Water In Pregnancy : गर्भावस्था में महिलाओं को जमकर पीना चाहिए पानी ताकि बच्चा पैदा हो स्वस्थ, जानें कितना पानी पीना जरूरी

Water In Pregnancy: गर्भावस्था में शरीर में तरलता बनाये रखने के लिए पानी पीना निश्चित रूप से ज़रूरी है, जिससे शरीर के अंगों में सूजन, चक्कर आना, कमजोरी महसूस करना जैसी स्थितियों में राहत मिलती है। 
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Water In Pregnancy : गर्भावस्था में महिलाओं को जमकर पीना चाहिए पानी ताकि बच्चा पैदा हो स्वस्थ, जानें कितना पानी पीना जरूरी


हमारी बॉडी का अधिकतर भार पानी से बना होता है। हमारे शरीर का 60 फीसदी हिस्सा पानी से बना है। यह हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है, शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और मस्तिष्क गतिविधियों में मदद करता है। इसी तरह जब गर्भावस्था के दौरान भी पानी की मात्रा का ख्याल रखने की बहुत जरूरत होती है क्योंकि यह आपके पेट में पल रहे बच्चे को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है। इतना ही नहीं यह शरीर में गर्भोदक के स्तर को बनाए रखता है और दस्त जैसे गर्भावस्था से संबंधित अन्य लक्षणों को रोकता है। इस लिए आपको बहुत सारा पानी पीने की जरूरत है लेकिन कितना पानी पिया जाए इस बात का पता लगाना बहुत जरूरी है।

क्या कहते हैं डॉक्टर

नोएडा के जेपी अस्पताल की सीनियर कंसल्टेंट, डिपार्टमेंट ऑफ़ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनाकोलॉजी की डॉक्टर तनवीर औजला का कहना है कि गर्भावस्था में शरीर में तरलता बनाये रखने के लिए पानी पीना निश्चित रूप से ज़रूरी है, जिससे शरीर के अंगों में सूजन, चक्कर आना, कमजोरी महसूस करना जैसी स्थितियों में राहत मिलती है। ऐसे में दिन में तकरीबन 8 से 10 गिलास पानी की मात्रा का गर्भवती महिलाओं को सेवन करना चाहिए जिसमें पानी के सभी स्रोत शामिल हैं। हालांकि यह मात्रा हरेक महिला की अलग अलग शारीरिक स्थितियों पर निर्भर कर सकती है। साथ ही एक साथ बहुत अधिक मात्रा में पानी पी लेने के बजाय दिन में गैप ले ले कर कम कम मात्रा में सेवन करें।

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कितनी मात्रा जरूरी

सामान्य तौर पर, हर व्यक्ति को फिट रहने के लिए रोजाना 2 लीटर या 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। इसमें आप जूस और भोजन के पानी भी शामिल कर सकते हैं। दरअसल फल, सब्जियां और सूप भी पानी से बने होते हैं। लगभग 27 सप्ताह तक आपको पानी की समान मात्रा लेनी चाहिए। फिर जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता जाएगा आपको अपने पानी की मात्रा लगभग 500 मिलीलीटर तक बढ़ा देनी चाहिए। लेकिन यह सभी के लिए समान नहीं है। अगर आपका वजन ज्यादा है या आप जरूरत से ज्यादा खा रहे हैं तो आपको पानी का अधिक सेवन करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान डिहाईड्रेशन न केवल आपको प्रभावित करेगा बल्कि आपके बच्चे के लिए भी हानिकारक होगा। पर्याप्त पानी नहीं पीने से आप थका हुआ और कब्ज महसूस कर सकती हैं।

पानी की मात्रा से बच्चे पर पड़ने वाले प्रभाव

डॉ. तनवीर औजला का कहना है कि विटामिन्स, मिनरल्स आदि जैसे पोषक तत्वों को गर्भ में पल रहे शिशु तक पहुंचाने में पानी की बहुत बड़ी भूमिका होती है। दरअसल पानी इन पोषक तत्वों को खाए गए भोजन में से अवशोषित करने में मदद करता है और शिशु तक पहुँचाने में भी। इसलिए हर गर्भवती स्त्री को पानी की उचित मात्रा का सेवन करना चाहिए।

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गर्भावती महिलाओं को अपनाने चाहिए ये टिप्स

गर्भवती महिलाओं के साथ अक्सर मूड स्विंग्स, तरह तरह की क्रेविंग जैसी स्थितियां रहतीं हैं। ऐसे में कई बार भूख न लगना या बहुत ज्यादा किसी चीज़ को खाने पीने का मन कर जाना जैसी स्थिति बन सकती है। ऐसे में अपने दिन के डाइट चार्ट के हिसाब से गर्भवती महिलाओं को पूरे दिन में पानी की मात्रा का सेवन करना चाहिए चाहे कितना भी कुछ खाने पीने की इच्छा हो या न हो।

ज्यादा पानी पीने से भी गर्भवती महिलाओं को होनी वाली दिक्कत

सामान्य व्यक्ति के अलावा गर्भावस्था में भी शरीर में तरलता बनाये रखने के लिए पानी पीना निश्चित रूप से ज़रूरी है। लेकिन ज़रूरत से ज्यादा मात्रा में पानी पीने से चक्कर आना, उलटी होना जैसी समस्या हो सकती है।

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