हमारे खानपान का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। आजकल कई लोग प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों की कमी दूर करने के लिए नॉन-वेज डाइट अपनाते हैं, जिसमें चिकन, मटन, मछली और पोर्क जैसे मांसाहारी फूड्स शामिल होते हैं। मांसाहार को प्रोटीन, विटामिन और अन्य पोषक तत्वों का अच्छा सोर्स माना जाता है, लेकिन क्या रोजाना नॉन-वेज खाना शरीर के लिए सही है? या फिर इसका अधिक सेवन हमारी सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकता है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज से बात की-
क्या रोज मीट (मांस) खाने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है? - Is Eating Meat Regularly Bad for You
जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज बताते हैं कि रोजाना रेड मीट खाना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है लेकिन आप सीमित मात्रा में कभी-कभी इसका सेवन कर सकते हैं। अगर आप रोजाना मांस का सेवन करना चाहते हैं, तो चिकन और मछली का सेवन करें। चिकन और मछली, रेड मीट की तुलना में बेहतर होता है। मछली में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड हार्ट और दिमाग के लिए लाभकारी होता है। डीप फ्राई के बजाय उबले, ग्रिल्ड या भुने हुए मीट को प्राथमिकता दें। ऐसा इसलिए, क्योंकि तला-भुना मांस ट्रांस फैट और कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकता है।
इसे भी पढ़ें: पोर्क और चिकन में कौन सा मीट ज्यादा हेल्दी है? जानें एक्सपर्ट से
- मांस के साथ-साथ हरी सब्जियां, फल, दाल और साबुत अनाज का सेवन करें, ताकि पाचन तंत्र संतुलित रहे।
- बहुत अधिक मांस न खाएं, बल्कि अपनी जरूरत के अनुसार सीमित मात्रा में इसे डाइट में शामिल करें।
- प्रोसेस्ड मीट से बचें, सॉसेज, सलामी और बेकन जैसे प्रोसेस्ड मीट से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि इनमें नमक और प्रिजर्वेटिव्स ज्यादा होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: प्रोसेस्ड मीट ज्यादा खाने से कोलन कैंसर का खतरा क्यों बढ़ता है? डॉक्टर से जानें
रोजाना नॉन-वेज खाने के संभावित नुकसान
- रेड मीट यानी मटन, बीफ, पोर्क और प्रोसेस्ड मीट में संतृप्त वसा (Saturated Fat) और ट्रांस फैट की मात्रा ज्यादा होती है, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ाकर हार्ट रोगों का खतरा बढ़ा सकते हैं।
- अगर रोजाना अधिक मात्रा में मांस का सेवन किया जाए, खासतौर पर तला-भुना या प्रोसेस्ड मांस, तो इससे वजन बढ़ सकता है। मांस में अधिक मात्रा में कैलोरी और वसा पाई जाती है, जो शरीर में एक्स्ट्रा फैट के रूप में जमा हो सकती है।
- ज्यादा मात्रा में प्रोटीन खाने से किडनी और लिवर पर अधिक दबाव पड़ सकता है। जब शरीर अधिक मात्रा में प्रोटीन पचाता है, तो वेस्ट प्रोडक्ट्स को बाहर निकालने के लिए किडनी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
- मांस को पचाने में अधिक समय लगता है, खासतौर पर रेड मीट। अगर इसे ज्यादा मात्रा में खाया जाए तो यह पेट में गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
निष्कर्ष
रोजाना मांस खाने के फायदे और नुकसान दोनों हैं। यह पूरी तरह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस प्रकार का मांस खाते हैं, उसकी मात्रा कितनी है और आपका लाइफस्टाइल कैसा है। अगर आप संतुलित मात्रा में हेल्दी विकल्पों के साथ मांस का सेवन करते हैं, तो यह शरीर को जरूरी पोषण दे सकता है। लेकिन ज्यादा मात्रा में या गलत तरीके से पकाया गया नॉन-वेज कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है।
All Images Credit- Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version