Cervical Cancer Vaccination: दुनियाभर में ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) से बचाव के लिए सर्वाइकल कैंसर का वैक्सीनेशन लगाया जा रहा है। HPV वायरस के कारण महिलाओं के यूटरस और प्राइवेट पार्ट्स में कैंसर होने का रिस्क रहता है, इसलिए पीरियड्स होने के बाद लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर का वैक्सीनेशन लगाने की सलाह दी जाती है, ताकि भविष्य में कैंसर की इंफेक्शन की शुरुआत को रोका जा सके। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अगर किसी महिला में पहले से ही प्रीकैंसर लेशन (Precancerous Lesions) है, या फिर कैंसर जैसी स्थिति बन चुकी है या फिर महिला का कैंसर का इलाज पूरा हो चुका है, तो क्या उस स्थिति में HPV वैक्सीन लगवाने का कोई फायदा है? इस बारे में हमने गजियाबाद के मणिपाल हॉस्पिटल के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के कंसल्टेंट डॉ. कुंदन (Dr Kundan, Consultant- Surgical Oncology, Manipal Hospital, Ghaziabad) से बात की। सबसे पहले जानते हैं कि HPV वैक्सीन क्या है और इसके फायदे क्या है?
HPV वैक्सीन के फायदे
डॉ. कुंदन बताते हैं, “एचपीवी वैक्सीन को सर्वाइकल कैंसर से बचाव के तौर पर देखा जा सकता है। यह HPV वायरस के स्ट्रेंस जो कैंसर बनाते हैं, उनसे बचाना है। इसलिए आमतौर पर डॉक्टर पीरियड्स शुरू होने के बाद और सेक्चुअल इंटरकोर्स से पहले वैक्सीन लगवाने की सलाह देते हैं। इसे 9 से 14 साल की उम्र में लगवाने की सलाह दी जाती है।
क्या HPV वैक्सीन पहले से मौजूद प्रीकैंसर या कैंसर को ठीक कर सकता है?
इस सवाल के जवाब में डॉ. कुंदन ने कहा, “ HPV वैक्सीन पहले से मौजूद प्रीकैंसरस बदलावों (जैसे CIN) या कैंसर को ठीक नहीं कर सकती। अगर किसी महिला में पहले से ही यह स्थितियां मौजूद है, तो इसका इलाज सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी से ही किया जा सकता है। वैक्सीन को इलाज का विकल्प न माना जाए। इसलिए HPV वैक्सीन सिर्फ बचाव का ही ऑप्शन माना जाना चाहिए।”
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क्या कैंसर के बाद वैक्सीन लगवाना फायदेमंद है?
डॉ. कुंदन बताते हैं कि भले ही वैक्सीन मौजूदा बीमारी को ठीक नहीं कर सकती, लेकिन कई रिसर्च से सामने आया कि सर्वाइकल कैंसर के वैक्सीन से भविष्य में इसके रिस्क को कम किया जा सकता है।
- नए इंफेक्शन से बचाव - हालांकि कैंसर के इलाज के बाद भी HPV से दोबारा इंफेक्शन होने का रिस्क बना रहता है, लेकिन वैक्सीनेशन से इसे काफी हद तक रोका जा सकता है।
- दोबारा होने के रिस्क को कम करना - सर्वाइकल में प्रीकैंसर स्थितियों का इलाज करने के बाद अगर वैक्सीनेशन किया जाए, तो दोबारा जख्म बनने की संभावना कम हो जाती है।
- लंबे समय तक बचाव - वैक्सीन की मदद से ने भविष्य में होने वाले नए HPV स्ट्रेन्स से बचाव मिलता है।
क्या HPV वैक्सीनेशन इलाज हो सकता है?
डॉ. कुंदन ने जोर देते हुए कहा कि HPV वैक्सीन इलाज का विकल्प नहीं है, बल्कि रोकथाम की जा सकती है। अगर किसी को कैंसर है या फिर प्रीकैंसर की स्थिति है, तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लेकर इलाज शुरू कराना चाहिए। वैक्सीनेशन इसका कोई समाधान नहीं है। वैक्सीनेशन से बाकी के जीवन में संक्रमण होने की संभावना कम हो सकती है।
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HPV वैक्सीन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
डॉ. कुंदन कहते हैं कि आमतौर पर महिलाओं में वैक्सीनेशन 9 से 26 साल की उम्र के बीच लगवाना सबसे बेहतर है। इसके डोज शैड्यूल 2 या 3 होते हैं, जिसे पूरा करना जरूरी है। हालांकि इसके कोई खास साइड इफैक्ट्स नहीं दिखते, लेकिन कुछ महिलाओं को हल्का बुखार, इंजेक्शन साइट पर दर्द या लाल हो सकता है।
निष्कर्ष
डॉ. कुंदन कहते हैं कि हर मरीज की स्थिति अलग होती है और कैंसर की स्टेज, उम्र और शरीर की इम्युनिटी के आधार पर वैक्सीनेशन निर्भर करता है। वैसे आमतौर पर HPV वैक्सीनेशन से भविष्य के संक्रमण के रिस्क को कम करने में मदद मिल सकती है, लेकिन कैंसर के इलाज के बाद HPV वैक्सीनेशन लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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Sep 30, 2025 16:29 IST
Modified By : Aneesh RawatSep 30, 2025 16:29 IST
Published By : Aneesh Rawat