Piles Treatment: ये 5 काम कर लेंगे तो कभी नहीं होगी बवासीर की समस्‍या, आसान शब्‍दों में समझें इन्‍हें

बवासीर की समस्‍या न हो या इससे बढ़ने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने मल को नरम रखें, जिससे वह आसानी से रिलीज हो सके।
  • SHARE
  • FOLLOW
Piles Treatment: ये 5 काम कर लेंगे तो कभी नहीं होगी बवासीर की समस्‍या, आसान शब्‍दों में समझें इन्‍हें


बवासीर, जिसे पाइल्स भी कहा जाता है। बवासीर मलाशय (आंतरिक बवासीर) के अंदर या गुदा के आसपास की त्वचा (बाहरी बवासीर) के अंदर विकसित हो सकता है। एक रिसर्च के मुताबिक, चार वयस्कों में से लगभग तीन को समय-समय पर बवासीर होती है। बवासीर के कई कारण होते हैं, लेकिन अक्सर इसका कारण अज्ञात होता है। अच्‍छी बात यह है कि बवासीर के इलाज के लिए प्रभावी विकल्प उपलब्ध हैं। कई लोग तो जीवनशैली में बदलाव कर इस समस्‍या से बच जाते हैं। बवासीर की समस्‍या न हो या इससे बढ़ने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने मल को नरम रखें, जिससे वह आसानी से रिलीज हो सके। बवासीर से बचाव के लिए उसके लक्षणों को कम करने के लिए निम्‍नलिखित सुझावों का पालन करें। 

 

उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ का करें सेवन 

अधिक फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाएं। ऐसा करने से मल नरम हो जाता है और इसकी मात्रा बढ़ जाती है, जिससे आपको तनाव से बचने में मदद मिलेगी जो बवासीर का कारण बन सकता है। गैस की समस्याओं से बचने के लिए अपने आहार में फाइबर को धीरे-धीरे शामिल करें।

तरल पदार्थ का खूब सेवन करें

मल को नरम रखने में मदद करने के लिए प्रत्येक दिन छह से आठ गिलास पानी और अन्य तरल पदार्थ (शराब नहीं) पीएं। आप गर्मी के मौसम में छाछ का सेवन कर सकते हैं। ज्‍यादा चिल्‍ड पानी का सेवन न करें। अगर आपको बवासीर की समस्‍या है तो गुनगुने पानी का सेवन बेहतर हो सकता है। 

फाइबर की खुराक पर विचार करें

अधिकांश लोगों को अपने आहार में फाइबर की अनुशंसित मात्रा- 20 से 30 ग्राम प्रति दिन पर्याप्त नहीं मिलती है। अगर आपको भी फाइबर की सही मात्रा नहीं ले पा रहे हैं तो आप किसी एक्‍सपर्ट की सलाह से मेडिकल स्‍टोर पर मिलने वाले कृत्रिम फाइबर के सेवन पर विचार कर सकते हैं। मगर कोशिश करें कि आप इसे फल और सब्जियों से ही प्राप्‍त करें।

यदि आप फाइबर की खुराक का उपयोग करते हैं, तो हर दिन कम से कम आठ गिलास पानी या अन्य तरल पदार्थ पीना सुनिश्चित करें। अन्यथा यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है। 

इसे भी पढ़ें: ज्‍यादा असरदार होती है सुबह की एक्‍सरसाइज, मसल्‍स मजबूत करने के साथ मिलते हैं ये 5 जबरदस्‍त फायदे

शौच के दौरान जोर लगाने से बचें

स्टूल पास करने की कोशिश करने पर अपनी सांस रोकना और गुदा द्वार और मलाशय पर जोर न दें। इससे नसों में सूजन आ सकती है। ये नसें आगे चलकर फट सकती हैं, जो खूनी बवासीर का कारण बनता है। शौच से पहले आप दो गिलास गुनगुना पानी पीएं। इससे स्‍टूल पास करने में आसानी होगी। इसके आलावा फाइबर युक्‍त भोजन करें। लंबे समय तक टॉयलेट में बैठने से बचें। बहुत लंबे समय तक बैठने से गुदा में नसों पर दबाव बढ़ सकता है।

इसे भी पढ़ें: 4 तरह की होती है बवासीर, इनके लक्षणों से जानें आपको कौन सी है?

रोजाना व्यायाम जरूर करें 

कब्ज को रोकने और नसों पर दबाव को कम करने में मदद करने के लिए एक्‍सरसाइज जरूर करें। जिन लोगों को लंबे समय तक खड़े रहना या बैठना पड़ता है उनमें बवासीर के लक्षण अक्‍सर दिखाई देते हैं। ऐसे में आपको आपको व्‍यायाम जरूर करना चाहिए। अगर आपका वजन ज्‍यादा है तो उसे भी कम करने की जरूरत है। मोटापा बवासीर को बढ़ा सकता है। 

Read More Articles On Other Diseases In Hindi

Read Next

थायराइड बढ़ने और घटने पर दिखाई देते हैं ये 5 लक्षण, इलाज न मिलने पर हो सकता है कैंसर

Disclaimer