When Cervical Cancer Vaccine Effective: देश में लगातार सर्वाइकल कैंसर के मामले बढ़ते जा रहे हैं। देश में महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के बाद सर्वाइकल कैंसर दूसरे नंबर पर है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के नेशनल कैंसर रिजिस्ट्री प्रोग्राम (ICMR-NCRP) रिपोर्ट के अनुसार, साल 2016 में नए केस करीब एक लाख थे, जो बढ़कर साल 2023 में 3 लाख से ज्यादा हो चुके हैं। एनसीआरपी रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023 में उत्तर प्रदेश में 45 हजार से ज्यादा मामले थे, जबकि बिहार में 23 हजार से ज्यादा केस रजिस्टर हुए थे। इससे पता चलता है कि साल दर साल सर्वाइकल कैंसर के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सर्वाइकल उन्मूलन दिवस (Cervical Cancer Elimination Day of Action) के मौके पर हमने पुणे के जुपिटर अस्पताल के स्त्रीरोग विशेषज्ञ विभाग की कंसल्टेंट डॉ. पल्लवी पन्से से बात की और उनसे बढ़ते मामलों के साथ-साथ वैक्सीनेशन की सही उम्र पर भी चर्चा की।
भारत में सर्वाइकल कैंसर के बढ़ते मामलों की वजह?
अगर आप एनसीआरपी रिपोर्ट का विश्लेषण करेंगे, तो पता चलेगा कि साल 2016 से लेकर 2020 तक सर्वाइकल कैंसर के मामलों में इतनी बढ़ोतरी नहीं हुई थी, लेकिन 2021 से लेकर 2023 तक करीब तीन गुना मामले बढ़ गए हैं। इसकी वजह के बारे में बताते हुए डॉ. पल्लवी कहती हैं कि सर्वाइकल कैंसर को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है। इस वजह से महिलाएं स्क्रीनिंग करा रही हैं। जांच बढ़ने के कारण कैंसर के मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। हालांकि, रिपोर्ट्स में केस ज्यादा दिखाई देते हैं, लेकिन इसका दूसरा पहलू यह भी है कि समय पर कैंसर का पता चलने से इसकी जटिलताएं कम हो रही है और महिलाओं का जीवनदर बढ़ा है।
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सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन किस उम्र में लगवाना बेहतर है?
सर्वाइकल कैंसर का वैक्सीनेशन लड़कियों को 9 साल की उम्र से किया जा सकता है। 9 से 12 साल की उम्र तक, सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन (HPV) के दो डोज लेने की सलाह दी जाती है। 12 साल की उम्र से लेकर 45 साल की उम्र तक, वैक्सीन के 3 डोज लेने को कहा जाता है। डॉ. पल्लवी पन्से ने कहा कि अक्सर महिलाएं कहती हैं कि उनके परिवार में किसी को कैंसर नहीं है, तो वैक्सीन लगवाने का क्या फायदा है। इस बारे में मैं उन्हें हमेशा कहती हूं कि परिवार में अगर किसी को कैंसर नहीं है, तो भी बीमारी होने का रिस्क हो सकता है। हालांकि, यदि किसी को सर्वाइकल कैंसर है, तो बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए रोकथाम के लिए वैक्सीन जरूर लगवाएं।
सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन प्रेग्नेंसी के बाद लगवाना कितना असरदायक है?
डॉ. पल्लवी ने बताया कि वैसे तो सर्वाइकल कैंसर का वैक्सीन शारीरिक संबंध बनाने से पहले लगवाना ज्यादा असरदार होता है। इसलिए प्रेग्नेंसी से पहले वैक्सीन लगाने की सलाह दी जाती है। मैं महिलाओं को सलाह देती हूं कि वे अपनी बेटियों को वैक्सीन जरूर लगवाएं, क्योंकि जो नई वैक्सीन मार्केट में आई है, वह न सिर्फ सर्वाइकल कैंसर से रोकथाम करती है, बल्कि वजाइनल, वल्वा और एनस के रोगों से भी बचाती है। अगर आपके बच्चे हो भी गए हैं, लेकिन आपकी उम्र 45 साल से कम है, तो भी आप वैक्सीन लगवा सकती हैं।
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सर्वाइकल कैंसर से बचाव के तरीके
- बचाव के लिए लड़कियों की शादी कम उम्र में न करें।
- एक से ज्यादा पार्टनर से शारीरिक संबंध न बनाएं।
- धूम्रपान न करें।
- पैप स्मीयर टेस्ट समय-समय पर कराते रहें।
- किसी भी तरह के लक्षण होने पर डॉक्टर से जांच कराएं।
सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखें और अपने शरीर में हो रहे बदलावों के प्रति सचेत रहें, ताकि कैंसर जैसी बीमारियों का सही समय पर इलाज करवाकर बेहतर जीवन बिता सकें।
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