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क्या ब्रेस्ट कैंसर के कारण फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं? समझें एक्सपर्ट से

Can Breast Cancer Cause Lung Problems In Hindi: ब्रेस्ट कैंसर से ग्रस्त महिलाओं को फेफड़ों से जुड़ी दिक्कत भी होती है। ऐसा क्यों होता है? इसके लक्षण क्या हैं और बचाव कैसे संभव है जानिए?
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क्या ब्रेस्ट कैंसर के कारण फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं? समझें एक्सपर्ट से


Can Breast Cancer cause lung problems: ब्रेस्ट कैंसर यानी स्तन कैंसर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, इस समस्या से कई महिलाएं हर साल एक जंग लड़ रही हैं। दरअसल, इस समस्या के होने पर कई और दूसरी स्वास्थ्य समस्याएं भी महिलाओं को झेलनी पड़ती है। देखा गया है कि जिन महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर हो जाता है, उन्हें फेफड़ों से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं भी होने लगती हैं। इस लेख में रोहतक स्थित Positron Superspeciality and Cancer Hospital में वरिष्ठ ओंकोलॉजिस्ट डॉ. मनीष शर्मा बता रहे हैं क्या है इस समस्या के कारण लक्षण और उपचार। 

कैसे होती है ब्रेस्ट कैंसर से फेफड़ों में दिक्कत

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जब किसी महिला को ब्रेस्ट कैंसर हो जाता है तो उसका शरीर बहुत ही कमजोर हो जाता है। साथ ही कैंसर की कोशिकाएं स्तन से फैलकर फेफड़ों तक चली जाती हैं। इस समस्या को मेटास्टेटिक ब्रेस्ट कैंसर कहते हैं, यह स्टेज 4 का ब्रेस्ट कैंसर होता है। इस कंडीशन में कैंसर कई अंगों में फैलता है, जिसमें फेफड़े भी शामिल हैं। जब फेफड़ों में यह फैल जाता है तो रोगी को सांस लेने में बहुत समस्या होती है। उसका जीवन काफी मुश्किल हो जाता है।

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क्या है समस्या का कारण

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सबसे पहले तो ब्रेस्ट कैंसर का इलाज समय पर ना करना है। इससे कैंसर शरीर के अन्य अंगों तक चला जाता है और रोगी की स्थिति काफी गंभीर हो जाती है। इसके अलावा कुछ कैंसर ऐसे होते हैं जो बहुत तेजी से फैलते हैं। वहीं कैंसर कोशिकाएं रक्तप्रवाह के जरिए भी फेफड़ों तक जाती हैं। ब्रेस्ट कैंसर होने से पहले ही किसी रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो चुकी होती है, जिससे वह इस बीमारी से लड़ नहीं पाती है और कैँसर बाकी अंगों को प्रभावित करने लगता है।  

 ब्रेस्ट कैंसर से फेफड़ों में दिक्कत के लक्षण 

सबसे पहले तो रोगी को सूखी या फिर बलगम वाली खांसी होती है। वह खांस-खांस कर परेशान हो जाती है। इसी के साथ सांस लेते हुए दर्द या खांसते हुए दर्द महसूस होता है और सांस फूलती भी है। कई बार तो खांसते हुए खून भी आ जाता है। इन सब लक्षणों के अलावा थकान भी महसूस होती है। रोगी खुद को बहुत कमजोर महसूस करता है उसका वजन भी तेजी से कम हो जाता है।

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उपचार के बारे में जानिए

इस बीमारी का इलाज डॉक्टर की देखरेख में होता है। सबसे पहले तो ब्रेस्ट कैंसर को ठीक करने या रोकने पर जोर दिया जाता है। इसके लिए कीमोथैरेपी के जरिए कैंसर की कोशिकाओं को खत्म किया जाता है। कीमोथैरेपी के अलावा हार्मोन थैरेपी, रेडियोथैरेपी, इम्यूनोथैरेपी जैसे इलाज भी किए जाते हैँ। इन सभी का काम कैंसर को रोकना होता है और रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना होता है। इसके अलावा कई बार सर्जरी भी की जाती है जिससे फेफड़ों में मौजूद कैंसर कोशिकाओं को हटाया जा सके।  

आहार का ध्यान रखना भी जरूरी है 

बीमारी छोटी हो या बड़ी आहार का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इससे बीमारी ठीक होने में काफी मदद मिलती है। ब्रेस्ट कैंसर होने पर भी अच्छा और पौष्टिक आहार रोगी को लेना चाहिए। शरीर को पूरा आराम देना चाहिए, नींद पूरी लेनी चाहिए। तनाव से बिल्कुल बचना चाहिए। इन सभी बातों के अलावा डॉक्टर की सलाह मनानी चाहिए। 

रखें इन बातों का ध्यान 

  • कभी भी कोई स्वास्थ्य समस्या हो तो लापरवाही ना बरतें डॉक्टर से संपर्क करें। नियमित अपनी जांच कराएं। अगर कैंसर जैसी बीमारी हो गई है तो जांच और इलाज में देरी ना करें। जल्द से जल्द इलाज कराएं वरना यह समस्या विकट हो सकती है। 
  • अपनी जीवनशैली को अच्छा रखें। सिगरेट और शराब जैसी चीजों का सेवन ना करें। 
  • तनाव से दूर रहें। मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें। मेडिटेशन और योगा करें।

All Image Credit: Freepik

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