारण से फास्टिंग जरूरी है, तो-

  • फास्टिंग विंडो छोटी रखें (10-12 घंटे से ज्यादा नहीं)
  • हाई कैलोरी व न्यूट्रिशन डेंस फूड खाएं
  • खाना स्किप न करें
  • अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से जरूर सलाह लें

निष्कर्ष

स्किनी लोगों के लिए फास्टिंग आम तौर पर फायदेमंद नहीं बल्कि ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकती है, क्योंकि शरीर को पहले से ही कम पोषण मिलता है। ऐसे में खाना छोड़ना या लंबे समय तक गैप बनाना कमजोरी, मसल लॉस, इम्यूनिटी डाउन और ब्लड शुगर में गिरावट जैसे जोखिम बढ़ा सकता है। यदि किसी मेडिकल कारण से फास्टिंग करनी ही पड़े, तो डॉक्टर की निगरानी में और छोटा फास्टिंग विंडो चुनकर ही करें।

All Images Credit- Freepik

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FAQ

  • फास्टिंग करते समय कमजोरी क्यों महसूस होती है?

    फास्टिंग से शरीर को कार्बोहाइड्रेट्स नहीं मिलते, जिससे ग्लूकोज लेवल गिरता है और शरीर एनर्जी बचाने के मोड में चला जाता है, इससे चक्कर या थकान हो सकती है।
  • क्या फास्टिंग से मसल लॉस होता है?

    हां, खासकर अगर व्यक्ति पहले से दुबला हो। जब शरीर को पर्याप्त कैलोरी नहीं मिलती, तो वह एनर्जी के लिए मांसपेशियों को तोड़ना शुरू कर देता है।
  • क्या रोजाना इंटरमिटेंट फास्टिंग करना सुरक्षित है?

    ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है, लेकिन अगर आप अंडरवेट हैं, एनिमिक हैं, प्रेग्नेंट हैं या ब्लड शुगर अनियमित है, तो यह नुकसान पहुंचा सकता है।

 

 

 

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  • Current Version

  • Dec 03, 2025 17:16 IST

    Published By : Akanksha Tiwari

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