
HPV Vaccination: सर्वाइकल कैंसर दुनियाभर में महिलाओं में चौथा सबसे आम कैंसर है और WHO की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में करीब 6 लाख 60 हजार से ज्यादा नए मामले आए थे। सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए HPV वैक्सीन को लेकर जागरूकता बढ़ाई जा रही है और शायद यही वजह है कि अक्सर लोग समझते हैं कि HPV वैक्सीन सिर्फ सर्वाइकल कैंसर के लिए ही है। इसके साथ लोग यह भी मानते हैं कि HPV वैक्सीन सिर्फ महिलाओं के लिए ही है लेकिन सच्चाई यह है कि HPV वैक्सीन के फायदे इससे ज्यादा होते हैं। वैक्सीन के फायदों की जानकारी के लिए हमने गुरुग्राम के क्लाउडनाइन हॉस्पिटल के ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी विभाग की डायरेक्टर डॉ. चेतना जैन (Dr. Chetna Jain Director Dept of Obstetrics & Gynecology, Cloudnine Group of Hospitals, Sector 14, Gurgaon) से बात की।
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HPV वैक्सीन कैसे काम करता है?
डॉ. चेतना कहती हैं, “HPV यानी ह्यूमन पैपिलोमा वायरस एक बहुत आम वायरस है, जो यौन संपर्क के जरिए फैलता है। अगर यह वायरस शरीर में लंबे समय तक बना रहता है और कैंसर या अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन जाता है। ऐसे में HPV वैक्सीन एक तरह का प्रिवेंटिव शील्ड बनकर काम करती है। यह वैक्सीन शरीर को पहले से ही वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी बनाने के लिए तैयार कर देती है। अगर भविष्य में वायरस शरीर पर अटैक करता है, तो इम्यून सिस्टम उसे पहचानकर नुकसान पहुंचाने से पहले ही रोक लेता है।”

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HPV वैक्सीन के 7 फायदे
डॉ. चेतना कहती हैं, “यह समझना बहुत जरूरी है कि HPV वैक्सीन बीमारी से पहले इम्युनिटी देता है, लेकिन इंफेक्शन या कैंसर होने के बाद HPV वैक्सीन काम नहीं करती। यह वैक्सीन सिर्फ सर्वाइकल कैंसर में ही काम नहीं करता, बल्कि कई और बीमारियों से भी सेफ करता है।”
सर्वाइकल कैंसर के अलावा भी अन्य कैंसर से बचाव
HPV वैक्सीन का सबसे बड़ा फायदा सर्वाइकल कैंसर से बचाव करना है, लेकिन यह वैक्सीन कई अन्य कैंसरों के रिस्क को भी कम करती है। इसमें एनल (anal) कैंसर, गले और मुंह का कैंसर, योनि और वल्वा कैंसर और पेनाइल कैंसर से बचाव होता है। इन सभी कैंसरों का सीधा संबंध HPV इंफेक्शन से है। HPV वैक्सीन लगवाकर कैंसर के रिस्क को काफी हद तक टाला जा सकता है।
जननांग के मस्सों से बचाव
HPV के कुछ इंफेक्शन जननांग मस्सों (Genital warts) का कारण बनते हैं। ये मस्से जानलेवा तो नहीं होते, लेकिन फिजिकल परेशानी, दर्द और इमोशनल स्ट्रेस का बड़ा कारण बन सकते हैं। HPV वैक्सीन इन वायरस टाइप्स से भी सेफ रखता है, जिससे जननांग के मस्सों का रिस्क काफी कम हो जाता है।
HPV वैक्सीन पुरुषों के लिए भी महत्वपूर्ण
HPV को सिर्फ महिलाओं की समस्या मानना एक बड़ी गलतफहमी है। पुरुषों में भी यह वायरस पेनाइल कैंसर, गुदा कैंसर, गले के कैंसर और जननांग मस्सों का कारण बन सकता है। इसके अलावा, इंफेक्शन वाले पुरुष अपने पार्टनर को भी इंफेक्शन दे सकते हैं। इसलिए HPV वैक्सीन महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों के लिए भी उतनी ही अहम है।
HPV वैक्सीन सेक्चुल पार्टनर के लिए सेफ
