
What Happens When Your Immune System Is Fighting A Virus: मौसम कोई भी हो, हमारी इम्यूनिटी का स्ट्रॉन्ग होना बहुत जरूरी है। अगर किसी वजह से इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग नहीं है, तो ऐसे में बीमार होने का रिस्क बहुत ज्यादा होता है। विशेषकर, बदलते मौसम में कमजोर इम्यूनिटी वाले आसनी से बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। आमतौर पर इम्यूनिटी कमजोर होती है, तो थकान, कमजोरी, पाचन संबंधी समस्या आदि लक्षण नजर आते हैं। बहरहाल, क्या आप जानते हैं कि जब इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग होती है और वह किसी वायरस लड़ती है, तब भी हमारा शरीर कुछ खास किस्म के लक्षणों को जाहिर करता है। इस लेख में हम उन्हीं लक्षणों के बारे में जानेंगे। इस संबंध में जानने के लिए हमने नोएडा सेक्टर 71 स्थित कैलाश हॉस्पिटल Sr Consultant Internal Medicine डॉ. प्रभात कुमार से बात की।
कैसे पहचानें कि इम्यून सिस्टम वायरस से लड़ रहा है?- How To Know Your Immune System Is Fighting A Virus

मांसपेशियों में दर्द
जब भी कोई वायरस बॉडी को अटैक करता है, तो हमारा इम्यून सिस्टम तुरंत एक्टिव हो जाता है और उससे लड़ने में जुट जाता है। इस अवस्था में मांसपेशियों में दर्द महसूस हो सकता है। असल में, इम्यून रेस्पॉन्स की वजह से बॉडी में सूजन बढ़ जाती है और हीलिंग प्र्रक्रिया के दौरान कई सेल्स डेड हो जाते हैं। इस पूरे प्रोसेस के रिजल्ट में मांसेपशियें में दर्द का एहसास होता है।
इसे भी पढ़ें: इम्यूनिटी बढ़ाने को लेकर हर कोई है परेशान, पर कैसे पता करेंगे कि आपकी इम्यूनिटी स्ट्रांग है या वीक?
थकान महसूस होना

वैसे तो थकान होना कमजोरी इम्यून का रिजल्ट भी हो सकता है, लेकिन विशेषज्ञों की मानें, तो कई बार थकान तब भी होती है, जब इम्यून सिस्टम किसी वायरस या बैक्टीरिया से लड़ रहा होता है। असल में, वायरस से लड़ने की वजह से बॉडी की काफी एनर्जी नष्ट हो जाती है। इस स्थिति में व्यक्ति में कमजोरी और थकान होना लाजिमी हो जाता है। कभी-कभी व्यक्ति मानसिक रूप से भी थकान महसूस करता है।
इसे भी पढ़ें: ये 4 स्वास्थ्य समस्याएं इम्यून सिस्टम को कर सकती हैं खराब, जरूर दें ध्यान
ठंड लगना
आपने कई बार देखा होगा कि बुखार आने पर आपको ठंड का एहसास होता है। यह भी इम्यून रेस्पॉन्स की वजह से होता है। जब इम्यून सिस्टम वायरस से लड़ता है, तो शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिससे आपको ठंड लगने लगती है। वास्तव में, ठंड लगना शरीर का एक प्राकृतिक तरीका है। इसके जरिए, शरीर किसी संक्रमण या बुखार के वायरस से लड़ने के लिए अपने कोर टेंप्रेचर को बढ़ाने की कोशिश करता है। जब आपका इम्यून सिस्टम किसी इंफेक्शन से लड़ता है या उसे पहचानता है, तो वह दिमाग को शरीर के तापमान का ‘सेट पॉइंट’ बढ़ाने का संकेत देता है। वहीं, जब शरीर नए तापमान तक पहुंचने की कोशिश करता है, तो कंपकंपी महसूस होती है। ध्यान रखें कि कंपकंपाहट से शरीर में गर्मी पैदा होती है, जो कि वायरस से लड़ने में मदद करती हैं।
इसे भी पढ़ें: इम्यून सिस्टम डिसऑर्डर क्या है? जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय
थ्रोट इंफेक्शन
जब आपका इम्यून सिस्टम वायरस और बैक्टीरिया या किसी भी तरह के इंफेक्शन से लड़ रहा होता है, तो इस कंडीशन में व्यक्ति को रेस्पिरेटरी इंफेक्शन का खतरा भी बना रहता है। इसमें नाक बहना, नाक बंद होना, कफ, सर्दी-जुकाम, खांसी और गले में खराश जैसे लक्षण शामिल हैं।
निष्कर्ष
जिस तरह हम इम्यूनिटी के कमजोर होने पर चिंता करते हैं। इसी तरह, हमें यह भी पता होना चाहिए कि आपकी इम्यूनिटी कब-कब वायरस से लड़ रही है। इससे आपको यह समझ आता है कि इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए क्या करना चाहिए। इसके अलावा, अगर इम्यूनिटी रेस्पॉन्स के दौरान आपको समस्या हो रही है और शारीरिक समस्या बढ़ रही है, तो ऐसे में बेहतर है कि आप डॉक्टर से संपर्क करें।
All Image Credit: Freepik
यह विडियो भी देखें
FAQ
इम्यून सिस्टम कमजोर होने के क्या लक्षण हैं?
इम्यूनि सिस्टम कमजोर होने के कई लक्षण होते हैं, जैसे बार-बार सर्दी, फ्लू और अन्य संक्रमण होना, घावों का धीरे-धीरे भरना, थकान महसूस करता और पाचन संबंधी समस्या होना।इम्यून सिस्टम को कैसे ठीक करें?
कमजोर इम्यून सिस्टम को ठीक करने के लिए संतुलित आहार, नियमित एक्सरसाइज, अच्छी नींद लें। तनाव को मैनेज करें और हेल्दी जीवनशैली अपनाएं। इसके अलावा, धूम्रपान और शराब पीने से बचें।इम्यून सिस्टम काम करना बंद कर दे तो क्या होगा?
जिन लोगों का इम्यून सिस्टम काम करना बंद कर देता है, उन्हें बैक्टीरिया, वायरस और फंगस से गंभीर संक्रमण होने का रिस्क हर समय बना रहता है। इसके अलावा, इस तरह की बीमरियां ठीक होने में भी लंबा समय लेती हैं।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Nov 06, 2025 16:02 IST
Published By : Meera Tagore