सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय

सर्वाइकल कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए आप कुछ उपायों को अपना सकते हैं। आगे जानते हैं इनके बारे में विस्तार से   
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सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय

महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के कई कारण हो सकते हैं। महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के बाद सर्वाइकल कैंसर का जोखिम सबसे अधिक होता है। यह कैंसर किसी भी उम्र की महिला को हो सकता है। यह गर्भाशय ग्रीवा के बाहरी हिस्से पर होता है। सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस के संक्रमण के कारण होता है। यह कैंसर धीरे-धीरे विकसित होता है। कैंसर की पहचान यदि शुरुआती दौर में कर ली जाए तो इसका इलाज किया जा सकता है। वहीं, कैंसर के अंतिम दौर में पहचान होने से इलाज करना मुश्किल हो सकता है। लेकिन, महिलाएं यदि पहले से ही सावधानी बरतें तो सर्वाइकल कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है। आगे सर्वाइकल कैंसर से बचाव के कुछ उपाय बताए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप इससे बचाव कर सकती हैं। 

सर्वाइकल कैंसर के बचाव के उपाय - Tips To Prevent Cervical Cancer In Hindi

पैप स्मीयर टेस्ट

सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए महिलाओं को नियमित रूप से पैप स्मीयर टेस्ट कराना चाहिए। इस टेस्ट में गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में होने वाले असामान्य बदलावों का पता लगाया जा सकता है। 21 साल के बाद हर महिला को डॉक्टर की सलाह पर यह टेस्ट हर छह महीने या साल के अंतराल में कराना चाहिए। 

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एचपीवी वैक्सीन 

ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) शारीरिक संबंध बनाने से फैलने वाला एक आम वायरस है। यह सर्वाइकल कैंसर का एक मुख्य कारण माना ज सकता है। इससे बचाव के लिए महिलाओं को एचपीवी वैक्सीन लेनी चाहिए। शारीरिक संबंध बनाने से पहले युवाओं को इसे लगाना चाहिए। 

सुरक्षित यौन संबंध के बारे में जानें

यौन संचारित संक्रमण और एचपीवी इंफेक्शन से बचाव के लिए आप सुरक्षित शारीरिक संबंध बनाएं। इससे सर्वाइकल कैंसर का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है। साथ ही, अन्य रोग होने की संभावना कम हो जाती है। 

धूम्रपान से दूरी बनाएं

धूम्रपान सर्वाइकल कैंसर का एक महत्वपूर्ण जोखिम कारक माना जा सकता है। तंबाकू के धुएं में मौजूद केमिकल सर्वाइकल (गर्भाशय ग्रीवा) की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और एचपीवी संक्रमण की संभावना बढ़ा सकते हैं। धूम्रपान छोड़ने से न केवल सर्वाइकल कैंसर का खतरा कम होता है, बल्कि कई अन्य फायदे भी मिलते हैं।

एक्सरसाइज करें

नियमित शारीरिक गतिविधियां सर्वाइकल कैंसर सहित विभिन्न कैंसर के जोखिम को कम कर सकती है। एक्सरसाइज से वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। साथ ही, इम्यून सिस्टम में सुधार होता है। एक्सराइज करने से शरीर में सूजन को कम किया जा सकता है, ये सभी कैंसर की रोकथाम में योगदान कर सकते हैं। इसके लिए आप रोजाना कम से कम 30 मिनट तक हल्की और मध्यम स्ट्रैंथ वाली एक्सरसाइज करें।

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सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए महिलाओं को नियमित रूप से स्री रोग विशेषज्ञ से जांच करानी चाहिए। गर्भाशय या प्रजनन से जुड़े अंगों में किसी भी तरह के बदलावों को नजरअंदाज न करें। डॉक्टरों के मुताबिक कैंसर की पहचान जल्दी कर ली जाए तो उसका इलाज करने में मुश्किल नहीं होती है। 

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