HPV वैक्सीन लगवाने से सिर्फ इंसान न सिर्फ खुद को सेफ करता है, बल्कि उसका पार्टनर भी सेफ रहता है। जब ज्यादा लोग वैक्सीन लगवाते हैं, तो वायरस फैलना अपने आप कम होने लगता है। इसे कम्युनिटी प्रोटेक्शन कहा जाता है, जो पब्लिक हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है।
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रिप्रोडेक्शन संबंधी दिक्कतों से बचाव
HPV से जुड़े कैंसर या प्री-कैंसरस बदलावों के इलाज में कई बार ऐसी प्रक्रियाएं करनी पड़ती हैं, जो भविष्य में प्रेग्नेंसी या रिप्रोडेक्शन से जुड़े हेल्थ इश्यू को प्रभावित कर सकती हैं। HPV वैक्सीन इन कंडीशन्स से बचाता है और फर्टिलिटी और रिप्रोडक्टिव हेल्थ को सेफ रखता है।
मेंटल स्ट्रेस में कमी
HPV इंफेक्शन का पता चलने के बाद बार-बार जांच, रिपोर्ट चेक करना और कैंसर का डर मेंटल स्ट्रेस बढ़ा देता है। कई लोगों को एंग्जाइटी तक होने लगती है। इसलिए HPV वैक्सीन लगवाने से इंफेक्शन का डर कम हो जाता है, जिससे मेंटल सुकून मिलता है।
लंबे समय तक सेफ्टी
HPV वैक्सीन कई सालों तक असरदार रहता है। अध्ययनों के मुताबिक वैक्सीन लगवाने के बाद लंबे समय तक बूस्टर डोज की जरूरत नहीं पड़ती। इससे बार-बार इंफेक्शन और इससे जुड़े रिस्क कम हो जाता है। अगर ज्यादा से ज्यादा लोग HPV वैक्सीन लगवाते हैं, तो इससे कम्युनिटी पर बीमारियों का बोझ कम होता है और हेल्थकेयर पर कम प्रेशर पड़ता है।
HPV वैक्सीन कब और किसे लगवानी चाहिए?
डॉ. चेतना कहती हैं, “HPV वैक्सीन टीनएज में या सेक्चुअल एक्टिव होने से पहले लगवाना सबसे ज्यादा असरदार होता है। हालांकि, जो लोग बाद में भी वैक्सीन लगवाते हैं, उन्हें भी फायदा मिल सकता है। सही समय और डोज के लिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।”
निष्कर्ष
HPV वैक्सीन सिर्फ सर्वाइकल कैंसर के रिस्क को ही कम नहीं करता, बल्कि इससे कई तरह के अन्य कैंसर के रिस्क भी कम होते हैं। HPV वैक्सीन सिर्फ महिलाओं को ही नहीं, बल्कि पुरुषों को भी लगवाना चाहिए, ताकि पार्टनर को पूरी सेफ्टी मिल सके। इसके साथ, सही जानकारी और समय पर वैक्सीनेशन से HPV से जुड़ी कई बीमारियों से खुद को और पूरे परिवार को बचाया जा सकता है।
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FAQ
HPV वायरस से कौन सी बीमारी होती है?
एचपीवी (Human Papillomavirus) से जननांग मस्से (genital warts) और कई तरह के कैंसर (cancers) होते हैं, जिनमें सर्वाइकल, गुदा, योनि, वल्वा और लिंग के कैंसर शामिल हैं। ज्यादातर मामलों में HPV इंफेक्शन अपने आप ठीक हो जाते हैं।महिलाओं में HPV के क्या लक्षण हैं?
HPV इंफेक्शन से महिलाओं में जननांग मस्से वल्वा, योनि, गर्भाशय ग्रीवा या ग्रोइन एरिया की स्किन पर हो सकते हैं। इसलिए महिलाओं को रेगुलर चेकअप कराते रहना चाहिए।सर्वाइकल कैंसर की पहचान क्या है?
सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों में पीरियड्स के बीच ब्लड फ्लो बढ़ना, सेक्स के बाद ब्लीडिंग, योनि से दुर्गंधयुक्त स्राव, पेट के निचले हिस्से में दर्द, पीठ या पैरों में दर्द, और अचानक वजन कम होना शामिल हैं। हालांकि शुरुआती स्टेज में ज्यादा लक्षण नजर नहीं आते, लेकिन पैप स्मीयर टेस्ट से पता चल सकता है।
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Dec 26, 2025 08:05 IST
Published By : Aneesh Rawat
