Is Air Travel Safe For Infant Know Tips In Hindi: आमतौर पर ट्रैवलिंग के लिए हवाई यात्रा सुविधाजनक माने जाते हैं। इसमें समय कम लगता है और थकान भी कम होती है। यहां तक कि भीड़ होने की गुंजाइश भी नहीं रहती है। तो क्या शिशुओं के साथ भी हवाई यात्रा किया जाना सुरक्षित होता है? वैसे तो ज्यादातर विशेषज्ञ हवाई यात्रा को सुरक्षित मानते हैं। इसमें कोई हर्ज नहीं है। इसके बावजूद, फ्लाइट से यात्रा करने के दौरान पेरेंट्स को विशेष बातों को ध्यान रखना चाहिए। इस बारे में हमने मेडिकेयर हॉस्पिटल, नवी मुंबाई के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नरजोहन मेश्राम (Head of Pediatric Intensive Care Department) से बात की।
शिशु की उम्र का रखें ख्याल
मेयो क्लिनिक के अनुसार, "शिशु के जन्म के तुरंत बाद फ्लाईट से जर्नी नहीं की जानी चाहिए। बच्चों की इम्यूनिटी बहुत कमजोर होती है, फ्लाईट में जर्नी के दौरान उन्हें इंफेक्शन हो सकता है और कई तरह की बीमारियां भी हो सकती हैं।" विशेषज्ञ कहते हैं कि एक साल से छोटे बच्चे को लेकर ट्रैवल करना सही नहीं है। उन्हें कोविड जैसी घातक बीमारी का रिस्क काफी ज्यादा होता है। अगर आपको मजबूरन बच्चे के साथ ट्रैवल करना ही पड़े, तो साथ में किसी अनुभवी व्यक्ति को ले जाएं ताकि ट्रैवल के दौरान वे बच्चे की पूरी केयर कर सकें। इसके अलावा, बच्चे को वैक्सीनेशन जरूर करवा लें और बच्चे को मास्क जरूर पहनाएं। सफर के दौरान भी यहां-वहां हाथ लगाने से बचें।
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शिशु के कान पर पड़ सकता है असर
एयर ट्रैवल के दौरान जब फ्लाईट टेक ऑफ करती है, तो अक्सर लोगों को कान में दर्द होने लगता है। ऐसा छोटे बच्चे के साथ भी हो सकता है। यह स्थिति बच्चे के लिए काफी कष्टकारी होती है। इसलिए, टेक ऑफ के दौरान मां को चाहिए कि वह बच्चे का ध्यान भटकाने की कोशिश करें। इस दौरान, आप चाहें तो ब्रेस्टफीड करवा सकती हैं या फिर बोतल में दूध पिला सकती हैं। अगर आपके बच्चे की दो सप्ताह के अंदर कान की सर्जरी हुई हो, तो हवाई यात्रा करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
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शिशु की सांस की गति का ध्यान रखें
वैसे तो स्वस्थ शिशु हवाई यात्रा कर सकते हैं। उन्हें हवाई सफर के दौरान कोई विशेष समस्या भी नहीं होगी। हां, हवा में एयर प्रेशर का स्तर जमीन से अलग होता है, इसलिए बच्चे को सांस लेने में थोड़ी-बहुत दिक्कत आ सकती है। लेकिन, अगर आपका बच्चा प्रीमेच्योर डिलीवरी से जन्मा है, उसे हार्ट की कोई समस्या है या अपर और लोअर रेस्पीरेटरी के कुछ लक्षण दिख रहे हैं, तो बेहतर है कि आप उसे फ्लाई से कहीं ले जाने से पहले उसके हेल्थ एक्सपर्ट से जरूर बात कर लें।
शिशु के कंफर्ट का रखें ध्यान
यूं तो शिशु फ्लाईट में ट्रैवल के दैरान अपनी मां या पिता की गोद में रहता है। लेकिन, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चे को फ्लाईट में प्रॉपर सीट देनी चाहिए ताकि वे आराम से कंफर्टेबल होकर बैठ सके या उसे लेटाया जा सके। इस तरह, उसके ट्रैवल करना आसान हो जाएगा और यात्रा के दौरान उसे कोई परेशानी भी नहीं होगी।
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